लीबिया संकट: 500 भारतीय फंसे, सुषमा ने कहा- जल्द नहीं निकले तो फंसे रह जाओगे
By भाषा | Published: April 19, 2019 08:50 PM2019-04-19T20:50:46+5:302019-04-19T20:50:46+5:30
विदेस मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट किया, ‘‘लीबिया से बड़ी संख्या में लोगों के जाने और यात्रा प्रतिबंध के बाद भी, त्रिपोली में 500 से अधिक भारतीय नागरिक हैं। त्रिपोली में हालात तेजी से बिगड़ रहे हैं। वर्तमान में उड़ानों का संचालन हो रहा है।’’
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने शुक्रवार को कहा कि 500 से अधिक भारतीय लीबिया की राजधानी त्रिपोली में फंसे हुए हैं और उन्होंने सुझाव दिया है कि वे तुरंत शहर छोड़ दें।
त्रिपोली में हिंसा जारी रहने के बीच मंत्री ने कहा कि लीबियाई राजधानी में फंसे हुए भारतीय यदि तुरन्त नहीं निकलते हैं तो बाद में उन्हें वहां से निकलना संभव नहीं हो पायेगा। संयुक्त राष्ट्र समर्थित प्रधानमंत्री फायेज अल-सराज को सत्ता से बेदखल करने के लिए लीबियाई सेना के कमांडर खलीफा हफ्तार के सैनिकों ने एक हमला किया था और पिछले दो सप्ताह में हिंसा में त्रिपोली में 200 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं।
त्रिपोली में हालात तेजी से बिगड़ रहे हैं
स्वराज ने ट्वीट किया, ‘‘लीबिया से बड़ी संख्या में लोगों के जाने और यात्रा प्रतिबंध के बाद भी, त्रिपोली में 500 से अधिक भारतीय नागरिक हैं। त्रिपोली में हालात तेजी से बिगड़ रहे हैं। वर्तमान में उड़ानों का संचालन हो रहा है।’’
उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर कहा, ‘‘कृपया अपने रिश्तेदारों और दोस्तों को तुरंत त्रिपोली छोड़ने के लिए कहें। हम बाद में उन्हें वहां से नहीं निकल पाएंगे।’’
स्वराज ने कहा, 'त्रिपोली में हालात तेजी से बदतर होते जा रहे हैं। फिलहाल विमानों का संचालन हो रहा है। लिहाजा सभी लोग अपने रिश्तेदारों और दोस्तों से त्रिपोली जल्द से जल्द छोड़ने को कहें। वरना बाद में हम वहां से इनको निकाल नहीं पाएंगे।' इससे पहले भारत ने त्रिपोली में रह रहे भारतीयों को सावधानी बरतने की सलाह दी थी। साथ ही भारतीय दूतावास ने हेल्पलाइन नंबर (00218924201771) जारी किया किया था।
लीबिया में हालत खराब हो गए हैं
आपको बता दें कि कर्नल गद्दाफी को सत्ता से हटाए जाने और फिर उनकी हत्या के बाद लीबिया में हालत खराब हो गए हैं। विद्रोही गुट के नेता जनरल हफ्तार की सेना और अन्य सशस्त्र बलों के बीच संघर्ष शुरू होने की सूचना है।
इससे लीबिया में संकट गहरा गया है। मंगलवार देर रात लीबिया में त्रिपोली के घनी आबादी वाले इलाकों में गोले दागे गए थे, जिससे त्रिपोली मे मरने वालों की संख्या बढ़ी है। लीबिया की राजधानी त्रिपोली में ताजा संघर्ष चार अप्रैल को शुरू हुआ था। इस संघर्ष से साल 2011 में हुए विद्रोह के स्तर पर गृहयुद्ध छिड़ने के आसार दिखने लगे हैं।
इससे पहले गुरुवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने त्रिपोली में जारी संघर्ष को लेकर रिपोर्ट पेश की थी। इसमें कहा गया था कि त्रिपोली में पिछले दो हफ्ते के संघर्ष के दौरान 18 नागरिकों समेत 205 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा कम से कम 913 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं।