अमेरिकी राजनयिक बोले- कोरोना प्रकोप का फायदा उठा रहा है चीन, भारत के साथ शांतिपूर्ण तरीके से करे बात
By पल्लवी कुमारी | Published: September 3, 2020 08:40 AM2020-09-03T08:40:07+5:302020-09-03T08:40:07+5:30
अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने भारत-चीन सीमा गत्तिरोध पर कहा है, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (सीपीसी) ताइवान स्ट्रेट से लेकर हिमालय तक स्पष्ट तौर पर अपने पड़ोसियों को परेशान करने में लगी हुई है।
वाशिंगटन: अमेरिका के एक शीर्ष राजनयिक डेविड स्टिलवेल ने कहा है कि चीन कोरोना वायरस के प्रकोप का फायदा उठा रहा है और भारत उन देशों में शामिल है। राजनयिक डेविड स्टिलवेल ने कहा कि एक तो चीन के शहर वुहान से पूरे विश्व में कोविड-19 फैला और चीन ही उसका फायदा लेने में लगा है।
डेविड स्टिलवेल ने बुधवार (2 सितंबर) को दिए अपने बयान में कहा, वुहान से फैले कोरोना के प्रकोप के बाद से हमने जो देखा है, उससे लगा है कि पीआरसी (पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना) स्थिति का लाभ उठाने की कोशिश में लगी है। भारत उन उन उदाहरणों में से एक है। इसलिए मैं चीन के बीजिंग में बैठी सरकार के कहना चाहता हूं कि शांतिपूर्ण तरीके और बातचीत के माध्यम से सारी चीजों को हल कीजिए और अपनी प्रतिबद्धता का पालन करें।
अमेरिकी राजनयिक का यह बयान भारतीय सेना द्वारा 29 और 30 अगस्त की रात को चीनी सेना के पैंगोंग त्सो के दक्षिणी तट के इलाकों में घुसपैठ करने के प्रयास को विफल करने के बाद आया है।
China taking advantage of COVID-19 outbreak, India one such example: US Diplomat
— ANI Digital (@ani_digital) September 3, 2020
Read @ANI Story | https://t.co/Uu3FNcZYlrpic.twitter.com/MqdRK3LdVv
भारत और चीन के बीच सीमा पर गतिरोध के एक सवाल पर डेविड स्टिलवेल ने कहा कि हम चीन को सलाह देंगे कि वह जबरदस्ती, बल प्रयोग के बिना शांति से इन चीजों को हल करें।
अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने भी कहा- चीन अपने पड़ोसियों को परेशान करने में लगा हुआ है
अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने भारत-चीन सीमा पर स्थिति के शांतिपूर्ण समाधान की उम्मीद जताते हुए बुधवार को कहा कि कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (सीपीसी) ताइवान स्ट्रेट से लेकर हिमालय तक स्पष्ट तौर पर अपने पड़ोसियों को परेशान करने में लगी हुई है।
विदेश विभाग के मुख्यालय में पोम्पिओ ने पत्रकारों से कहा कि उसकी यह प्रवृत्ति दक्षिण चीन सागर में भी जाहिर है। उन्होंने कहा, हम भारत-चीन सीमा पर हालात के शांतिपूर्ण समाधान की उम्मीद कर रहे हैं।
अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा कि ताइवान स्ट्रेट से लेकर हिमालय और अन्य जगहों पर, सीपीसी साफ तौर पर अपने पड़ोसियों को परेशान करने में लगी हुई है। पोम्पिओ ने कहा, सीपीसी के साम्राज्यवाद के लिए जिम्मेदार तथा हमारे सहयोगी फिलीपीन तथा अन्य देशों के आर्थिक क्षेत्रों में अवैध ऊर्जा निगरानी जैसे कामों में लगे, चीनी व्यक्तियों और संस्थानों पर अमेरिका ने पिछले हफ्ते प्रतिबंध और वीजा पाबंदियां लगायी हैं।
उप विदेश मंत्री बोले- अमेरिका की रणनीति चीन को हर मोर्चे पर पीछे धकेलने की
एक अमेरिकी राजनयिक ने सोमवार को कहा कि चीन अपने हितों के हर मोर्चे पर लड़ाई तेज कर रहा है, इसलिए अमेरिका की रणनीति भारत के गलवान घाटी पर संप्रभुता के दावे सहित सभी मोर्चों पर चीन को पीछे धकेलने की है।
अमेरिकी उप विदेश मंत्री स्टीफन बिगन ने तीसरे भारत-अमेरिका नेतृत्व सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि तार्किक संतुलन और साझे हित की तलाश करने के बजाय अमेरिका ने पाया कि प्रौद्योगिकी की चोरी हो या अन्य देशों के जमीन और समुद्री इलाकों पर राष्ट्रीय संप्रभुता का दावा, चीन ने जितना हो सकता था, उतना मौकों का दोहन किया
चीन ने 29 और 30 अगस्त की रात को फिर की घुसपैठ की कोशिश
सोमवार को भारतीय थल सेना ने कहा कि चीनी सेना ने 29 और 30 अगस्त की दरम्यानी रात पैंगोंग झील के दक्षिण तट पर यथा स्थिति में एकतरफा तरीके से बदलाव करने के लिये उकसाने वाली सैन्य गतिविधियां की।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्ताव ने कहा था कि चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने सोमवार को एक बार फिर उकसाने वाली कार्रवाई की, जब दोनों पक्षों के कमांडर दो दिन पहले पैंगोंग झील इलाके में यथास्थिति बदलने की चीनी कोशिशों के बाद तनाव घटाने के लिये बातचीत कर रहे थे।
वहीं बीजिंग में चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने आरोप लगाया कि सीमा पर तनाव की पूरी जिम्मेदारी भारतीय पक्ष पर है। उन्होंने कहा, चीन ने तनाव टालने के लिये बहुत संयम बरता है।
इस घटनाक्रम के बाद भारत ने पैंगोंग सो इलाके के दक्षिणी तट पर सामरिक रूप से महत्वपूर्ण कम से तीन पर्वत चोटियों पर अपनी उपस्थिति और मजबूत की है।