उसके बाद से उन्होंने भारत को सबक सिखाने की ठान ली है. लेकिन ट्रम्प को आगे-पीछे एहसास होगा कि भारत कभी भी अमेरिका के दबाव में नहीं आया है और न कभी आएगा. ...
देश में वापस जाने की कोई संभावना भी नहीं है. देखा जाए तो दिल्ली उनके लिए दूसरे घर की तरह है, क्योंकि 1975 से 1981 तक छह साल उन्होंने यहीं निर्वासन में बिताए थे. ...
वर्ष 2019 से लेकर वर्ष 2024 तक प्रदेश स्तर पर इतनी अधिक राजनीतिक उथल-पुथल सामने आई कि निचले भागों में नेताओं और कार्यकर्ताओं के समक्ष पहचान का संकट पैदा हुआ. वर्ष 2024 में महागठबंधन की सरकार की वापसी पर कुछ स्थायित्व देखा गया. ...
झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वालों या किसानों को मुफ्त बिजली, चुनाव से पहले महिलाओं को सीधे नकद हस्तांतरण, खाद्य सब्सिडी, बस यात्रा, साइकिल और स्कूटी वगैरह राज्यों के वित्त पर अंतहीन बोझ डाल रहे हैं ...
Bihar mandate: लगभग दो दशक से राष्ट्रीय राजनीति में सक्रिय राहुल बीच-बीच में अपने शब्दाडंबरों और सोशल मीडिया घोषणाओं के साथ दिखते हैं, फिर उसी तेजी से गायब हो जाते हैं. ...
From idiot boxes to broadband: टेलीविजन की कहानी किसी वैज्ञानिक प्रयोगशाला में नहीं बल्कि अमेरिकी राज्य इडाहो के एक साधारण खेत से शुरू हुई, जहां 11 वर्षीय बालक फिलो फॉर्न्सवर्थ ने बिजली पहली बार देखी थी. ...