योगी आदित्यनाथ की राह अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप, आंदोलनकारियों की तस्वीर जारी कर बोले- पहचानो
By अनुराग आनंद | Published: June 29, 2020 05:04 PM2020-06-29T17:04:39+5:302020-06-29T17:04:39+5:30
अमेरिका में अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद वहां पुलिस के इस कार्रवाई व नस्लवाद के खिलाफ हिंसक आंदोलन हुआ। जिसमें करोड़ों रुपए की संपत्ति को नुकसान पहुंचा।
नई दिल्ली:अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हिंसक आंदोलनकारियों पर कार्रवाई करने के लिए यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का तौर तरीका अपनाया है। अमेरिका में अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद वहां भी अश्वेत और श्वेत लोगों ने मिलकर अमेरिका के तमाम शहरों में जोरदार प्रदर्शन किए।
इस सब की आड़ में तोड़फोड़ और लूटपाट की गई, करोड़ों रूपये का नुकसान किया। इसी मामले में हिंसक आंदोलनकारियों की तस्वीर जारी कर अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि इन लोगों को पहचानो।
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) June 27, 2020
डोनाल्ड ट्रंप ने तमाम सीसीटीवी फुटेज और वीडियो क्लीप ट्वीट किए-
हिंसक आंदोलन के शांत होते ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने तमाम सीसीटीवी फुटेज और वीडियो से निकाली गई लोगों को एक दर्जन से अधिक फोटो अपने ट्वीटर हैंडल से ट्वीट किए हैं और लोगों से इनको पहचानने की अपील की है। बीते दो दिनों से ट्रंप लगातार ऐसी तस्वीरें ट्वीट कर रहे हैं।
साफ है कि डोनाल्ड ट्रंप का ये अंदाज यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा दिल्ली दंगों व यूपी में हुए हिंसक प्रदर्शन के बाद दंगाइयों की तस्वीरें जारी करने की तर्ज पर हैं। दरअसल इसी साल दिल्ली में खतरनाक दंगे हुए, जिसमें कई लोगों को जान गंवानी पड़ी। यहां सरकारी और निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया, करोड़ों रुपये की संपत्ति को आग के हवाले कर दिया। इस कड़ी में उत्तर प्रदेश में भी दंगे हुए थे। यूपी में हुए दंगे के दंगाई की तस्वीर साझा कर सीएम योगी ने कार्रवाई की बात कही थी।
जॉर्ज फ्लॉयड का मामला क्या है-
बता दें कि अमेरिका में अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड (George Floyd) की पुलिस हिरासत में मौत की वजह से भयंकर तरीके से बवाल मच गया था। जॉर्ज की मौत के बाद पूरे अमेरिका में हिंसक विरोध प्रदर्शन हो रहे थे, जिसमें कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई और चार हजार अधिक लोगों की गिरफ्तारी हुई। इस दौरान अरबों डॉलर की संपत्ति को नुकसान पहुंचा। यहां तक कि व्हाइट हाउस के बाहर भारी विरोध प्रदर्शन के कारण राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को बंकर में जाना पड़ा था। जॉर्ज फ्लॉयड अमेरिका में न्याय और बराबरी मांग के प्रतीक बन गए हैं।
बता दें कि 25 मई को अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड को जब पुलिस ने पकड़ा, तो उन्होंने कहा कि उन्हें सांस लेने में परेशानी हो रही थी। पुलिस हिरासत में उनकी मौत हो गई थी। बाद में एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ जिसमें एक पुलिस अधिकारी जार्ज के गले को घुटने से दबाए हुए थे। वह बार-बार बोल रहा था कि मैं सांस नहीं ले पा रहा हूं। यह वीडियो पूरे अमेरिका में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इसके बाद पूरे अमेरिका में हिंसक प्रदर्शनों का दौर शुरू हो गया था।