ट्विटर पर दक्षिणपंथी सामग्री को मिलता है बढ़ावा, कंपनी ने एल्गोरिदम में खामी स्वीकार की

By विशाल कुमार | Published: October 23, 2021 08:32 AM2021-10-23T08:32:18+5:302021-10-23T08:41:25+5:30

ट्विटर के इस अध्ययन में भारत शामिल नहीं था लेकिन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ने अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, स्पेन और जापान जैसे सात देशों में निर्वाचित प्रतिनिधियों के ट्वीट्स का विश्लेषण किया.

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(फाइल फोटो)

Highlightsट्विटर के इस अध्ययन में भारत शामिल नहीं था.अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, स्पेन और जापान में ट्वीट्स का विश्लेषण किया.दक्षिणपंथी राजनेताओं के ट्वीट्स को एल्गोरिथम से वामपंथियों की तुलना में अधिक बढ़ावा मिला.

वाशिंगटन:ट्विटर ने अपने लाखों यूजरों पर किए गए एक अध्ययन में माना है कि वह वामपंथी खेमे की सामग्रियों के बजाय दक्षिणपंथी राजनेताओं और समाचार संगठनों के ट्वीट्स को बड़ी संख्या में आगे बढ़ाता है.

ट्विटर के इस अध्ययन में भारत शामिल नहीं था लेकिन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ने अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, स्पेन और जापान जैसे सात देशों में निर्वाचित प्रतिनिधियों के ट्वीट्स का विश्लेषण किया.

अध्ययन में ट्विटर के होम टाइमलाइन की तुलना पारंपरिक क्रोनोलॉजिकल टाइमलाइन से की गई. दरअसल, ट्विटर का होन टाइमलाइन पूर्वनिर्धारित तरीके से 20 करोड़ यूजरों के लिए ट्वीट्स दिखाता है और यहां उसका एल्गोरिदम तय करता है कि यूजर क्या देखेगा जबकि पारंपरिक क्रोनोलॉजिकल टाइमलाइन में हालिया ट्वीट्स को सबसे पहले दिखाया जाता है.

शोध में पाया गया कि सात में से छह देशों में, जर्मनी के अलावा, दक्षिणपंथी राजनेताओं के ट्वीट्स को एल्गोरिथम से वामपंथियों की तुलना में अधिक बढ़ावा मिला और वामपंथी समाचार संगठनों की तुलना में दक्षिणपंथी समाचार संगठनों को अधिक बढ़ावा मिल रहा था. वहीं, सामान्य तौर पर समाचार संगठनों की तुलना में राजनेताओं के ट्वीट को एल्गोरिथम से अधिक बढ़ावा मिल रहा था.

उदाहरण के लिए कनाडा में उदारवादियों के ट्वीट्स को 43 फीसदी तो रूढ़िवादियों के ट्वीट्स को 167 फीसदी का बढ़ावा मिला जबकि ब्रिटेन में लेबर पार्टी के लिए यहां संख्या 112 फीसदी तो रूढ़िवादियों के लिए 176 फीसदी रही.

इस अध्ययन के नतीजों को चिंताजनक बताते हुए ट्विटर के अधिकारियों ने अब अपना एल्गोरिदम बदलने की बात कही है. इसके साथ ही उसने बड़ी संख्या में अपना डेटा थर्ड पार्टियों को भी उपलब्ध कराने की बात कही है.

Web Title: twitter-admits-bias-in-algorithm-for-rightwing-contents

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