यूक्रेन-रूस युद्ध: यूक्रेन ने कहा, 'रूसी सेना ने डोनबास में हजारों युद्ध अपराध को अंजाम दिया', पुतिन की सेना ने किया इनकार
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: May 31, 2022 10:57 PM2022-05-31T22:57:36+5:302022-05-31T23:05:08+5:30
रूस के साथ लगातार लंबा सैन्य संघर्ष कर रहे एक यूक्रेनी अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि यूक्रेन ने डोनबास में रूसी सैनिकों द्वारा किए गए 'कई हजार' संदिग्ध युद्ध अपराधों की पहचान की है।
कीव: यूद्धग्रस्त यूक्रेन ने कहा है कि कीव और खार्किव पर असफल कब्जा के प्रयास के बाद रूसी सेना पूर्वी यूक्रेन के डोनबास में कब्जे के लिए भीषण लड़ाई कर रही है।
इस मामले में एक यूक्रेनी अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि यूक्रेन ने डोनबास में रूसी सैनिकों द्वारा किए गए 'कई हजार' संदिग्ध युद्ध अपराधों की पहचान की है।
अधिकारी ने इस संबंध में बात करते हुए बताया कि निश्चित रूप से रूसी सेना ने हमें प्रताड़ित करने, यूक्रेनी नागरिकों को मारने और शहर के बुनियादी ढांचे को नष्ट करने का भीषण प्रयास किया है।
हालांकि, वैश्विक अधिकारियों के साथ डच शहर में समीक्षा बैठक कर रहे यूक्रेनी अभियोजक जनरल ने इस मामले में कोई पुख्ता जानकारी नहीं दी है कि डोनबास में कथित तौर पर कितने रूसी युद्ध अपराधों के मामले सामने आए हैं।
समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक यूक्रेनी अधिकारी ने डोनबास के युद्ध क्षेत्र से अपनी जान बचाकर वापस आ रहे यूक्रेनी नागरिकों के बातचीत के आधार पर इस बात का दावा किया है कि रूस ने उस इलाके में हजारों युद्ध अपराध को अंजाम दिया है।
कुल मिलाकर इस मामले में यूक्रेन का कहना है कि उसने 24 फरवरी को रूस द्वारा आक्रमण शुरू होने के बाद से अपनी जमीन पर रूसी सैनिकों द्वारा किए गए 15,000 से अधिक युद्ध अपराधों की शिनाख्त की है और ऐसे मामले में हर दिन लगभग 200 से 300 की संख्या में बढ़ते जा रहे हैं।
वहीं दूसरी ओर रूसी सेना ने इस मामले में यूक्रेन द्वारा लगाये गये युद्ध अपराधों से सीधे तौर पर इनकार किया है। रूसी सेना का कहना है कि वो हथियारबंद उन विद्रोही दुश्मन यूक्रेनी नागरिकों और सेना से लड़ रहे हैं, जो रूसी सेना को मारने या उनके खात्मे का प्रयास कर रहे हैं।
हालांकि रूस द्वारा युद्ध अपराधों से बार-बार इनकार के बावजूद उसके द्वारा यूक्रेन की राजधानी कीव में की गई हिंसक आक्रमण के कारण संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) रूस को पहले ही प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर चुका है।