फेसबुक, ट्विटर के बाद डोनाल्ड ट्रंप पर Youtube ने लगाया एक सप्ताह का बैन, हटाए नए वीडियो
By विनीत कुमार | Published: January 13, 2021 11:34 AM2021-01-13T11:34:43+5:302021-01-13T11:43:41+5:30
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। यूट्यूब ने उन पर प्रतिबंध लगा दिया है। ऐसे में उनके चैनल पर अब कम से कम एक हफ्ते तक कोई नया वीडियो जारी नहीं हो सकेगा। यूट्यूब ने उनके नए वीडियो भी हटाए हैं।
यूट्यूब (You Tube) ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नए वीडियो को अपने प्लेटफॉर्म से हटा दिया है। साथ ही यूट्यूब ने ट्रंप के चैनल पर नए वीडियो को पोस्ट करने को लेकर भी अस्थायी तौर पर एक हफ्ते के लिए रोक लगा दी है। यूट्यूब ने प्लेटफॉर्म की नीतियों के उल्लंघन करने की बात कहते हुए ट्रंप के वीडियो पर ये कार्रवाई की है।
ट्रंप अमेरिकी संसद कैपिटल हिल में अपने समर्थकों को हिंसा के लिए उकसाने के आरोपों से अभी घिरे हैं। इससे पहले फेसबुक और ट्विटर ट्रंप पर बैन लगा चुके हैं। यूट्यूब ने एक हफ्ते की पाबंदी लगाते हुए कहा कि उनके कुछ भी पोस्ट करने से हिंसा फैल सकती है।
दरअसल, 20 जनवरी को अमेरिका में जो बाइडेन राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे। ऐसे में इस फैसले को 20 जनवरी को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह की सुरक्षा की दृष्टि के मद्देनजर देखा भी जा रहा है।
डोनाल्ड ट्रंप पर बैन को लेकर यूट्यूब ने क्या कहा
यूट्यूब ने कुछ ट्वीट्स कर ट्रंप पर बैन लगाए जाने के कारणों की बात की है। यूट्यूब ने कहा है, 'समीक्षा के बाद, हम संभावित हिंसा की चिताओं को देखते हुए और हमारी नीतियों के उल्लंघन के कारण डोनाल्ड जे. ट्रंप की ओर से नए वीडियो अपलो़ड किए जाने पर रोक लगा रहे हैं। ये प्रतिबंध कम से कम 7 दिन लागू रहेंगे।'
1/ After review, and in light of concerns about the ongoing potential for violence, we removed new content uploaded to Donald J. Trump’s channel for violating our policies. It now has its 1st strike & is temporarily prevented from uploading new content for a *minimum* of 7 days.
— YouTubeInsider (@YouTubeInsider) January 13, 2021
ट्रंप के यूट्यूब पर 27 लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर्स हैं। यूट्यूब 6 जनवरी को हुई हिंसा के बाद कई वीडियो को हटा चुका है। इस बीच पिछले सप्ताह हुए हिंसक हमले के मद्देनजर ट्रंप के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पर भी विचार हो रहा है।
इस महाभियोग प्रस्ताव में ट्रंप पर ‘राजद्रोह के लिए उकसाने’ का आरोप लगाया गया है। इसमें कहा गया है कि ट्रंप ने अपने समर्थकों को कैपिटल बिल्डिंग (संसद परिसर) की घेराबंदी के लिए तब उकसाया, जब वहां इलेक्टोरल कॉलेज के मतों की गिनती चल रही थी और लोगों के धावा बोलने की वजह से यह प्रक्रिया बाधित हुई। इस घटना में एक पुलिस अधिकारी समेत पांच लोगों की मौत हो गई थी।