डब्ल्यूएचओ, संयुक्त राष्ट्र की डाक एजेंसी ने चेचक उन्मूलन के 40 साल पूरे होने पर जारी किया स्मारक डाक टिकट
By भाषा | Published: May 9, 2020 05:22 PM2020-05-09T17:22:08+5:302020-05-09T17:22:08+5:30
डब्ल्यूएचओ) और संयुक्त राष्ट्र की पोस्टल एजेंसी ने चेचक के उन्मूलन के 40 साल पूरे होने के मौके पर एक स्मारक डाक टिकट जारी किया है। मई 1980 में 33वीं वर्ल्ड हेल्थ असेंबली ने आधिकारिक रूप से घोषणा की थी, ‘‘दुनिया और उसके सारे लोग चेचक से लड़ाई जीत चुके हैं।
संयुक्त राष्ट्र: विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) और संयुक्त राष्ट्र की पोस्टल एजेंसी ने दुनिया से चेचक के उन्मूलन के 40 साल पूरे होने के मौके पर एक स्मारक डाक टिकट जारी किया है। इस दौरान डब्ल्यूएचओ ने संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष भारतवंशी अधिकारी अतुल खरे का आभार व्यक्त किया। मई 1980 में 33वीं वर्ल्ड हेल्थ असेंबली ने आधिकारिक रूप से घोषणा की थी, ‘‘दुनिया और उसके सारे लोग चेचक से लड़ाई जीत चुके हैं।
’’ डब्ल्यूएचओ के 10 साल तक चले वैश्विक प्रयासों के चलते चेचक का उन्मूलन हुआ था जिसमें दुनियाभर में हजारों स्वास्थ्य कर्मियों ने चेचक को समाप्त करने के लिए 50 करोड़ से ज्यादा टीके लगाए। विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक टेड्रोस अधानम घेब्रेयेसस ने कहा, ‘‘जब 1967 में डब्ल्यूएचओ का चेचक उन्मूलन अभियान शुरु हुआ था तब देशों ने डाक टिकटों के माध्यम से जागरुकता लाने का प्रयास किया। उस समय ट्विटर और फेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के बारे में तो किसी ने सोचा भी नहीं था।
’’ उन्होंने शुक्रवार को ऑनलाइन डाक टिकट का विमोचन करते हुए कहा, ‘‘मैं इस स्मारक डाक टिकट को संभव बनाने के लिए मेरे मित्र और अभियान संबंधी समर्थन के लिए संयुक्त राष्ट्र के अवर महासचिव अतुल खरे का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं।’’ भारत में जन्मे खरे संयुक्त राष्ट्र के डाक प्रशासन का कामकाज भी संभालते हैं।
उन्होंने पीटीआई से कहा, ‘‘इन अनिश्चितताओं और चुनौती के समय में मैं संयुक्त राष्ट्र के डाक प्रशासन के रचनात्मक कौशल और प्रभावशाली तरीके से दृश्य रूप में कहानी कहने की, खासतौर पर इस स्मारक डाक टिकट के डिजाइनर सर्जियो बरादात की प्रशंसा करता हूं।’’