विश्व मौसम विज्ञान दिवस: इस साल की थीम 'मौसम तैयार, जलवायु स्मार्ट'
By मेघना वर्मा | Published: March 23, 2018 04:40 PM2018-03-23T16:40:34+5:302018-03-23T16:40:34+5:30
विश्व मौसम विज्ञान दिवस पर विश्व के विभिन्न हिस्सों में सभाएं और अन्य कार्यक्रम आयोजित होते हैं।
हर साल 23 मार्च को विश्व मौसम संगठन की और से विश्व मौसम विज्ञान दिवस मनाया जाता है। इसकी स्थापना 1950 में सयुंक्त देश की एक इकाई के रूप में किया गया था। इस साल विश्व मौसम विज्ञान दिवस का उद्देश्य 'मौसम-तैयार, जलवायु-स्मार्ट' है।
आने वाली प्राकृतिक आपदा पर होती है रिसर्च
भू-विज्ञान पर आधारित मौसम विभाग में कई विषयों पर शोध होता है इस विज्ञान का उपयोग समय समय पर आने वाली बाढ़, सूखा, भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदा ही नहीं वरन् वर्षा की स्थिति, चक्रवातों की संभावनाएं एवं हवाई यातायात, समुद्री यातायात आदि को मौसम की सटीक जानकारी प्रदान कर सहायता करना है।
ये शहरों और महाशहरों को मौसम के संबधित जानकारियां देता है। इसके जरिए जल संसाधनों का परिणामस्वरूप वितरण होता है।
आज के दिन देश भर में होते है कार्यक्रम आयोजित
विश्व मौसम विज्ञान दिवस पर विश्व के विभिन्न हिस्सों में सभाएं और अन्य कार्यक्रम आयोजित होते हैं। इन कार्यक्रम में मौसम विज्ञानी विचार एवं अनुभव बांटते हैं। इसके साथ ही कार्यक्रम में इस मुद्दे पर चर्चा करते हैं कि मौसम द्वारा उत्पन्न हो रही समस्याओं से किस प्रकार बचा जा सकता हैं और विज्ञान की सभी नई तकनीक को भारतीयों के साथ-साथ विश्व भर में मानवजाति के कल्याण के लिए कैसे उपयोग किया जाए।
इस साल अंतर्राष्ट्रीय मौसम विज्ञान संगठन का थीम है ''मौसम तैयार, जलवायु स्मार्ट'। पिछले साल इसका थीम "मौसम जलवायु और पानी के लिए बादलों का भारी महत्व" था।