अमेरिका ने किया मध्यस्थता से इनकार, कहा- 'जम्मू-कश्मीर पर भारत का फैसला उसका आंतरिक मामला
By भाषा | Published: August 21, 2019 03:50 AM2019-08-21T03:50:27+5:302019-08-21T03:50:42+5:30
अमेरिका के एक वरिष्ठ राजनयिक ने मंगलवार को कश्मीर मुद्दे पर ट्रंप प्रशासन की ओर से किसी भी तरह की मध्यस्थता से इनकार किया और कहा कि जम्मू कश्मीर पर भारत सरकार ने हाल में जो फैसला लिया है वह उसका आंतरिक मामला है। अमेरिका के विदेश विभाग के एक राजनयिक ने जिक्र किया कि पाकिस्तान के लिये कश्मीर हमेशा से एक अहम और भावनात्मक मुद्दा रहा है।
उन्होंने कहा कि वास्तव में पाकिस्तान के लिये यह दिखाने का सही समय है तथा इसके अपने कारण भी हैं कि पाकिस्तान अपनी कार्ययोजना के मुताबिक छद्म ताकतों को अपनी जमीन से कार्रवाई करते रहने की इजाजत देने का कोई फायदा नहीं है।
उसके लिये अपनी छवि को निर्धारित करने और अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के लिये निवेश को आकर्षित करने की क्षमता दिखाने का भी यह सही समय है। भारत ने दृढ़ता से अंतरराष्ट्रीय समुदाय को कहा है कि संविधान के अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को हटाकर जम्मू कश्मीर के विशेष दर्जे को वापस लेना उसका आंतरिक मामला है और उसने पाकिस्तान को भी इस हकीकत को स्वीकार की सलाह दी है।
अधिकारी ने नाम नहीं जाहिर करने की शर्त पर बताया, ‘‘हम मानते हैं कि यह (कश्मीर पर भारत का फैसला) उनका आंतरिक मामला है। लेकिन जाहिर है इसके भारत की सीमा के बाहर भी प्रभाव होंगे। हम लंबे समय से दशकों के इस मुद्दे को सुलझाने के लिये भारत और पाकिस्तान को सीधी बातचीत की सलाह दे रहे हैं।’’