केरल: हॉस्टल में मिली छात्र की लाश, 29 घंटे तक झेला टॉर्चर, CBI कर रही जांच
By अंजली चौहान | Published: April 7, 2024 02:46 PM2024-04-07T14:46:07+5:302024-04-07T15:15:05+5:30
Kerala Student Dead Case: 31 मार्च को जेएस सिद्धार्थन के पिता जयप्रकाश ने अपने बेटे की मौत के मामले में केरल सरकार पर गंभीर आरोप लगाए।
Kerala Student Dead Case: केरल के वायनाड जिले में एक कॉलेज हॉस्टल में छात्र की मौत का मामला गहराता जा रहा है। 20 वर्षीय पशु चिकित्सा छात्र जेएस सिद्धार्थन की मौत मामले की जांच सीबीआई के हाथों में है। मामले में सीबीआई ने कई खुलासे किए है जिसके अनुसार, मौत से पहले छात्र ने 29 घंटों तक प्रताड़ना सही थी।
सीबीआई ने चार्जशीट में दावा किया है कि आत्महत्या करने से एक दिन पहले सिद्धार्थन को सीनियर्स और सहपाठियों द्वारा लगातार 29 घंटे तक मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया था।
गौरतलब है कि सिद्धार्थन जेएस का शव 18 फरवरी को हॉस्टल के बाथरूम के अंदर पाया गया था। मृतक के परिवार का आरोप है कि उनके बेटे के मरने वाले आरोपियों में स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) की छात्र शाखा के कार्यकर्ताओं सहित अन्य छात्रों ने उनके साथ रैगिंग की थी। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी), या सीपीआई (एम) के लोग शामिल हैं।
सीबीआई ने एफआईआर में इन्हें बनाया आरोपी
ऑपइंडिया के अनुसार, 20 आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 120बी, 341, 323, 324, 355, 306 और 506 और केरल निषेध अधिनियम की धारा 4 आर/डब्ल्यू 3 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। अखिल के को मुख्य आरोपी के रूप में नामित किया गया है, मामले में अन्य आरोपियों के नाम काशीनंदन आर, अमीन अकबरअली यू, अरुण के, सिंजो जॉनसन, एन आसिफ खान, अमन इहसन, अजय जे, अल्ताफ ए, सउद रिसाल ईके, अदित्यन वी, मुहम्मद धनीश, रेहान बिनॉय, आकाश एसडी, अभिषेक एस, श्रीहरि आरडी, डॉन्स दाई, बिलगेट जोशवा थान्निक्कोडे, नसीफ वी, और अभि ए हैं।
ऑपइंडिया के मुताबिक, एफआईआर में कॉलेज के एंटी-रैगिंग दस्ते, कॉलेज के डीन, शव परीक्षण करने वाले चिकित्सा अधिकारी और अन्य गवाहों के बयानों का उल्लेख किया गया है। साथ ही आरोप पत्र में लिखा है, "सिद्धार्थन को कुछ वरिष्ठ छात्रों और सहपाठियों द्वारा शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया था। उन्होंने 16 फरवरी 2024 को सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक 17 फरवरी 2024 को लगातार हाथ और बेल्ट से सिद्धार्थ पर हमला किया और क्रूर रैगिंग की।"
शुरुआत में पुलिस ने अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज किया। हालांकि, जांच में पता चला कि पीड़िता को सीनियर्स और सहपाठियों ने प्रताड़ित किया था। स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) के नेताओं अरुण के, अमल एहसान, आसिफ खान और अभिषेक एस के अलावा, सीबीआई ने कई अन्य आरोपियों के नामों का उल्लेख किया है।
इसके अलावा, मामले के संबंध में एंटी-रैगिंग कमेटी की सिफारिश पर विश्वविद्यालय के 31 छात्रों को भी निलंबित कर दिया गया था। अधिकांश सदस्य स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) के सदस्य हैं, जो भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) से संबद्ध एक छात्र समूह है। अब तक कुल 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और इनमें से 4 एसएफआई के नेता हैं।
बता दें कि छात्र की मौत के बाद राज्य में काफी आक्रोश फैल गया। 9 मार्च को केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने मामले की सीबीआई जांच के आदेश दिए।