नव-निर्वाचित राष्ट्रपति बाइडन ने दिया 'अमेरिका इज बैक' का नारा, कार्यकाल बराक ओबामा के तीसरे टर्म की तरह नहीं

By सतीश कुमार सिंह | Published: November 25, 2020 03:27 PM2020-11-25T15:27:11+5:302020-11-25T15:28:32+5:30

एनबीसी न्यूज को दिए इंटरव्यू में कहा कि वह पूर्व राष्ट्रपति की छाया से बाहर निकलकर काम करेंगे। आपको बता दें जो बाइडन ओबामा के कार्यकाल में उपराष्ट्रपति हुआ करते थे।

us President Newly elected joe Biden says 'America is Back' slogan tenure not like be Barack Obama's third term | नव-निर्वाचित राष्ट्रपति बाइडन ने दिया 'अमेरिका इज बैक' का नारा, कार्यकाल बराक ओबामा के तीसरे टर्म की तरह नहीं

बाइडन और उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस को पेनसिल्वेनिया में विजेता घोषित किया गया है। (file photo)

Highlightsबाइडन ने कैबिनेट में कई पुराने चेहरों को शामिल किया, जो ओबामा सरकार के साथ काम कर चुके हैं।ट्रंप ने ट्वीट में बड़े-बड़े अक्षरों में अमेरिका फर्स्ट का नारा दोहराया, वहीं बाइडेन ने 'अमेरिका इज बैक' का मंत्र दिया। बाइडन ने कहा कि ‘चुनाव बीत गया’ और अब पक्षपात एवं एक-दूसरे को घटिया बताने की बातों को दरकिनार करने का वक्त है।

वाशिंगटनः अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन ने अपने पहले साक्षात्कार में कहा कि उनका कार्यकाल बराक ओबामा के तीसरे कार्यकाल की तरह नहीं होगा। 

एनबीसी न्यूज को दिए इंटरव्यू में कहा कि वह पूर्व राष्ट्रपति की छाया से बाहर निकलकर काम करेंगे। आपको बता दें जो बाइडन ओबामा के कार्यकाल में उपराष्ट्रपति हुआ करते थे। अमेरिका में यह देखने को मिल रहा है कि बाइडन ने कैबिनेट में कई पुराने चेहरों को शामिल किया, जो ओबामा सरकार के साथ काम कर चुके हैं।

इस सवाल के जवाब में बाइडन ने कहा, "ये ओबामा का तीसरा कार्यकाल नहीं है, हम ओबामा-बाइडेन प्रशासन से बिल्कुल अलग दुनिया का सामना कर रहे हैं, राष्ट्रपति ट्रंप ने पूरा परिदृश्य बदल दिया है।" कैथी रसेल, जो ओबामा प्रशासन के दौरान बाइडन के चीफ ऑफ स्टाफ थे, राष्ट्रपति भवन के व्हाइट हाउस ऑफिस के निदेशक के रूप में काम करेंगे, प्रशासन की भूमिकाओं के लिए आवेदकों का मूल्यांकन करेंगे।

लुईसा टेरेल, जिन्होंने ओबामा प्रशासन में राष्ट्रपति के लिए एक विधायी सलाहकार के रूप में सेवा की और सीनेट में बाइडन के लिए उप-प्रमुख के रूप में काम किया, वे व्हाइट हाउस ऑफ़ लेजिस्लेटिव अफेयर्स के निदेशक होंगे। कार्लोस एलेगोंडो, जो ओबामा प्रशासन के दौरान बाइडन के लिए सामाजिक सचिव थे, अपनी भूमिका को फिर से दोहराएंगे। बाइडेन की विदेश नीति भी ट्रंप से काफी अलग होने वाली है, मंगलवार को अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति ट्रंप ने ट्वीट में बड़े-बड़े अक्षरों में अमेरिका फर्स्ट का नारा दोहराया, वहीं बाइडेन ने 'अमेरिका इज बैक' का मंत्र दिया। 

एक-दूसरे को घटिया बताने की बातों को दरकिनार करने का वक्त

बाइडन ने कहा कि ‘चुनाव बीत गया’ और अब पक्षपात एवं एक-दूसरे को घटिया बताने की बातों को दरकिनार करने का वक्त है। ट्विटर पर बाइडन का बयान ऐसे समय आया है जब कुछ घंटे पहले निवर्तमान (रिपब्लिकन) राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कई सप्ताह की खींचतान के बाद आखिरकार राष्ट्रपति पद के हस्तांतरण की प्रक्रिया के लिए राजी हो गए। इस बीच, राष्ट्रपति पद के डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडन और उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस को पेनसिल्वेनिया में विजेता घोषित किया गया है।

सत्ता हस्तांतरण का कामकाज देखने वाली संघीय एजेंसी ‘जनरल सर्विसेज एडमिनिस्ट्रेशन’ (जीएसएस) ने कहा कि अब वह डेमोक्रेट बाइडन को तीन नवंबर के चुनाव का ‘स्पष्ट विजेता’ मानती है। बाइडन (78) ने ट्वीट किया, ‘‘ चुनाव बीत गया। अब पक्षपात एवं एक दूसरे को घटिया बताने की बातों को दरकिनार करने का वक्त है। हमें साथ आना होगा।’’

उन्होंने सोमवार को ट्वीट किया था, ‘‘ मेरा ऐसा राष्ट्रपति बनने का संकल्प है जो बांटने का नहीं बल्कि एकजुट रखना चाहता है। जो लाल या नीले प्रांत नहीं, बल्कि अमेरिका को देखता है।’’ इस बीच, राष्ट्रपति ट्रंप (74) बिना सबूत के मतदान में धोखाधड़ी का आरोप अब भी लगा रहे हैं। हालांकि सोमवार को उन्होंने कहा कि जीएसएस को जो करना चाहिए, वह जरूर करे।

एनएसए निुयक्त जेक सुलिवन जैसा बुद्धिजीवी पीढ़ियों में कोई एक होता है: बाइडन

अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि उनके राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन जैसा बुद्धिजीवी पीढ़ियों में कोई एक होता है और उनमें दुनिया के कठिनतम कामों से एक को करने के लिए अनुभव और मिज़ाज दोनों हैं। बाइडन ने डेलावेयर के विलमिंगटन में अपने सत्ता हस्तांतरण मुख्यालय में कहा,‘‘ मेरे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के रूप में मैं जेक सुलिवन का चयन करता हूं। उनके जैसा मेधावी पीढ़ियों में कोई एक होता है और उनमें दुनिया के कठिनतम कामों से एक को करने के लिए अनुभव और मिज़ाज दोनों हैं।’’

सुलिवन (43), दशकों में पहली बार सबसे कम उम्र के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार होंगे। बाइडन जब उप राष्ट्रपति थे तब सुलिवन उनके राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार थे। वह विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन के एक मुख्य सलाहकार रह चुके हैं। उन्होंने कहा,‘‘ और राष्ट्रपति पद के चुनाव प्रचार के दौरान वह विदेशी और घरेलू नीतियों में मेरे सबसे भरोसेमंद सलाहकार रहे। साथ ही उन्होंने कोविड-19 से निपटने की रणनीति बनाने में मेरी मदद की। जेक मेरे उस दृष्टिकोण को समझते हैं कि आर्थिक सुरक्षा ही राष्ट्रीय सुरक्षा है।’’

मेरा राष्ट्रीय सुरक्षा दल अमेरिका को सुरक्षित रखेगा : बाइडन

अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि उनका राष्ट्रीय सुरक्षा दल देश को सुरक्षित रखेगा ताकि यह प्रदर्शित किया जा सके कि ‘‘ अमेरिका विश्व का नेतृत्व करने को एक बार फिर तैयार है, इससे पीछे हटने को नहीं’’। डेलावेयर के विलमिंगटन में अपने सत्ता हस्तांतरण मुख्यालय से बाइडन ने मंगलवार को अनुभवी राजनयिक एंटनी ब्लिनकेन को विदेश मंत्री, एलेजांद्रो मयोरकास को ‘होमलैंड सिक्योरिटी’ मंत्री, लिंडा थॉमस-ग्रीनफील्ड को संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत और एवरिल हैंस को राष्ट्रीय खुफिया निदेशक के तौर पर नामित करने के अपने इरादे की घोषणा की।

एवरिल राष्ट्रीय खुफिया निदेशक बनने वाली पहली महिला होंगी। बाइडन ने जॉन कैरी को राष्ट्रपति का विशेष जलवायु दूत और जेक सुलिवन (43) को राष्ट्रीय सलाहकार के पद के लिए नामित करने की भी घोषणा की थी। सुलिवन, दशकों में इस पद पर सेवा देने वाले सबसे कम उम्र के लोगों में से एक होंगे।

कई प्रमुख ‘केबल नेटवर्क’ पर प्रसारित संबोधन में बाइडन ने कहा, ‘‘ यह एक ऐसा दल है जो हमारे देश और हमारे लोगों को सुरक्षित रखेगा और यह एक ऐसा दल है जो उस तथ्य को प्रदर्शित करेगा कि अमेरिका विश्व का नेतृत्व करने को एक बार फिर तैयार है, इससे पीछे हटने को नहीं। एक बार फिर सर्वश्रेष्ठ होने, अपने प्रतिद्वंद्वियों का सामना करने , सहयोगियों के साथ खड़ा होने, हमारे मूल्यों के लिए खड़े होने को तैयार है। ’’ अमेरिका में तीन नवम्बर को राष्ट्रपति चुनाव हुए थे, जिसमें डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडन को विजेता घोषित किया जा चुका है।

अमेरिका की सरकारी एजेंसी ने राष्ट्रपति चुनाव में बाइडन को विजेता के रूप में मान्यता दी

अमेरिका की एक सरकारी एजेंसी ने बदलाव को आगे बढ़ाने की प्रक्रिया के लिए पड़ रहे दबाव के बीच आखिरकार राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जो बाइडन को विजेता के रूप में मान्यता प्रदान कर दी। जनरल सर्विसेज एडमिनिस्ट्रेशन (जीएसए) की प्रशासक एमिली मर्फी के बहुप्रतीक्षित निर्णय के बाद अब आगामी बाइडन टीम की संघीय संसाधनों, विभिन्न संघीय एजेंसियों और खुफिया जानकारियों तक पहुंच होगी। राष्ट्रपति चुनाव के बाद बदलाव की प्रक्रिया को औपचारिक रूप से आगे बढ़ाने का दायित्व जीएसए का है।

मौजूदा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप मतगणना में धांधली का आरोप लगाकर खुद को चुनाव विजेता कहते आ रहे थे। अमेरिका में तीन नवंबर को राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव हुआ था जिसमें रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार ट्रंप और डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार बाइडन थे। पिछले दो सप्ताह से अधिक समय से मर्फी डेमोक्रेटिक पार्टी के नेताओं, राष्ट्रीय सुरक्षा विशेषज्ञों और स्वास्थ्य अधिकारियों की ओर से आलोचना का सामना करती आ रही थीं।

आलोचकों का कहना था कि बदलाव की प्रक्रिया को औपचारिक रूप से आगे बढ़ाने में विलंब के चलते कोविड-19 और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर आगामी बाइडन प्रशासन के प्रयास बाधित हो रहे हैं। मर्फी ने आखिरकार बाइडन के नाम ‘मान्यता पत्र’ में लिखा कि ट्रंप प्रशासन बदलाव की औपचारिक प्रक्रिया शुरू करने के लिए तैयार है। पत्र प्रशासन द्वारा ट्रंप की हार स्वीकार किए जाने की दिशा में पहला कदम है।

यह खबर ऐसे समय आई है जब अब तक हार स्वीकार न करनेवाले ट्रंप ने ट्वीट किया कि वह जीएसए और अपने प्रशासन में अन्य को राष्ट्रपति की शक्ति के औपचारिक स्थानांतरण के लिए ‘‘शुरुआती प्रोटोकॉल’’ शुरू करने की सिफारिश कर रहे हैं। ट्रंप ने जहां यह कहा कि इस कदम की उन्होंने सिफारिश की, वहीं मर्फी ने कहा कि उन्होंने कानून और उपलब्ध तथ्यों के आधार पर स्वतंत्र रूप से निर्णय लिया है। इस बीच, बाइडन टीम ने बदलाव की प्रक्रिया शुरू होने का स्वागत किया है। 

Web Title: us President Newly elected joe Biden says 'America is Back' slogan tenure not like be Barack Obama's third term

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