Video: देखें यूक्रेन सीमा पर फंसे भारतीय छात्रों से V K Singh ने ऐसे की मुलाकात, नागरिकों में बांटे पानी खाना, ट्वीट कर कही यह बात
By आजाद खान | Published: March 3, 2022 06:54 AM2022-03-03T06:54:56+5:302022-03-03T08:13:59+5:30
केंद्रीय मंत्री वी के सिंह ने भारतीय छात्रों से मुलाकात कर उन्हें भोजन और पानी वितरित भी किया।
Russia Ukraine Crisis: केंद्रीय मंत्री जनरल (Retired) वी.के. सिंह ने पोलैंड-यूक्रेन सीमा (Poland-Ukraine Border) पर बुधवार को भारतीय छात्रों से मिले और उनका हाल-चाल पूछा है। उन्होंने वहां मौजूद भारतीय छात्रों को भोजन और पानी वितरित भी किया है। इसके बाद उन्होंने वहां मौजूद छात्रों से जानकारी लेते हुए कहा कि वे थक चुके हैं लेकिन छात्रों को राहत है कि उन्हें उनकी मातृभूमि में वापस लाने के प्रयास किए जा रहे हैं। इस पर सिंह ने ट्वीट (Tweet) किया और कहा, 'यह बिना कहे कहा जा सकता है कि छात्रों (Students) का मनोबल ऊंचा है और मैं उनके लचीलेपन से प्रभावित हूं, जय हिंद।' आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चार केंद्रीय मंत्रियों को यूक्रेन के पड़ोसी देशों में पहुंचकर भारतीयों की सुरक्षित एवं सुगम निकासी में समन्वय की जिम्मेदारी दी है।
Sharing few light moments with the Indian students in Budomierz at the Poland Ukraine border along with India's Ambassador to Poland - Ms. Nagma Mallick. Goes without saying that the morale of the students is high and I am impressed by their resilience. Jai Hind!#OperationGangapic.twitter.com/nB9KSW1ghZ
— General Vijay Kumar Singh (@Gen_VKSingh) March 2, 2022
केंद्रीय मंत्री ने लिया हालात का जायजा
केंद्रीय मंत्री को भारतीयों की निकासी प्रक्रिया (Withdrawal Process) की निगरानी के लिए वहां भेजा गया है। उन्होंने पोलैंड में भारत की राजदूत नगमा मल्लिक के साथ स्थिति का जायजा लिया और बुडोमिर्ज (Budomierz) का भी दौरा किया है। आपको बता दें कि वारसॉ (पोलैंड) में भारतीय दूतावास के अधिकारियों ने पश्चिमी यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों के लिए पोलैंड सीमा पर एक नया एंट्री प्वाइंट भी बनाया है।
इस पर दूतावास के अधिकारियों ने कहा कि लवीव, टेरनोपिल और पश्चिमी यूक्रेन के अन्य स्थानों में फंसे या रहने वाले छात्रों बुडोमिर्ज सीमा चेक-पॉइंट पर जल्द से जल्द आ सकते हैं ताकि उन्हें सुरक्षित देश वापस भेजा जा सके। उन्होंने कहा, 'वैकल्पिक रूप से उन्हें हंगरी या रोमानिया के माध्यम से पारगमन के लिए दक्षिण की यात्रा करने की सलाह दी गई है।' अधिकारियों ने भारतीयों को शेहिनी-मेड्यका सीमा (Shehyni-Medyka Border) पार नहीं करने की सलाह दी है।
पीएम मोदी ने सौंपी है जिम्मेदारी
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चार केंद्रीय मंत्रियों को यूक्रेन के पड़ोसी देशों में पहुंचकर भारतीयों की सुरक्षित एवं सुगम निकासी में समन्वय की जिम्मेदारी दी है। इसके तहत, सिंह पोलैंड में, किरेन रिजिजू स्लोवाकिया में, हरदीप पुरी हंगरी में जबकि ज्योतिरादित्य सिंधिया रोमानिया और मोलदोवा में समन्वय करेंगे। सिंह ने यहां संवाददाताओं से कहा, ''मैं आज पोलैंड रवाना हो रहा हूं और यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए यूक्रेन तथा पोलैंड दोनों के साथ समन्वय करूंगा।'' सिंह रवाना होने से पहले पोलैंड के राजदूत से मुलाकात कर सकते हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वह यूक्रेन में फंसे भारतीयों को आश्वस्त करना चाहते हैं कि भारत सरकार उनकी सुरक्षित वापसी के लिए हरसंभव कदम उठा रही है।