भारत के बाद अमेरिका ने दिया चीन को बड़ा झटका, रक्षा उपकरणों के निर्यात पर लगाया बैन
By पल्लवी कुमारी | Published: June 30, 2020 07:31 AM2020-06-30T07:31:12+5:302020-06-30T07:31:12+5:30
चीन ने सोमवार (28 जून) को कहा कि वह हांगकांग से संबंधित मुद्दों पर 'गलत रुख' दिखाने वाले अमेरिकी अधिकारियों पर वीजा का प्रतिबंध लगाएगा। उसके एक दिन अमेरिका ने रक्षा उपकरणों के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने के फैसले का ऐलान किया है।
वॉशिंगटन: भारत के 59 चीन के ऐप को बैन करने के बाद अमेरिका ने भी चीन को बड़ा झटका दिया है। अमेरिका ने अमेरिकी मूल अत्याधुनिक रक्षा उपकरणों और तकनीकों के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है। अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने आज (30 जून) जानकारी देते हुए बताया। अमेरिका ने यह फैसला तब किया है, जब चीन के हांगकांग को लेकर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लाए जाने की घोषणा की गई है।
अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने ट्वीट किया, 'आज अमेरिका हांगकांग को रक्षा उपकरण और दोहरे इस्तेमाल में आने वाली संवेदनशील तकनीकों के निर्यात पर बैन लगाने जा रहा है। यदि पेइचिंग हॉन्ग कॉन्ग को एक देश, एक प्रणाली समझता है तो हमें भी निश्चित रूप से समझना होगा।'
Today, the United States is ending exports of @StateDeptPM controlled U.S. origin defense equipment and sensitive @CommerceGov controlled dual-use technologies to Hong Kong. If Beijing now treats Hong Kong as “One Country, One System,” so must we.
— Secretary Pompeo (@SecPompeo) June 29, 2020
अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ प्रेस ब्रीफिंग में भी चीन पर साधा निशाना
इससे पहले प्रेस ब्रीफिंग के दौरान भी अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने चीन पर जमकर हमला बोला था। प्रेस ब्रीफिंग के दौरान माइक पोम्पिओ ने कहा, 'चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के हांगकांग की स्वतंत्रता को खत्म करने के फैसले ने डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन को हांगकांग को लेकर अपनी नीतियों पर फिर से पुनविचार करने का मौका दिया है। चूंकि चीन राष्ट्रीय सुरक्षा कानून को पारित करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है, इसलिए अमेरिका हांगकांग को अमेरिकी मूल के रक्षा उपकरणों पर बैन लगा रहा है।'
अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ कहा, हम यह फैसला अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा की ध्यान में रखते हुए ले रहे हैं। पोम्पिओ ने कहा, हम अब यह भेद नहीं करेंगे कि ये उपकरण हांगकांग को निर्यात किए जा रहे हैं या चीन को। हम इस बात का खतरा नहीं उठा सकते हैं कि ये उपकरण और तकनीक चीन की सेना पीपल्स लिबरेशन के पास पहुंच जाएं जिसका मुख्य मकसद कम्युनिस्ट पार्टी की तानाशाही को किसी भी प्रकार से बनाए रखना है।
US ends defence exports to Hong Kong as China pushes for national security bill
— ANI Digital (@ani_digital) June 29, 2020
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भारत ने TikTok, यूसी ब्राउजर सहित 59 चीनी मोबाइल ऐप पर लगाया बैन
भारत ने सोमवार (29 जून) को चीन से संबंध रखने वाले 59 मोबाइल एप पर प्रतिबंध लगा दिया, जिसमें लोकप्रिय टिकटॉक और यूसी ब्राउजर जैसे ऐप भी शामिल हैं। केंद्र सरकार ने कहा कि ये ऐप देश की संप्रभुता, अखंडता और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए हानिकारक हैं। ये प्रतिबंध लद्दाख क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीनी सैनिकों के साथ मौजूदा तनावपूर्ण स्थितियों के बीच लगाए गए हैं। प्रतिबंधित सूची में वीचैट , बीगो लाइव ,हैलो, लाइकी, कैम स्कैनर, वीगो वीडियो, एमआई वीडियो कॉल - शाओमी, एमआई कम्युनिटी, क्लैश ऑफ किंग्स के साथ ही ई-कॉमर्स प्लेटफार्म क्लब फैक्टरी और शीइन शामिल हैं।
ऐसे में इस फैसले ने चीनी प्रौद्योगिकी कंपनियों की बड़ी सफाई कर दी है। भारत में टिकटॉक के 20 करोड़ से अधिक उपयोगकर्ता हैं, जबकि शाओमी सबसे बड़ा मोबाइल ब्रांड है। अलीबाबा का यूसी ब्राउजर एक मोबाइल इंटरनेट ब्राउजर है, जो 2009 से भारत में उपलब्ध है।
इसका दावा है कि सितंबर 2019 में दुनिया भर (चीन को छोड़कर) में उसके 1.1 अरब उपयोगकर्ता थे, जिसमें आधे भारत से थे। आईटी मंत्रालय ने सोमवार को जारी एक आधिकारिक बयान में कहा कि उसे विभिन्न स्रोतों से कई शिकायतें मिली हैं, जिनमें एंड्रॉइड और आईओएस प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध कुछ मोबाइल ऐप के दुरुपयोग के बारे में कई रिपोर्ट शामिल हैं।