अमेरिका ने चीन और हांगकांग की यात्रा पर जाने के खिलाफ नई चेतावनी जारी की, “ स्थानीय कानून थोपे जाने“ का खतरा
By भाषा | Published: September 15, 2020 05:19 PM2020-09-15T17:19:55+5:302020-09-15T17:19:55+5:30
परामर्श अमेरिका और चीन के बीच तनाव बढ़ा सकता है जो हांगकांग में जून में सख्त राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लागू किए जाने को लेकर पहले से ही अधिक है। इसे लेकर अमेरिका कई दंडात्मक कार्रवाई कर चुका है।
बीजिंगः अमेरिका ने चीन और हांगकांग की यात्रा पर जाने के खिलाफ मंगलवार को नई चेतावनी जारी की और कहा कि वहां पर “मनमाने तरीके से हिरासत में लिए जाने“ और मनमाने तरीके से “ स्थानीय कानून थोपे जाने“ का खतरा है।
यह परामर्श अमेरिका और चीन के बीच तनाव बढ़ा सकता है जो हांगकांग में जून में सख्त राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लागू किए जाने को लेकर पहले से ही अधिक है। इसे लेकर अमेरिका कई दंडात्मक कार्रवाई कर चुका है।
नए परामर्श में अमेरिकी नागरिकों को चेतावनी दी गई है कि चीन जांचकर्ताओं से सहयोग करने को मजबूर करने के लिए “ मनमाने तरीके से हिरासत में ले सकता और बाहर जाने पर प्रतिबंधित लगा सकता है। इसके अलावा विदेश से परिवार के सदस्यों को चीन लौटने के लिए दबाव डाल सकता है, दीवानी विवादों को प्रभावित कर सकता है।
परामर्श में कहा गया है कि चीन या हांगकांग में रहने वाले या वहां की यात्रा पर जाने वाले अमेरिकी नागरिकों को वह हिरासत में ले सकता है और ना उन्हें राजनयिक पहुंच देगा और न ही उनके कथित अपराध के बारे में कोई सूचना देगा।
अमेरिकी नागरिकों से लंबे समय तक पूछताछ की जा सकती है और बिना कानूनी प्रक्रिया के उनकी हिरासत को बढ़ाया जा सकता है। परामर्श में कहा गया है कि हांगकांग में चीन एकतरफा और मनमाने ढंग से पुलिस और सुरक्षा शक्तियों का प्रयोग कर सकता है।
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार प्रमुख ने अमेरिका में नस्लवाद की आलोचना की, हांगकांग पर है करीबी नजर
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार प्रमुख ने अमेरिका से नस्लवाद से मुकाबले के लिए ‘‘तुरंत’’ कदम उठाने की अपील की और हांगकांग के अधिकारियों को चीन के नए कानून के तहत कार्रवाई पर करीबी नजर रखने को कहा है। मिशेल बाशेलेट ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद की एक बैठक में यह टिप्पणी की। उन्होंने म्यांमा, निकारागुआ और वेनेजुएला समेत अन्य स्थानों पर मानवाधिकार की स्थिति को लेकर भी चिंता प्रकट की।
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त बाशेलेट ने पिछले महीने अमेरिका के केनोशा, विस्कॉन्सिन में जैकब ब्लेक को गोली मारने और न्यूयॉर्क के रोचेस्टर में डेनियल प्रूड की मौत जैसे मामलों में पुलिस के बल प्रयोग पर चिंता प्रकट की । उन्होंने कहा कि जवाबदेही की भावना नहीं रहने से इस तरह का संकट बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘मई में मिनियापोलिस में गोलीबारी में जार्ज फ्लायड की मौत के बाद प्रशासन ने पुलिस व्यवस्था में सुधार को लेकर प्रतिबद्धता जतायी थी। हमें ऐसा माहौल बनाने की जरूरत है, जहां अफ्रीकी मूल के अमेरिकी लोग कानून लागू करने वाली एजेंसियों से खुद को सुरक्षित महसूस करें।’’
अपने संबोधन में बाशेलेट ने कहा कि उनका कार्यालय हांगकांग पर चीन के नए कानून के असर को लेकर भी नजर रखे हुए है। आरोप हैं कि नए कानून के तहत हांगकांग में कम से कम 24 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गयी है।
बाशेलेट ने कहा, ‘‘हांगकांग के अधिकारियों ने लगातार कहा है कि हांगकांग के निवासियों के मानवाधिकारों पर नए कानून का कोई नकारात्मक असर नहीं पड़ेगा । ’’ उन्होंने कहा, ‘‘इसके तहत मैं हांगकांग के अधिकारियों से आग्रह करती हूं कि पुलिस और अदालतों द्वारा लागू कानून पर करीबी नजर रखें और मानवाधिकारों पर किसी तरह का नकारात्मक असर पड़ता है तो उसकी समीक्षा करें।’’