"गर्व है मुझे, आज एक विधायक के रूप में संसद में बैठूंगा", केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल ने नरसिंहपुर से जीत पर कहा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Updated: December 4, 2023 12:08 IST2023-12-04T12:04:06+5:302023-12-04T12:08:06+5:30
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों में जीत हासिल करने वाले केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग और जल शक्ति राज्य मंत्री प्रह्लाद पटेल ने सोमवार को कहा कि उन्हें बतौर विधायक संसद के शीतकालीन सत्र में बैठने पर गर्व होगा।

फाइल फोटो
नई दिल्ली:मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों में जीत हासिल करने वाले केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग और जल शक्ति राज्य मंत्री प्रह्लाद पटेल ने सोमवार को कहा कि उन्हें बतौर विधायक संसद के शीतकालीन सत्र में बैठने पर गर्व होगा।
केंद्रीय मंत्री पटेल ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा, "मुझे इस बात का बेहद गर्व है कि मैं आज विधायक बनकर देश की संसद में बैठूंगा। मैं जलजीवन मिशन के बारे में राज्यसभा में बोलूंगा। अगर कोई सवाल हुआ तो मुझे राज्यसभा और लोकसभा दोनों में जाने का मौका मिलेगा।"
केंद्रीय मंत्री पटेल ने बीते रविवार को मध्य प्रदेश की नरसिंहपुर विधानसभा में कांग्रेस प्रत्याशी लाखन सिंह पटेल को 110226 वोटों के अंतर से हराकर शानदार जीत दर्ज की।
मालूम हो कि चार राज्यों में विधानसभा चुनावों के नतीजे कल घोषित किए गए, जिसमें भाजपा ने छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान में जीत हासिल की, जबकि कांग्रेस ने तेलंगाना में भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखा दिया।
मध्य प्रदेश की 230 सीटों वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधा लड़ाई थी। इससे पहले साल 2018 के चुनाव में जीत के बाद कांग्रेस ने कमलनाथ की अगुवाई में सरकार बनाई थी लेकिन साल 2020 में कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया की बगावत के कारण कमलनाथ को सत्ता से बाहर होना पड़ा था।
जहां तक प्रह्लाद पटेल का सवाल है तो उन्होंने भाजपा में एक युवा कार्यकर्ता की हैसियत से अपने राजनैतिक करियर की शुरुआत की थी और 1982 में भाजयुमो के जिला अध्यक्ष बने थे। वह 1986 में भाजयुमो के महासचिव बने और साल 1989 में बालाघाट से पहली बार लोकसभा के लिए चुने गए और फिर से साल 1996 और 1999 में भी वो सीट जीती थी।
उन्होंने साल 2014 में दमोह से सांसद के रूप में अपना चौथा कार्यकाल जीता और 2019 के आम चुनाव में 3 लाख वोटों के अंतर से जीत के साथ अपनी सीट बरकरार रखी।