पुर्तगाली शासन से मुक्ति मिलने के बाद गोवा पर भारतीय संविधान थोपा गया था: कांग्रेस उम्मीदवार विरीएटो फर्नांडिस

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: April 23, 2024 10:47 AM2024-04-23T10:47:49+5:302024-04-23T10:49:11+5:30

दक्षिण गोवा लोकसभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार विरीएटो फर्नांडिस ने सोमवार को दावा किया कि 1961 में पुर्तगाली शासन से मुक्त होने के बाद गोवा पर भारतीय संविधान "थोपा" गया था।

Indian Constitution was imposed on Goa after independence Congress candidate Viriato Fernandes Lok Sabha Elections 2024 | पुर्तगाली शासन से मुक्ति मिलने के बाद गोवा पर भारतीय संविधान थोपा गया था: कांग्रेस उम्मीदवार विरीएटो फर्नांडिस

(फाइल फोटो)

Highlightsदक्षिण गोवा लोकसभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार का विवादित बयानकहा- गोवा पर भारतीय संविधान थोपा गया थागोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने फर्नांडिस की टिप्पणियों को भयावह करार दिया

Lok Sabha Elections 2024: दक्षिण गोवा लोकसभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार विरीएटो फर्नांडिस ने सोमवार को दावा किया कि 1961 में पुर्तगाली शासन से मुक्त होने के बाद गोवा पर भारतीय संविधान "थोपा" गया था। फर्नांडिस ने चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने कहा था कि गोवा अपना भाग्य खुद तय करेगा। फर्नांडिस ने कहा कि लेकिन ऐसा नहीं हुआ। गोवा 1987 में एक राज्य बना था। पुर्तगाली पासपोर्ट चुनने वाले गोवा के रहने वालों के लिए दोहरी नागरिकता के समर्थक फर्नांडिस ने दक्षिण गोवा में यह बात कही। 

साल 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी से हुई बातचीत का जिक्र करते हुए फर्नांडिस ने कहा कि उन्होंने गांधी से कहा था, "जब 1961 में गोवा आजाद हुआ था, तो भारतीय संविधान हम पर थोपा गया था।" फर्नांडिस उस समय एक एनजीओ 'गोएंचो अवे' का हिस्सा थे, जो पुर्तगाली पासपोर्ट चुनने वाले गोवावासियों के लिए दोहरी नागरिकता का दबाव डाल रहा था। उन्होंने सभा में कहा, "हमने (पणजी के पास एक होटल में गांधी के साथ बैठक के दौरान) गांधी के सामने 12 मांगें रखीं और उनमें से एक दोहरी नागरिकता देने से संबंधित थी। गांधी ने मुझसे पूछा कि क्या मांग संवैधानिक है। हमने कहा-नहीं।" 

फर्नांडिस ने कहा कि कांग्रेस सांसद गांधी ने उनसे कहा कि अगर मांग संवैधानिक नहीं होगी तो उस पर विचार नहीं किया जाएगा। फर्नांडिस ने कहा, "मैंने उन्हें समझाया कि भारतीय संविधान 26 जनवरी, 1950 को लागू हुआ था। जब 1961 में गोवा पुर्तगाली शासन से मुक्त हुआ, तो आपने (तत्कालीन केंद्र सरकार का जिक्र करते हुए) हम पर संविधान थोप दिया। हमें इसमें शामिल नहीं किया गया था।" 

फर्नांडिस ने कहा कि उन्हें गांधी के पिता के नाना (नेहरू) का एक भाषण याद है जिसमें उन्होंने कहा था कि आजादी के बाद गोवा अपना भाग्य खुद तय करेगा, "लेकिन हमारी किस्मत किसी और ने तय की थी।” 

गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने फर्नांडिस की टिप्पणियों को भयावह करार देते हुए कहा कि कांग्रेस लोकतंत्र के लिए खतरा है। मुख्यमंत्री सावंत ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कांग्रेस उम्मीदवार और उनकी पार्टी पर निशाना साधा। भाजपा नेता सावंत ने लिखा, "मैं दक्षिण गोवा से कांग्रेस के उम्मीदवार की टिप्पणियों से स्तब्ध हूं, जिन्होंने दावा किया है कि गोवा के लोगों पर जबरदस्ती भारतीय संविधान थोपा गया था। हमारे स्वतंत्रता सेनानियों का पूरे दिल से विश्वास था कि गोवा भारत का एक अविभाज्य हिस्सा है। कांग्रेस ने गोवा की मुक्ति में 14 साल की देरी की। अब, उनके उम्मीदवार ने भारतीय संविधान को कमजोर करने की हिम्मत की।" मुख्यमंत्री ने कहा, "कांग्रेस को भारत तोड़ो राजनीति तुरंत बंद करनी चाहिए। कांग्रेस हमारे लोकतंत्र के लिए खतरा है।" 

(इनपुट- भाषा)

Web Title: Indian Constitution was imposed on Goa after independence Congress candidate Viriato Fernandes Lok Sabha Elections 2024

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे