गृह मंत्री अमित शाह 'अमृत कलश यात्रा' का शुभारंभ करेंगे, जानिए क्या है 'मेरी माटी मेरा देश' अभियान
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: September 1, 2023 11:17 AM2023-09-01T11:17:35+5:302023-09-01T11:19:26+5:30
इस अभियान की शुरुआत 9 अगस्त को ही हो गई थी। देश के सभी राजस्व गांवों, जिला पंचायतों और सभी क्षेत्र पंचायतों से इस अभियान को तहत मिट्टी जुटाकर दिल्ली भेजने का काम जारी है।
नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शुक्रवार को नई दिल्ली में 'मेरी माटी-मेरा देश' अभियान के तहत 'अमृत कलश यात्रा' का शुभारंभ करेंगे। अमित शाह दोपहर 2 बजे रंग भवन (आकाशवाणी भवन) में इसका शुभारंभ करेंगे। इस अभियान की घोषणा पीएम मोदी ने "देश और आजादी के आंदोलन में भूमिका निभाने वाले बहादुरों की उपलब्धियों" का जश्न मनाने के लिए की थी।
क्या है 'मेरी माटी मेरा देश' अभियान
2 अगस्त को मन की बात में अपने संबोधन में पीएम मोदी ने बताया था कि हमारे शहीद बहादुर पुरुषों और महिलाओं के सम्मान के लिए 'मेरी माटी मेरा देश' अभियान शुरू किया जाएगा। इसके तहत हमारे अमर शहीदों की याद में देशभर में कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इन विभूतियों की याद में देश की लाखों ग्राम पंचायतों में विशेष शिलालेख भी लगाए जाएंगे। इस अभियान के तहत 'अमृत कलश यात्रा' निकाली जाएगी।
देश के कोने-कोने से 7500 कलशों में मिट्टी लेकर यह 'अमृत कलश यात्रा' देश की राजधानी दिल्ली पहुंचेगी। यह यात्रा अपने साथ देश के अलग-अलग हिस्सों से पौधे भी लेकर आएगी। 7500 कलशों में आने वाली मिट्टी और पौधों को मिलाकर राष्ट्रीय युद्ध स्मारक के पास 'अमृत वाटिका' बनाई जाएगी। यह 'अमृत वाटिका' 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' का भव्य प्रतीक भी बनेगी। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने ओडिशा के ढेंकनाल में 'मेरी माटी मेरा देश' के तहत अमृत कलश यात्रा का शुभारंभ किया।
सूचना एवं प्रसारण और दूरसंचार विभाग के सचिव अपूर्व चंद्रा के मुताबिक, ‘मेरी माटी मेरा देश’; आजादी का अमृत महोत्सव का समापन कार्यक्रम होगा, जिसके तहत भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने का उत्सव मनाया जा रहा है।
इस अभियान की शुरुआत 9 अगस्त को ही हो गई थी। देश के सभी राजस्व गांवों, जिला पंचायतों और सभी क्षेत्र पंचायतों से इस अभियान को तहत मिट्टी जुटाकर दिल्ली भेजने का काम जारी है। अभियान सफलतापूर्वक संपन्न हो इसके लिए हर जिले में नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए थे। अब ये अभियान अपने अंतिम चरण में है। देश के कोने-कोने से जुटाई गई मिट्टी को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पास एकत्र करके 'अमृत वाटिका' की स्थापना की जाएगी।