UNGA:भारत ने 'राइट टू रिप्लाई' का प्रयोग कर पाकिस्तान को दिया ये करारा जवाब
By स्वाति सिंह | Published: September 30, 2018 09:02 AM2018-09-30T09:02:55+5:302018-09-30T11:41:21+5:30
Eenam Gambhir, India's First Secy in Permanent Mission of India to UN at UNGA: इनम गंभीर ने कहा 'हम यहां नए पाकिस्तान को सुनने आए थे लेकिन जो भी हमने सुना वह पुराने पाकिस्तान जैसा लगा।'
संयुक्त राष्ट्र, 30 सितंबर:संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र में पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के भाषण के बाद भारत ने जवाब दिया है। रविवार को संयुक्त राष्ट्र में भारत के मिशन की पहली सचिव इनम गंभीर ने 'राइट टू रिप्लाई' के का इस्तेमाल करते हुए पाकिस्तान के बयान का पलटवार किया है।
उन्होंने कहा 'हम यहां नए पाकिस्तान को सुनने आए थे लेकिन जो भी हमने सुना वह पुराने पाकिस्तान जैसा लगा।'
This morning my delegation came to this august assembly to listen attentively to the new Foreign Min of Pakistan outline the vision of a new Pakistan. What we heard is a new Pakistan cast in the mould of old: Eenam Gambhir, India's First Secy in Permanent Mission of India to UN pic.twitter.com/SuI8my3UpQ
— ANI (@ANI) September 30, 2018
इनम ने कहा कि पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ आधारहीन आरोप लगाए हैं कि नई दिल्ली इस्लामाबाद से आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा मिल रहा है।
Amongst the most outrageous were the preposterous allegation relating to the horrifying terror attack on Peshawar school 4 yrs ago. Let me recollect, for Pak new govt, the outpouring of sorrow&pain in India that followed massacre of innocent children in '14: Eenam Gambhir #UNGApic.twitter.com/dFDpLd0O6b
— ANI (@ANI) September 30, 2018
उन्होंने कहा '4 साल पहले पेशावर के स्कूल पर आतंकवादी हमले का बेमतलब का आरोप है। मैं पाकिस्तान की नई सरकार को याद दिला दूँ कि भारत में भी इस हमले की निंदा हुई थी। भारतीय संसद के दोनों सदनों ने भी मारे गए बच्चों को याद किया था। इसके साथ ही भारत के स्कूलों में इस घटना में मारे गए बच्चों को दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि भी दी गई थी।'
पाकिस्तान ने शनिवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा में कश्मीर मुद्दा उठाते हुए कहा कि 'अनसुलझा विवाद' भारत और पाकिस्तान के बीच स्थायी शांति हासिल करने पर असर डाल रहा है और यह 'मानवता के अंतकरण पर धब्बा' बना हुआ है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के 73वें सत्र में आम चर्चा को संबोधित करते हुए कहा कि इस्लामाबाद 'संप्रभु समानता और आपसी सम्मान' के आधार पर नई दिल्ली के साथ संबंध चाहता है।
उन्होंने अपने संबोधन में कहा, 'हम गंभीर और व्यापक वार्ता के जरिये विवादों का समाधान चाहते हैं जिसमें चिंता के सभी मुद्दे शामिल हों।'
Can Pakistan deny that it's the host&patron of 132 of the UN designated terrorists&22 terrorist entities sanctioned under the 1267&1988 UN Security Council Sanctions regime as of today?: E Gambhir, India's First Secretary in the Permanent Mission of India to the UN at the #UNGApic.twitter.com/cd0H3hgkBI
— ANI (@ANI) September 30, 2018
महासभा बैठक से इतर विदेश मंत्रिस्तरीय वार्ता रद्द किये जाने पर कुरैशी ने कहा कि पाकिस्तान भारत के साथ सभी मुद्दों पर बातचीत करना चाहता था लेकिन नई दिल्ली ने 'शांति पर राजनीति को' तरजीह देते हुए वार्ता रद्द कर दी।
उन्होंने कहा, 'उन्होंने कुछ महीने पहले जारी डाक टिकटों को बहाना बनाया।'
कुरैशी ने कहा, 'दक्षिण एशिया में लंबे समय से लंबित मुद्दों का समाधान करने के लिए बातचीत एकमात्र रास्ता है और इसने क्षेत्र को अपनी असली क्षमता को साकार करने से रोक रखा है।'