प्रियंका चोपड़ा ने की तुर्की के भूकंप पीड़ितों की मदद की अपील, इंस्टाग्राम पर लिखी इमोशनल पोस्ट
By शिवेंद्र राय | Published: February 14, 2023 10:12 AM2023-02-14T10:12:46+5:302023-02-14T10:16:00+5:30
तुर्की और सीरिया में आए विनाशकारी भूकंप के बाद कई बहुमंजिला इमारतें जमींदोज हो गई थीं जिनके मलबे से अब भी लोगों को निकाला जा रहा है। मलबे में दबी जिंदगी को बचाने की जद्दोजहद में राहत और बचाव कार्य दिन रात जारी है। अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा ने भी सोशल मीडिया पर दुख जाहिर करते हुए दुनिया भर से पीड़ितों की मदद की गुहार लगाई है।
नई दिल्ली: तुर्की और सीरिया में आए विनाशकारी भूकंप के बाद हुई तबाही की तस्वीरें और वीडियोज देखकर इसकी भयावहता का अंदाजा लगाया जा सकता है। इस विनाशकारी भूकंप से अब तक 37 हजार से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। भूकंप के बाद कई बहुमंजिला इमारतें जमींदोज हो गई थीं जिनके मलबे से अब भी लोगों को निकाला जा रहा है। मलबे में दबी जिंदगी को बचाने की जद्दोजहद में राहत और बचाव कार्य दिन रात जारी है।
भीषण तबाही को देखकर अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा ने भी सोशल मीडिया पर दुख जाहिर करते हुए दुनिया भर से पीड़ितों की मदद की गुहार लगाई। प्रियंका ने इंस्टाग्राम पर तुर्की की तबाही का एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा, "एक हफ्ते बाद भी विनाशकारी भूकंप से तुर्की और सीरिया के लोगों का दर्द और पीड़ा जारी है। रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है, जिसके कारण कुछ ऐसे ही उम्मीद भरे पल आए, जहां एक 3 महीने के बच्चे को मलबे से निकाला गया। ऐसे बहुत से लोग हैं जो अभी भी फंसे हुए हैं, प्रतीक्षा कर रहे हैं और बचने की उम्मीद कर रहे हैं, उनके परिवार किसी चमत्कार की प्रार्थना कर रहे हैं। यह दिल तोड़ने वाला है। कुदरत का प्रकोप किसी को नहीं बख्शता लेकिन हम सब मदद कर सकते हैं। जमीनी स्तर पर काम कर रहे संगठनों की डिटेल्स मेरी हाइलाइट्स में है। मुझे उम्मीद है कि आप जिस तरह से हो मदद करेंगे।"
बता दें कि तुर्की में राहत और बचाव कार्य के लिए पूरी दुनिया से मदद भेजी जा रही है। भारत ने भी तुर्की की मदद के लिए मेडिकल के सामान, राहत और बचाव सामग्री और एनडीआरएफ की टीम भेजी है। भारत से भेजी गई एनडीआरएफ की टीम के साथ दो स्निफर डॉग जूली और रोमियो भी भेजे गए हैं जो बड़े मददगार साबित हो रहे हैं।
जूली और रोमियो के पास मलबे में दबे जिंदा लोगों को सूंघकर पहचानने की अद्भुत क्षमता है। दोनो मिलकर अब तक जानें बचा चुके हैं। राहत और बचाव में लगे लोगों का मानना है कि अभी भी मलबे के नीचे कुछ लोग दबे हो सकते हैं।