US Election Results 2020: डोनाल्ड ट्रंप को 213 और जो बाइडेन को मिले 238, प्रमुख राज्यों में कड़ा मुकाबला जारी
By स्वाति सिंह | Published: November 4, 2020 09:06 PM2020-11-04T21:06:18+5:302020-11-04T21:12:15+5:30
महीनों से दुनिया भर में अनुमान लगाया जा रहा था कि राष्ट्रपति चुनाव में किसे जीत मिलेगी। मुकाबले के रोमांचक होने के साथ ही लोगों में परिणाम को लेकर उत्सुकता बढ़ती जा रही है।
वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति पद के लिए हुए चुनाव के नतीजे को लेकर दुनिया भर में उत्सुकता है और विभिन्न देशों में लोग बेसब्री से चुनाव परिणाम की प्रतीक्षा कर रहे हैं। अब वोटों की गिनती जारी है, कई राज्यों के रुझान और नतीजे भी आ गए हैं। डेमोक्रेट्स के उम्मीदवार जो बाइडेन और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप में कांटे की टक्कर चल रही है। एसोसिएटेड प्रेस के मुताबिक, अमेरिका का राष्ट्रपति कौन होगा, इसमें विस्कॉन्सिन, मिशिगन और पेंसिल्वेनिया जैसे राज्यों का अहम रोल हो सकता है। रॉयटर्स की टैली के मुताबिक, ट्रंप के 213 वोटों के मुकाबले अभी तक बाइडेन को 224 चुनावी वोट मिले हैं।
हालांकि, अभी भी अमेरिका में राष्ट्रपति पद के चुनाव की तस्वीर अब तक साफ नहीं हुई है। अमेरिका के कई कड़े मुकाबले वाले राज्यों में पेच अभी भी फंसा हुआ है। वैसे तो राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उन्हें चुनौती दे रहे डेमोक्रेटिक पार्टी के जो बाइडेन दोनों ने अपनी-अपनी जीत की भविष्यवाणी कर दी है, लेकिन नतीजों से पहले ट्रंप का गुस्सा भी सामने आ रहा है। उन्होंने कहा है कि अमेरिकी लोगों से धोखे की कोशिश की जा रही है, जिसे वो सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दे सकते हैं। उधर जो बाइडेन अपने समर्थकों से धैर्य बनाए रखने को कह रहे हैं।
बता दें कि महीनों से दुनिया भर में अनुमान लगाया जा रहा था कि राष्ट्रपति चुनाव में किसे जीत मिलेगी। मुकाबले के रोमांचक होने के साथ ही लोगों में परिणाम को लेकर उत्सुकता बढ़ती जा रही है। यूरोपीय संघ की विदेश नीति के प्रमुख जोसेप बोरेल ने कहा कि व्हाइट हाउस के लिए नजदीकी मुकाबले को देखते हुए हमें थोड़ा धैर्य रखना होगा। बोरेल ने स्पेनिश नेशनल टेलीविजन से कहा, ‘‘अमेरिकी प्रणाली में आखिरी वोट भी मायने रखता है, और आखिरी वोट भी परिणाम को बदल देता है।" दुनिया भर के नेता आमतौर पर परिणाम को लेकर टिप्पणी करने से परहेज कर रहे हैं। हालांकि नतीजे को लेकर बने संशय से विदेशों में चिंताएं भी पैदा हो रही हैं कि विजेता घोषित होने के बाद अमेरिका में लंबे समय तक आंतरिक संघर्ष बना रह सकता है।
जर्मनी के रक्षा मंत्री ए सी कारेनबाउर ने कहा कि अब परिणाम की वैधता को लेकर लड़ाई शुरू हो गयी है। उन्होंने कहा, ‘‘यह एक बहुत ही विस्फोटक स्थिति है... यह अमेरिका में संवैधानिक संकट का कारण बन सकता है। यह निश्चित रूप से हमें चिंतित करेगा।" चुनाव परिणाम में देरी का असर वित्तीय बाजारों में देखा जा रहा है और इससे निवेशकों की धारणा भी प्रभावित हुई है। कुछ सूचकांकों में वृद्धि हुयी है वहीं कुछ नीचे चले गए हैं।