अमेरिका में 40 से ज्यादा शहरों में हिंसक प्रदर्शन, राष्ट्रपति ट्रंप बोले- उतार रहा हूं हथियारों से लैस सेना, वो करेंगे सब ठीक
By पल्लवी कुमारी | Published: June 2, 2020 07:35 AM2020-06-02T07:35:19+5:302020-06-02T07:35:19+5:30
अमेरिका में पिछले कई दशकों में अब तक के सबसे बड़ी नागरिक अशांति माने जा रहे ये हिंसक प्रदर्शन जॉर्ज फ्लॉयड (George Floyd) की मौत के बाद अमेरिका में कम से कम 140 शहरों तक फैल गया हैं। कुछ प्रदर्शनों के हिंसक रूप ले लेने के बाद कम से कम 20 राज्यों में नेशनल गार्ड के सैनिकों की तैनाती कर दी गई है।
वॉशिंगटन: अफ्रीकी मूल के अमेरिकी नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड (George Floyd) की पुलिस हिरासत में मौत को लेकर हो रहे हिंसक प्रदर्शनों के छठे दिन अमेरिका में आक्रोश और भावनाएं उबाल पर हैं। इन हिंसक प्रदर्शनों में अब तक कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई है, हजारों लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है और करीब 40 शहरों में कर्फ्यू लगाया गया है। हिंसा की लपटें राजधानी वॉशिंगटन डीसी और व्हाइट हाउस तक पहुंच चुकी हैं। हालात नियंत्रण से बाहर निकलते देखकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी मिलिट्री को उतारने का फैसला किया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, मैंने इस देश के कानून को सबसे ऊपर रखने की शपथ ली थी और मैं अब बिल्कुल वही करने वाला हूं।रविवार (31 मई) रात वॉशिंगटन डीसी में जो कुछ हुआ वह बेहद गलत था। मैं हजारों की संख्या में हथियारों से लैस सेना के जवानों को उतार रहा हूं। इनका काम दंगा, आगजनी, लूट और मासूम लोगों पर हमले की घटनाओं पर लगाम लगाना होगा।'
What happened in Washington, DC last night was a total disgrace. As we speak, I'm dispatching thousands & thousands of heavily armed soldiers, military personnel & law enforcement officers to stop the rioting, looting, vandalism, assaults & wanton destruction of property: US Pres pic.twitter.com/cnvh80dhHh
— ANI (@ANI) June 1, 2020
ट्रंप ने कहा, "हम भीड़ को शांतिपूर्ण प्रदर्शन के नाम पर के धरना और दंगा करने की अनुमति नहीं दे सकते हैं। ट्रंप ने कहा, मैं 1807 अधिनियम के तहत दंगा प्रभावित इलाके में सैनिकों को तैनात करने की अनुमति देता है।''
ट्रंप ने राज्यों को दी हिदायत, नागरिकों की रक्षा करने में कोई कसर न छोड़ें
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए राज्यों को हिदायत दी है कि आम जनता की रक्षा के लिए वह हर कदम उठा सकते हैं। ट्रंप ने कहा, 'अगर कोई राज्य या शहर अपने नागरिकों और उनकी संपत्ति की रक्षा करने से इनकार करता है तो मैं अमेरिकी सेना की तैनाती कर उनका काम तुरंत आसान कर दूंगा।'
If a city or state refuses to take the actions that are necessary to defend the life and property of their residents then I will deploy the United States Military and quickly solve the problem for them: US President Donald Trump https://t.co/CHyldDkEj9
— ANI (@ANI) June 1, 2020
उन्होंने कहा, हिंसा का सबसे ज्यादा शिकार मासूम और शांतिप्रिय लोग बने हैं और उनका राष्ट्रपति होने के नाते मैं उनके अधिकारों की रक्षा करूंगा।
जॉर्ज फ्लॉयड (George Floyd) की मौत पर ट्रंप ने क्या कहा?
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, मैं जॉर्ज फ्लॉयड की मौत से काफी दुखी हैं। हम चंद दंगाइयों के उपद्रव के आगे शांतिपूर्वक प्रदर्शन करने वाले लोगों के विरोध को नजरअंदाज नहीं करेंगे।
Fully committed to provide justice to George and his family, says Trump
— ANI Digital (@ani_digital) June 1, 2020
Read @ANI Story | https://t.co/5ymvH30plrpic.twitter.com/DFeJEv6FVE
ट्रंप ने कहा कि जॉर्ज की मौत से लोग बेहद दुखी हैं और चंद दंगाइयों के उपद्रव के आगे शांतिपूर्वक प्रदर्शन करने वाले लोगों के विरोध को नजरअंदाज नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि जॉर्ज और उनके परिवार को इंसाफ जरूर मिलेगा।
ट्रंप को दंगा और हिंसा की वजह से व्हाइट हाउस के बंकर में लेनी पड़ी शरण
सीएनएन के मुताबिक, राष्ट्रपति ट्रंप को व्हाइट हाउस के बाहर प्रदर्शन के दौरान कुछ समय के लिए भूमिगत बंकर में ले जाया गया । प्रथम महिला मेलानिया ट्रंप और उनके बेटे बैरन को भी बंकर में ले जाया गया। राष्ट्रपति ट्रंप रविवार (31 मई) को सार्वजनिक रूप से नजर नहीं आए लेकिन एक के बाद एक कई ट्वीट कर उन्होंने देश में नफरत एवं अराजकता को बढ़ावा देने के लिए मीडियो को दोष दिया। अमेरिकी अटर्नी जनरल विलियम बार ने कहा कि यह हिंसा भड़काई गई है और एएनटीएफआई संगठन ने की है और अन्य समूह जो घरेलू स्तर पर आतंकवाद फैला रहे हैं, उनसे उचित तरीके से निपटा जाएगा।
ट्रंप प्रशासन ने आरोप लगाया है कि यह हिंसा नियोजित लग रही है जिसे धुर वामपंथी चरमपंथियों और अराजक तत्वों ने अंजाम दिया है। वहीं पू्र्व उपराष्ट्रपति जो बाइडेन ने रविवार को एक प्रदर्शन स्थल का दौरा किया और कहा कि इस आक्रोश को एक मकसद में बदलकर ही इस दर्द को कम किया जा सकता है।
वाशिंगटन पोस्ट के मुताबिक, ''देश के कई हिस्सों में प्रदर्शनों के उपद्रव का रूप ले लेने के बाद कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने सप्ताहांत में दो दर्जन अमेरिकी शहरों से कम से कम 2,564 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें से 20 प्रतिशत गिरफ्तारी लॉस एंजिलिस में हुई हैं। यह अशांति शुरुआत में मिनेसोटा के मिनीपोलिस से शुरू हुई थी लेकिन अब पूरे देश में फैल चुकी है जहां लॉस एंजिलिस, शिकागो, न्यूयॉर्क, ह्यूस्टन, फिलेडेल्फिया और वाशिंगटन डीसी समेत बड़े शहरों से हिंसा की खबरें आ रही हैं।