Who was Aga Khan: कौन थे आगा खां चतुर्थ?, दुनिया भर में लाखों फैंस...
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: February 5, 2025 05:19 PM2025-02-05T17:19:40+5:302025-02-05T17:20:44+5:30
Who was Aga Khan: तारीख अभी नहीं बताई गई है। इसके मुताबिक उन्हें आने वाले दिनों में सुपुर्दे खाक किया जाएगा और उनकी वसीयत पढ़ी जाएगी।

Who was Aga Khan: कौन थे आगा खां चतुर्थ?, दुनिया भर में लाखों फैंस...
पेरिसः हार्वर्ड स्नातक के रूप में 20 साल की उम्र में ही दुनिया भर में लाखों इस्माइल मुस्लिमों के आध्यात्मिक नेता बन गए आगा खां चतुर्थ का मंगलवार को निधन हो गया। वह 88 वर्ष के थे। आगा खां डवलपमेंट नेटवर्क और इस्माइली धार्मिक समुदाय ने घोषणा की कि शिया इस्माइली मुसलमानों के 49वें वंशानुगत इमाम प्रिंस करीम अल-हुसैनी, आगा खान चतुर्थ का पुर्तगाल में निधन हो गया। इस दौरान उनका परिवार साथ था। इस्माइली समुदाय की वेबसाइट के अनुसार आगा खां की वसीयत में उनके उत्तराधिकारी का उल्लेख है जिसे लिस्बन में उनके परिवार और धार्मिक नेताओं की उपस्थिति में पढ़ा जाएगा और इसके बाद नाम सार्वजनिक किया जाएगा। इसकी तारीख अभी नहीं बताई गई है। इसके मुताबिक उन्हें आने वाले दिनों में सुपुर्दे खाक किया जाएगा और उनकी वसीयत पढ़ी जाएगी।
इसके बाद श्रद्धांजलि समारोह आयोजित किया जाएगा। इस्माइली समुदाय की वेबसाइट के अनुसार उत्तराधिकारी का चुनाव परिवार या अन्य रिश्तेदारों के परिवारों के पुरुषों में से किया जाता है। आगा खां के अनुयायी उन्हें पैगंबर मुहम्मद का वंशज मानते हैं। उन्होंने बड़ा औद्योगिक उपक्रम खड़ा किया और परोपकार के भी कार्य किए।
उन्होंने विकासशील देशों में अस्पताल और स्कूल बनाने में भी योगदान दिया। उनकी स्मृति में मंगलवार को अमेरिका में इस्माइली समुदाय ने समारोह आयोजित किया। बुधवार को भी विश्व के अन्य स्थानों पर भी शोक समारोह आयोजित किए गए। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने उन्हें ‘‘हमारी अशांत दुनिया में शांति, सहिष्णुता और करुणा का प्रतीक’’ कहा।
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने उन्हें बहुत अच्छा दोस्त बताते हुए याद किया। इंटरनेट पर भी आगा खां के समर्थन वाले अनेक धर्मार्थ संगठनों ने शोक संवेदना प्रकट की। आगा खां को जुलाई 1957 में महारानी एलिजाबेथ ने ‘हिज हाईनेस’ की उपाधि दी थी। इससे दो सप्ताह पहले ही उनके दादा आगा खां तृतीय ने अप्रत्याशित तरीके से उन्हें अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था। इस्माइली समुदाय की वेबसाइट के अनुसार आगा खां का जन्म स्विट्जरलैंड में जिनेवा के पास क्रूएक्स-डी-गेंथोड में 13 दिसंबर 1936 को हुआ था।
उन्होंने अपने बचपन का एक हिस्सा नैरोबी, केन्या में बिताया। आगा खां जीवन में लंबे समय तक फ्रांस में रहे और वह पिछले कुछ साल से पुर्तगाल में बसे थे। उनका डवलपमेंट नेटवर्क एंड फाउंडेशन स्विट्जरलैंड से संचालित होता है। उनके परिवार में तीन बेटे और एक बेटी तथा पौत्र-पौत्री हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को हार्वर्ड स्नातक के रूप में 20 साल की उम्र में ही दुनिया भर में लाखों इस्माइल मुस्लिमों के आध्यात्मिक नेता बन गए आगा खां चतुर्थ के निधन पर शोक जताया और कहा कि स्वास्थ्य, शिक्षा, ग्रामीण विकास और महिला सशक्तीकरण जैसे क्षेत्रों में उनका योगदान कई लोगों को प्रेरित करता रहेगा।
आगा खां डवलपमेंट नेटवर्क और इस्माइली धार्मिक समुदाय ने घोषणा की कि शिया इस्माइली मुसलमानों के 49वें वंशानुगत इमाम प्रिंस करीम अल-हुसैनी, आगा खान चतुर्थ का पुर्तगाल में निधन हो गया। वह 88 वर्ष के थे। प्रधानमंत्री मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘करीम आगा खां चतुर्थ के निधन से गहरा दुःख हुआ।
वह एक दूरदर्शी व्यक्ति थे, जिन्होंने अपना जीवन सेवा और अध्यात्म के लिए समर्पित कर दिया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘स्वास्थ्य, शिक्षा, ग्रामीण विकास और महिला सशक्तीकरण जैसे क्षेत्रों में उनका योगदान कई लोगों को प्रेरित करता रहेगा। मैं हमेशा उनके साथ अपनी बातचीत को संजोकर रखूंगा।
उनके परिवार और दुनिया भर में लाखों अनुयायियों और प्रशंसकों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना।’’ प्रधानमंत्री ने आगा खां के साथ अपनी मुलाकात से जुड़ी कुछ तस्वीरें भी साझा कीं। आगा खां के अनुयायी उन्हें पैगंबर मुहम्मद का वंशज मानते हैं। उन्होंने बड़ा औद्योगिक उपक्रम खड़ा किया और परोपकार के भी कार्य किए।