Coronavirus पर दुनिया के सामने खुलासा करने वाली चीन की डॉ. आई फेन लापता, हिरासत में लिए जाने की आशंका
By मनाली रस्तोगी | Published: April 1, 2020 12:49 PM2020-04-01T12:49:10+5:302020-04-01T12:55:35+5:30
Coronavirus: पिछले साल दिसंबर में अपने सहयोगी डॉक्टर्स के साथ मिलकर इस घातक वायरस के बारे में सबको सचेत करने वाली डॉ आई फेन अब कहीं लापता हो गई हैं।
वुहान: चीन के वुहान (Wuhan) से शुरू हुए कोरोना वायरस (Coronavirus) ने अब पूरे विश्व को अपनी गिरफ्त में ले लिया है। इसका सबसे ज्यादा असर यूरोप में देखने को मिल रहा है। वहीं, अब कई देश ऐसे हैं जो सामने से चीन को कोविड-19 (COVID-19) के लिए जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। इस बीच वुहान सेंट्रल हॉस्पिटल (Wuhan Central Hospital) के इमरजेंसी डिपार्टमेंट की निदेशक डॉ. आई फेन (Dr Ai Fen) के लापता होने की खबर सामने आई है।
डेली मेल की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, दिसंबर में अपने सहयोगी डॉक्टर्स के साथ मिलकर इस घातक वायरस के बारे में सबको सचेत करने वाली डॉ आई फेन अब कहीं लापता हो गई हैं। उन्हें चीनी अधिकारियों द्वारा हिरासत में लिए जाने की भी आशंका जताई जा रही है।
इससे पहले वुहान में जिस डॉक्टर ने इस संक्रमण के बारे में सबसे पहले बात की थी, उसकी मौत की भी खबर आ चुकी है। ऐसी रिपोर्ट है और उसे पहले चीन के आला-अधिकारियों ने चुप रहने को कहा था।
रिपोर्ट्स के अनुसार चीन में ऐसे कई लोग हैं, जोकि कोरोना वायरस के प्रकरण के सामने आने के बाद से लापता हैं।बता दें कि डॉ आई फेन वही डॉक्टर हैं, जिन्होंने हाल ही में चीन के सरकारी तंत्र की पोल खोली थी। उन्होंने अपने एक बयान में कहा था कि उनके कई साथ इस संक्रमण की चपेट में हैं और कई लोग इससे मर रहे हैं, लेकिन जब दिसंबर 2019 में इस विषाणु के बारे में चीन सरकार को बताया गया तो उन्होंने हमें चुप करने को कह दिया था।
एक चीनी मैगज़ीन रेनवू से बातचीत के दौरान डॉ फेन के कहा था, 'अगर मुझे यह पता होता कि यह विषाणु इतने लोगों की जान ले लेगा तो मैं चुप नहीं बैठती। मैं पूरी दुनिया में ये बात सभी को बताती। जिस भी माध्यम से कह पाती मैं ये जानकारी सभी को देती। फिर चाहे मुझे कोई जेल में ही क्यों न डाल देता। मैं किसी चीज की परवाह नहीं करती।'
अपनी बात को जारी रखते हुए डॉ फेन ने कहा था, 'मुझे पता था कि इसका प्रसार एक संक्रमित इंसान के संपर्क में आने से दूसरे को होगा। चीनी अधिकारियों के इसके पुष्टि करने के एक दिन बाद ही 21 जनवरी को इमरजेंसी विभाग में आने वाले मरीजों की संख्या पहले ही दिन में 1,523 तक पहुंच गई थी, जो कि सामान्य दिनों की तुलना में तीन गुना ज्यादा थी।'
मालूम हो, दुनिया भर में कोविड-19 से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है। भारत में भी इसके कारण अब तक 35 लोगों की मृत्यु हो चुकी है, जबकि इसने 1238 लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है। हालांकि, 132 स्वस्थ भी हो चुके हैं।