Highlightsएलिस्टेयर कुक के बाद टेस्ट क्रिकेट में 10 हजार रन पूरे करने वाले इंग्लैंड के सिर्फ दूसरे बल्लेबाज बने थे।31 साल और 157 दिन की समान उम्र में टेस्ट क्रिकेट में 10 हजार रन के आंकड़े को छुआ था।रूट का 28वां टेस्ट शतक है और उन्होंने वेस्टइंडीज के महान बल्लेबाज सर गारफील्ड सोबर्स से आगे निकल गए।
India-England Series: इंग्लैंड के पूर्व कप्तान जो रूट का शानदार प्रदर्शन जारी है। टीम इंडिया के खिलाफ रूट ने पांचवें टेस्ट के दौरान 28 वां शतक पूरा किया। इसके साथ ही फैब फोर के बीच टेस्ट शतक लगाने में सबसे आगे निकल गए।
फैब फोर के बीच टेस्ट शतकः
28 जो रूट
27 स्टीवन स्मिथ
27 विराट कोहली
24 केन विलियमसन।
पांच साल में रिकॉर्ड 64 मैच में टीम की कमान संभालने के बाद अप्रैल में टेस्ट टीम की कप्तानी छोड़ने वाले रूट इस समय गजब के फॉर्म में हैं। रूट अपने पूर्ववर्ती कप्तान एलिस्टेयर कुक के बाद टेस्ट क्रिकेट में 10 हजार रन पूरे करने वाले इंग्लैंड के सिर्फ दूसरे बल्लेबाज बने थे।
इन दोनों बल्लेबाजों ने ठीक 31 साल और 157 दिन की समान उम्र में टेस्ट क्रिकेट में 10 हजार रन के आंकड़े को छुआ था। यह रूट का 28वां टेस्ट शतक है और उन्होंने वेस्टइंडीज के महान बल्लेबाज सर गारफील्ड सोबर्स से आगे निकल गए।
भारतीय टीम दूसरी पारी में लंच के बाद 8 . 5 ओवर में 245 रन पर आउट हो गई। ऋषभ पंत के अर्धशतक की मदद से भारत ने लंच तक बढत 361 रन की कर ली थी। कल के स्कोर तीन विकेट पर 125 रन से आगे खेलते हुए चेतेश्वर पुजारा और पंत ने आत्मविश्वास के साथ आगाज किया।
पुजारा ने जेम्स एंडरसन को लगातार दो चौके लगाये। पहली पारी में आक्रामक शतक लगाने वाले पंत ने संभलकर खेला। खेल शुरू होने के बाद इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने तीन ओवर अनियमित गेंदबाज जो रूट को दे दिये जिससे पंत और पुजारा का काम आसान हो गया।
पुजारा ने स्टुअर्ट ब्रॉड की गेंद पर खराब शॉट खेलकर बैकवर्ड प्वाइंट में कैच थमाया । श्रेयस अय्यर कुछ अच्छे शॉट खेलने के बाद एक बार फिर सस्ते में आउट हो गए। इंग्लैंड के गेंदबाजों ने उनके लिये शॉर्टपिच गेंदों का जाल बिछाया जिसमें वह फंस गए।
पंत ने इस बीच अपना अर्धशतक पूरा किया और विदेशी सरजमीं पर किसी टेस्ट में शतक और अर्धशतक बनाने वाले वह पहले भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज हो गए। जैक लीच को चौका लगाने के बाद पंत ने अगले ओवर में रिवर्स पूल खेला लेकिन पहली स्लिप में रूट द्वारा लपके गए । पुछल्ले बल्लेबाजों की तरफ से कोई उल्लेखनीय योगदान नहीं मिल सका।