Fact Check: राहुल गांधी रैलियों में ले जाते हैं चीन का संविधान? जानें लाल कवर वाले संविधान बुक का सच
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: May 21, 2024 12:43 PM2024-05-21T12:43:05+5:302024-05-24T10:49:05+5:30
Fact Check: राहुल गांधी जिस लाल किताब को लेकर चलते हैं जनिए उसके पीछे का सच...
Created By: आज तक
Translated By : लोकमत हिन्दी
नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2024 में प्रचार और रैलियों के दौरान राहुल गांधी के हाथ में संविधान की किताब लेकर घूम रहे हैं। राहुल गांधी को जितनी भी रैलियों में देखा गया, उन सभी में उनके हाथ में लाल कवर की संविधान की किताब थी। लेकिन लोकसभा चुनाव के छठे चरण से पहले राहुल गांधी की इस किताब को लेकर सोशल मीडिया पर बड़ा दावा किया जा रहा है। दावा है कि राहुल गांधी भारत नहीं बल्कि चीन का संविधान लेकर घूम रहे हैं। क्या सच में यह दावा सही है?
सोशल मीडिया पर कहा जा रहा है कि राहुल गांधी जिस किताब को भारत का संविधान बता रहे हैं वह असल में चीन का संविधान है। ऐसा दावा करने वाले सोशल मीडिया पोस्ट में एक तस्वीर भी साझा की जा रही है। जिसमें भारत के संविधान की किताब और एक लाल किताब है जो चीनी संविधान है।
एक फेसबुक यूजर्स द्वारा इस फोटो को शेयर करते हुए लिखा, "क्या राहुल गांधी चीन का संविधान लेकर चलते हैं? भारत के संविधान का कवर नीला है, चीन के संविधान का कवर लाल है। राहुल गांधी के हाथ में लाल कवर वाला संविधान है।"
Indian Constitution book is in blue colour, China's red
— Chandru Akki 🇮🇳 ( Modi Ka Parivar ) (@chandruakki) May 19, 2024
Is @RahulGandhi carrying Chinese constitution book & showing people that if he becomes the PM, he will replace Indian with Chinese ? #Justasking@LavanyaBallal@prakashraaj@AmitShahOffice@PMOIndiapic.twitter.com/gPwEWwnvT4
मालूम हो कि यही दावा असम के मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता हिमंत बिस्वा सरमा ने भी किया था। 17 मई 2024 को किए गए ट्वीट में असम सीएम ने राहुल गांधी के हाथ में लाल किताब की एक फोटो शेयर की और लिखा, "क्या राहुल गांधी चीन का संविधान लेकर चलते हैं?"
हालांकि, आज तक के फैक्ट चेक में पाया गया कि राहुल गांधी अपनी रैलियों में चीन का संविधान नहीं बल्कि भारत का संविधान दिखाते हैं। लाल कवर वाला यह भारतीय संविधान एक पॉकेट एडीशन है जिसे 'ईस्टर्न बुक कंपनी' (ईबीसी) ने प्रकाशित किया है।
#WebQoof | Sharing a photo of Rahul Gandhi, Assam CM Himanta Biswa Sarma, among others, falsely claimed that Gandhi was carrying China's Constitution during public rallies. Read our fact-check here.https://t.co/dt816cBSOg
— WebQoof (@QuintFactCheck) May 20, 2024
कैसे सच्चाई आई सामने?
गौरतलब है कि राहुल गांधी की वायरल तस्वीर को रिवर्स सर्च के जरिए खोजने पर बिजनेस स्टैन्डर्ड की एक रिपोर्ट मिली जिसमें इस फोटो को यूज किया गया था। इस रिपोर्ट में बताया गया कि ये फोटो 5 मई तेलंगाना के गडवाल में हुई एक जनसभा की है। इस जानकारी के आधार पर खोजने पर पाया गया कि राहुल गांधी की गडवाल जन सभा का वीडियो टीवी तेलुगु के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर मिला। इस वीडियो में 1:02:09 के मार्क पर राहुल गांधी को एक लाल किताब हाथ में लेकर देखा गया।
गौर से देखने पर पता चला कि इस किताब पर भारत का संविधान अंग्रेजी में लिखा गया था। इस सभा में संविधान दिखाते हुए राहुल गांधी कहते हैं कि जनता को जो भी अधिकार मिले हैं वो इसी संविधान के जरिए मिले हैं। बीजेपी सरकार इसी संविधान को खत्म करना चाहती है।
इस तथ्य से साफ है कि यह किताब जो राहुल गांधी के हाथ में है वह चीन नहीं बल्कि भारत के संविधान की ही किताब है।
लाल कवर के संविधान के बारे में
कीवर्ड सर्च की मदद से खोजने पर पाया गया कि लाल कवर वाला संविधान भारतीय संविधान का 'कॉट पॉकेट एडीशन' है जिसे 'ईस्टर्न बुक कंपनी' यानि ईबीसी प्रकाशन द्वारा छापा गया है। ये संविधान की किताब ईबीसी वेबस्टोर की वेबसाइट पर उपलब्ध है जिसे ऑनलाइन खरीदा जा सकता है।
फैक्ट चेक को वेबसाइट AAJ TAK ने प्रकाशित किया है।
इसका रिपब्लिश 'लोकमतन्यूज.इन' ने 'शक्ति कलेक्टिव' के हिस्से के रूप में किया है।