यूक्रेन ने ईरान से विमान मार गिराने के जिम्मेदार लोगों के लिए मांगी सजा, निष्पक्ष जांच में सहयोग के लिए की प्रशंसा
By भाषा | Published: January 11, 2020 07:23 PM2020-01-11T19:23:30+5:302020-01-11T19:23:30+5:30
यूक्रेन के नेता ने फेसबुक पर लिखा, “हम ईरान से दोषियों को कानून के दायरे में लाने की उम्मीद करते हैं।” साथ ही उन्होंने “मुआवजे के भुगतान” और अवशेष लौटाने की भी अपील की। ईरान ने शनिवार को स्वीकार किया कि उसने अंजाने में यूक्रेन अंतरराष्ट्रीय एयरलाइन्स (यूआईए) के विमान को मार गिराया था। इसमें सवार सभी 176 लोग बुधवार को मारे गए थे।
यूक्रेन ने शनिवार को ईरान से मांग की कि वह यूक्रेन के विमान को मार गिराने के दोषियों को सजा दे और मृतकों के करीबियों को मुआवजा दे। सजा की मांग करते हुए यूक्रेन ने “निष्पक्ष” जांच में सहयोग करने के लिए ईरान की प्रशंसा भी की। यूक्रेनी राष्ट्रपति के प्रेस कार्यालय ने बताया कि राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की स्थानीय समयानुसार शाम पांच बजे ईरानी राष्ट्रपति हसन रूहानी से घटना पर चर्चा करने वाले हैं।
यूक्रेन के नेता ने फेसबुक पर लिखा, “हम ईरान से दोषियों को कानून के दायरे में लाने की उम्मीद करते हैं।” साथ ही उन्होंने “मुआवजे के भुगतान” और अवशेष लौटाने की भी अपील की। ईरान ने शनिवार को स्वीकार किया कि उसने अंजाने में यूक्रेन अंतरराष्ट्रीय एयरलाइन्स (यूआईए) के विमान को मार गिराया था। इसमें सवार सभी 176 लोग बुधवार को मारे गए थे। इससे कुछ ही वक्त पहले ईरान ने इराक में अमेरिकी बलों की मौजूदगी वाले अड्डों पर मिसाइल दागे थे। रूहानी ने कहा कि तेहरान, “अपनी इस अक्षम्य भूल पर अत्यंत खेद प्रकट करता है।”
तेहरान ने विमान दुर्घटना की जांच के लिए अमेरिका, यूक्रेन, कनाडा और अन्य को आमंत्रित किया है। जेलेंस्की के कार्यालय ने कहा कि तेहरान ने “सभी तस्वीरों, वीडियो और अन्य सामग्री” समेत पर्याप्त डेटा यूक्रेनी विशेषज्ञों को सौंप दिया है। उसने यह दिखाने के लिए ऐसा किया है कि जांच, “निष्पक्षता एवं तेजी से की जाएगी।”
इसमें कहा गया, “कार्य का राजनीतिक हिस्सा पूरा हो गया है।” कार्यालय ने मौके का मुआयना कर रहे विशेषज्ञों की तस्वीरें प्रकाशित की हैं। जांच का समन्वय कर रहे यूक्रेन की राष्ट्रीय सुरक्षा एवं रक्षा परिषद के सचिव ओलेक्सी देनीलोव ने कहा कि कीव के पास पर्याप्त सबूत नहीं हैं कि मिसाइल कहां की थी लेकिन यह मालूम हुआ कि यह “ईरानी धरती से दागी गई।”