अमरिंदर सिंह ने पंजाब में वर्ष 1980 के स्याह दौर की वापसी को लेकर चेताया
By भाषा | Published: November 5, 2022 09:21 PM2022-11-05T21:21:55+5:302022-11-05T21:21:55+5:30
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राज्य में ‘आप’ सरकार की ‘पूरी तरह से विफलता’ की निंदा करते हुए कहा कि शुक्रवार को शिवसेना (तकसाली) के नेता सुधीर सूरी की अमृतसर में की गई हत्या के 24 घंटे पूरे होने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
चंडीगढ़:पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने शनिवार को चेतावनी दी कि राज्य में 1980 के स्याह दौर की वापसी हो सकती है। उन्होंने कहा, ‘‘जिस तरह से राज्य में आज घटनाएं हो रही हैं, वह चिंताजनक है।’’ सिंह ने राज्य की आम आदमी पार्टी (आप) सरकार को भी किसी ‘‘शिथिलता’’ को लेकर आगाह किया। उन्होंने राज्य में ‘आप’ सरकार की ‘पूरी तरह से विफलता’ की निंदा करते हुए कहा कि शुक्रवार को शिवसेना (तकसाली) के नेता सुधीर सूरी की अमृतसर में की गई हत्या के 24 घंटे पूरे होने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
उल्लेखनीय है कि 58 वर्षीय सूरी की प्रदर्शन में हिस्सा लेने के दौरान दिन दहाड़े हत्या कर दी गई थी। वह अमृतसर के सबसे व्यस्त इलाकों में से एक मजीठिया रोड पर गोपाल मंदिर प्रबंधन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। यह प्रदर्शन मंदिर के कुछ विग्रहों के कथित तौर पर खंडित किए जाने और उनके सड़क के किनारे मिलने के खिलाफ किया जा रहा था। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता सिंह ने कहा कि यह और चिंताजनक स्थिति है क्योंकि आप सरकार ने ऐसी घटनाएं से निपटने की ‘‘न तो कोई गंभीरता दिखाई और न ही क्षमता। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘एक बार आपकी कमजोरी और कमियों की जानकारी होने पर राष्ट्र विरोधी ताकतें उनका इस्तेमाल करती हैं और इस समय यही पंजाब में हो रहा है।’’ सिंह ने कहा, ‘‘ मुझे 1980 का दशक याद है जब स्थिति खराब होनी शुरू हुई और आतंकवाद के स्तर तक पहुंची जिसकी हमने भारी कीमत चुकाई।’’उन्होंने आप सरकार को किसी भी तरह की शिथिलता और निष्क्रियता के प्रति आगाह किया।
सिंह ने यहां जारी बयान में कहा, ‘‘कार्रवाई की बात छोड़ें, आप के किसी नेता ने शिवसेना नेता की हुई नृशंस हत्या की अबतक निंदा तक नहीं की है।’’ उन्होंने आश्चर्य जताया कि कैसे उच्च सुरक्षा प्राप्त किसी व्यक्ति की दिन दहाड़े हत्या की जा सकती है जबकि पुलिस उसके चारों ओर थी। सिंह ने सवाल किया, ‘‘सरकार ने क्या कदम कदम उठाया है।’’ भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल सिंह को खुली छूट देने पर आप सरकार की आलोचना की।