27 साल बाद कोमा से बाहर आई ये महिला, होश में आते ही लिया बेटे का नाम
By नियति शर्मा | Published: April 26, 2019 03:40 PM2019-04-26T15:40:30+5:302019-04-26T15:40:30+5:30
मुनीरा अब्दुल्ला और उनके बेटे उमर वैबर के साथ साल 1991 में कार हादसा हुआ था। मुनीरा उस वक्त अपने बेटे उमर को स्कूल से ले कर घर लौट रही थी। उसके बाद वह 27 साल तक कोमा में रहीं।
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की एक महिला 27 साल बाद कोमा से बाहर आई है। महिला ने होश में आते ही अपने बेटे का नाम लिया।दरअसल, मुनीरा अब्दुल्ला और उनके बेटे उमर वैबर के साथ साल 1991 में कार हादसा हुआ था। मुनीरा उस वक्त 32 साल की थी, वह अपने 4 साल के बेटे उमर को स्कूल से लेने गई थी।
मुनीरा जब अपने बेटे को लेकर घर जा रही थी, उसी दौरान उनकी कार एक स्कूल बस से टकरा गई। उस दुर्घटना में मुनीरा को सिर में गंभीर चोट आई, जिसके बाद से वह कोमा में चली गईं। दुर्घटना में उमर को सिर पर हल्की चोट आई थी। उमर को उनकी मां ने हाथों से पकड़ कर बचा लिया था।
डॉक्टर ने मुनीरा की हालत देख कर कहा था कि वह अब कभी कोमा से बाहर नहीं आ पाएंगी। यूएई की एक न्यूज वेबसाइट के अनुसार यह घटना किसी भी चमत्कार से कम नहीं है। महिला के बेटे उमर वैबर (32 साल) ने कहा, 'मैंने कभी भी हार नहीं मानी, मुझे हमेशा लगता था कि वह एक दिन जरुर होश में आएंगी।'
उमर ने बताया कि यह दुर्घटना तब हुई थी जब वह 4 साल के थे और अल-एन में रहते थे। उस दिन उमर को घर ले जाने के लिए कोई स्कूल बस नहीं थी। उमर और उनकी मां मुनीरा कार में पीछे वाली सीट पर बैठे थे। जब मां को दुर्घटना का आभास हुआ तो उन्होंने उमर को सीने से लगा कर चोट लगने से बचा लिया था। मुनीरा कई घंटो तक दर्द में रहीं।
उमर ने बताया, 'मेरी मां मेरे लिए सोने के समान हैं, जितना वक्त गुजरा है उतनी वो मूल्यवान बन गई हैं।' मुनीरा अब्दुल्ला की हालत में अब काफी सुधार हैं। वह अब बात करने के साथ-साथ कुरान भी पढ़ लेती हैं। हाल ही में वह अबू धाबी के शेख जायद ग्रांड मस्जिद घूमने गई थीं।