आज ताइवान मना रहा है 'नेशनल डे', चीन ने आजाद देश मानने से किया इनकार
By अनुराग आनंद | Published: October 10, 2020 08:21 AM2020-10-10T08:21:37+5:302020-10-10T08:21:37+5:30
चीन के एंबेसी ने पत्र लिखकर भारतीय मीडिया से कहा है कि प्रिय मीडिया के दोस्त आपको याद दिलाना चाहेंगे कि दुनिया में सिर्फ एक चीन है। ऐसे में ताइवान नेशनल डे पर गलत खबर न फैलाया जाए।
नई दिल्ली:चीन का विस्तारवादी एजेंडा किसी से छिपा नहीं है। ताइवान एक ऐसा देश है जिसने लगभग सात दशकों तक चीन के कब्जे से बचने के लिए अकेले संघर्ष किया है और इसमें सफलता हासिल की है। लेकिन, अब वैश्विक समीकरण में बदलाव हुआ है, जिसकी वजह से ताइवान से लगे समुद्री क्षेत्र में बीजिंग के किसी भी चालाकी के खिलाफ इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में प्रतिरोध खड़ा करने के लिए क्वाड देश (भारत,अमेरिका,जापान,अस्ट्रेलिया) सक्रिय हो गए हैं।
ऐसे समय में क्वाड देशों की सक्रियता इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में होने की वजह से ताइवान को फायदा हो रहा है। यही वजह है कि अब ताइवान खुलकर चीन से टकराने लगा है। ताइवान ने चीन के न चाहने के बावजूद 10 अक्टूबर को नेशनल डे मनाने का फैसला किया है। चीन जब भी ताइवान को धमकी देता है। अमेरिका ताइवान के पक्ष में खड़ा हो जाता है।
ताइवान के सभी लोग आज नेशनल डे सेलिब्रेट कर रहे हैं। वह अपने देश को एक आजाद मुल्क मानकर इस दिन खुशियां मनाते हैं। जबकि चीन ताइवान को स्वतंत्र देश मानने से इनकार करता है। यही नहीं चीन ने बारत समेत दूसरे देश को भी नेशनल डे पर ताइवान को आजाद देश मानने के लिए नहीं कहा है।
चीन की सरकारी मीडिया व एंबेसी ने भारतीय मीडिया को नसीहत देते हुए ये कहा-
चीन की सरकारी मीडिया व एंबेसी ने भारतीय मीडिया को नसीहत देते हुए कहा कि ताइवान के नेशनल डे पर उसे एक अलग देश की तरह से प्रचारित नहीं किया जाए।
चीन के सरकारी अखबार ने भी कहा कि ताइवान का नेशनल डे 10 अक्टूबर को है। इस दिन को भारत किसी भी तरह से ताइवान के साथ एक स्वतंत्र देश का व्यवहार न करे।
ताइवान ने चीन सरकार को दिया मुंहतोड़ जवाब-
बता दें कि चीन के इस चेतावनी पर ताइवान ने चीन के सरकारी मीडिया व वहां की सरकार को मुंहतोड़ जवाब दिया है। ताइवान सरकार की ओर से विदेश मंत्रालय ने ट्वीट कर कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। इसके साथ ही अपने ट्वीट में ताइवान के विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत के लोग प्रेस व स्वंय की आजादी को पसंद करते हैं।
हालांकि, ऐसा लगता है कि कम्युनिस्ट चीन सभी पड़ोसी देशों पर सेंसरशिप थोपना चाहता है। लेकिन, इस चेतावनी पर ताइवान के भारतीय दोस्तों का चीन के लिए एक ही जवाब होगा- भाड़ में जाओ। बता दें कि बीते कुछ माह से दुनिया भर में कोरोना महामारी फैलने के बाद चीन अपने पड़ोसी देश भारत,ताइवान व हांगकांग जैसे मामले में बेहद उग्र होकर फैसला ले रहा है।
चीन ने भारतीय मीडिया को लिखे चिट्ठी में यह कहा है-
भारत में चीन के एंबेसी ने पत्र लिखकर भारतीय मीडिया से कहा है कि प्रिय मीडिया के दोस्त आपको याद दिलाना चाहेंगे कि दुनिया में सिर्फ एक चीन है। सिर्फ पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चीन की सरकार ही पूरी दुनिया में चीन का प्रतिनिधित्व करती है। ताइवान को स्वतंत्र देश के तौर पर पेश नहीं किया जाए। इससे आम लोगों में गलत संदेश जाएगा।
इस चिट्ठी में आगे लिखा है कि ताइवान चीन का अभिन्न हिस्सा है। चीन के साथ डिप्लोमेटिक संबंध रखने वाले देशों को इसकी ‘वन चीन’ पॉलिसी का पूरी तरह से सम्मान करना चाहिए। इस मामले में भारत सरकार का भी लंबे समय से यही मानना रहा है।
इसके जवाब में भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा है कि हमारे देश में मीडिया स्वतंत्र है। ऐसे में ताइवान को लेकर मीडिया की खबर को प्रभावित नहीं किया जा सकता है।