Bihar: नीतीश कुमार ने एक बार फिर से दिलाई लालू-राबड़ी शासनकाल की याद, कहा- हम आए हैं तो बदलाव आया है
By एस पी सिन्हा | Updated: November 16, 2023 15:29 IST2023-11-16T15:29:44+5:302023-11-16T15:29:44+5:30
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजद कोटे के उद्योग मंत्री समीर महासेठ को सलाह देते हुए कहा कि हमारी बात को सुनिए, तभी काम हो पायेगा। पहले यहां क्या था? हम जब 2005 में यहां आये तब जाकर इस तरह की योजनाओं को लाए हैं।

Bihar: नीतीश कुमार ने एक बार फिर से दिलाई लालू-राबड़ी शासनकाल की याद, कहा- हम आए हैं तो बदलाव आया है
पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत गुरुवार को लाभार्थियों को पहली किस्त के रूप में चार-चार लाख रुपये जारी किए। उद्योग विभाग के तरफ से एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यक्रम राजधानी पटना स्थित बापू सभागार में किया गया। इस कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हमने यही सभी तबके के उत्थान के लिए मुख्यमंत्री उद्यमी योजना की शुरुआत की है।
इस योजना का अधिक से अधिक प्रचार करें ताकि लोग लाभ ले सकें। उन्होंने लगे हाथ अपने बड़े भाई लालू व राबड़ी राज पर भी सवाल खड़े कर दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले कुछ यहां काम होता था? हम जब यहां आए तो सभी क्षेत्रों में काम शुरू कराया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजद कोटे के उद्योग मंत्री समीर महासेठ को सलाह देते हुए कहा कि हमारी बात को सुनिए, तभी काम हो पायेगा। पहले यहां क्या था? हम जब 2005 में यहां आये तब जाकर इस तरह की योजनाओं को लाए हैं।
उद्यमी योजना की चर्चा करते हुए कहा कि यह सब मेरा आईडिया है। पहले कुछ था? हम ही ना शुरू किए हैं। बहुत लोग अब भूलने लगे हैं कि यह सब काम हुआ है। इसलिए हम सबको कह रहे हैं कि लोगों को बताते रहिए, नहीं तो सब लोग फोन पर ही डिपेंडेंट हो गया है। फोन पर ही देखते रहता है, उसमें जो खबर आएगी उसी को ना पढ़ेगा, हमारी बात को भूल जाएगा।
मुख्यमंत्री ने आज फिर से ऐलान किया कि वे विशेष राज्य के दर्ज की मांग को लेकर अभियान शुरू करने वाले हैं। गांव-गांव जाकर यह डिमांड किया जाएगा कि विशेष राज्य का दर्जा दो। अगर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिल गया तो तेजी से विकास होगा। केंद्र सरकार कोई काम नहीं कर रही, कोई मदद नहीं मिल रहा। अगर स्पेशल स्टेटस मिल गया तो बिहार के पिछड़े लोगों का दो सालों में ही विकास होंगे। मीडिया वाला हमारा छापता नहीं है। केंद्र ने मीडिया पर कब्जा कर लिया है।