Video: ओलंपिक चैंपियन अरशद नदीम को पाकिस्तानियों ने बना दिया तमाशा, 100 और 200 रुपये देकर खिंचाई फोटो, सोशल मीडिया पर गुस्सा
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: August 13, 2024 03:52 PM2024-08-13T15:52:25+5:302024-08-13T15:53:19+5:30
पाकिस्तान में लोगों ने अऱशद नदीम को तमाशा बना दिया है। लोग उनसे मिलने उनके गांव जा रहे हैं और सौ, दो सौ रुपये देकर उनके साथ फोटो खिंचा रहे हैं।
Arshad Nadeem: पेरिस ओलंपिक की भालाफेंक स्पर्धा में पाकिस्तान के अरशद नदीम ने स्वर्ण पदक जीता। नदीम ने नया ओलंपिक रिकॉर्ड बनाते हुए दूसरा थ्रो ही 92 . 97 मीटर का लगाया । उन्होंने छठा और आखिरी थ्रो 91 . 79 मीटर का लगाया ।पाकिस्तान का 1992 बार्सीलोना ओलंपिक के बाद यह पहला ओलंपिक पदक है। नदीम पदक लेकर वापस अपने देश लौट चुके हैं और उन पर इस समय पैसे और पुरस्कारों की बारिश हो रही है। लेकिन इसी बीच एक ऐसा वीडियो सामने आया जिसे देखकर खेलप्रेमी दुखी हो गए। दरअसल पाकिस्तान में लोगों ने अऱशद नदीम को तमाशा बना दिया है। लोग उनसे मिलने उनके गांव जा रहे हैं और सौ, दो सौ रुपये देकर उनके साथ फोटो खिंचा रहे हैं।
یہ پاکستان کا ہیرو ورلڈ ریکارڈ قائم کر کے آیا ہے اس کے ساتھ اس طرح تو نہ کریں 🙏🙏 pic.twitter.com/C0lVKhVDwN
— Sanam Jamali🇵🇰 (@sana_J2) August 12, 2024
नदीम पर सरकारें भी पैसा बरसा रही हैं। पंजाब और सिंध की ओर से संयुक्त रूप से 151 मिलियन रुपये के नकद पुरस्कार की घोषणा की गई। लेकिन उनके घर पहुंच कर लोग जिस तरह से तमाशा कर रहे हैं उसे देखकर प्रशंसक अरशद के साथ वहां हुए व्यवहार से खुश नहीं थे। लोग ओलंपिक चैंपियन से मिलने के लिए मियां चन्नू में अरशद नदीम के घर पहुंच तो रहे हैं लेकिन उनका पूरा जोर सिर्फ फोटो खिंचाने पर है। यही नहीं सबके सामने नदीम को पांच सौ और हजार रूपये पकड़ाकर अपनी वाह-वाही भी करा रहे हैं।
नदीम के साथ हुए इस बर्ताव पर सोशल मीडिया यूजर काफी नाराज हैं। एक पाकिस्तानी यूजर ने कहा कि यह बहुत गलत है। हर कोई इस व्यक्ति की सफलता का इस्तेमाल दिखावे के लिए कर रहा है। मुझे लगता है कि यह बहुत गलत है। आप उसकी आँखों में दर्द देख सकते हैं और मुझे भी ऐसे वीडियो देखकर दुख होता है। नदीम हमारी राष्ट्रीय संपत्ति हैं। हमें उनकी सराहना करनी चाहिए।
बता दें कि पाकिस्तान पेरिस ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले भाला फेंक खिलाड़ी अरशद नदीम को देश के दूसरे सबसे बड़े पुरस्कार हिलाल-ए-इम्तियाज से सम्मानित करेगा। इसकी घोषणा शनिवार को की गई। सरकार ने अगले सप्ताह 77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर ‘अज्म-ए-इस्तेहकाम (स्थिरता के प्रति प्रतिबद्धता)’ नामक एक स्मारक डाक टिकट जारी करने का भी निर्देश दिया।