आतंकवादी मसूद अजहर के ऑडियो ने यूं खोली पाकिस्तान की पोल, कश्मीर मुद्दों पर उगला जहर
By धीरज पाल | Published: October 7, 2018 06:11 PM2018-10-07T18:11:38+5:302018-10-07T18:19:31+5:30
पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में कश्मीर मुद्दा उठाते हुए कहा था कि‘‘अनसुलझा विवाद’’ भारत और पाकिस्तान के बीच स्थायी शांति हासिल करने पर असर डाल रहा है और यह ‘‘मानवता के अंत:करण पर धब्बा’’ बना हुआ है।
नई दिल्ली, 07 अक्टूबर: जैश-ए-मोहम्मद का सरगना मसूद अजहर का एक बार फिर नए ऑडियो लीक हुआ है। इस ऑडियों ने एक बार फिर पाकिस्तान के मंसूदों का पर्दाफाश कर दिया है। भारत के खिलाफ हमेशा से अपने नापाक इरादे रखने वाला मसूद अजहर ने जहर उगलते हुए पाकिस्तान को नसीहत देते हुए सुना गया। इसके अलावा संयुक्त राष्ट्र में हुए भारत और पाकिस्तान के बीच संबोधन पर भी बात की। इसके अलावा मसूद को जम्मू-कश्मीर के मद्दे पर पाक के पीएम इमरान खान को नसीहद भी दे रहा है।
मालूम हो कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री महमूद कुरैशी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में कश्मीर मुद्दा उठाते हुए उसे ‘अनसुलझा विवाद’ बताया था। साथ ही कहा था कि यह भारत और पाकिस्तान के बीच स्थायी शांति हासिल करने पर असर डाल रहा है और यह ‘‘मानवता के अंत:करण पर धब्बा’’ बना हुआ है।
आजतक के मुताबिक जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद ने कहा कि आज की मजलिश का खुलासा। आज कुछ बातें दुनिया के हालात पर होंगी। मसलन उलेमा-ए इकराम के खिलाफ साजिश, यूएन में मसला ए कश्मीर की गूंज, ईरान की बौखलाहट। इस साल यूएन की जनरल असेंबली के सालाना इजलास में पाकिस्तान के वज़ीरे खरिज़ा की तकरीर काबिले तारीफ थी। हम जहां हुकूमत की गलत नीतियों की आलोचना करते रहते हैं वहीं हमें अच्छे काम की तारीफ भी करनी चाहिए।
UN में कश्मीर मुद्दे पर क्या कहा था पाक
- पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के 73वें सत्र में आम चर्चा को संबोधित करते हुए कहा कि इस्लामाबाद ‘‘संप्रभु समानता और आपसी सम्मान’’ के आधार पर नई दिल्ली के साथ संबंध चाहता है।
- पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में कश्मीर मुद्दा उठाते हुए कहा था कि‘‘अनसुलझा विवाद’’ भारत और पाकिस्तान के बीच स्थायी शांति हासिल करने पर असर डाल रहा है और यह ‘‘मानवता के अंत:करण पर धब्बा’’ बना हुआ है।
- उन्होंने अपने संबोधन में कहा, ‘‘हम गंभीर और व्यापक वार्ता के जरिये विवादों का समाधान चाहते हैं जिसमें चिंता के सभी मुद्दे शामिल हों।’’
महासभा बैठक से इतर विदेश मंत्रिस्तरीय वार्ता रद्द किये जाने पर कुरैशी ने कहा कि पाकिस्तान भारत के साथ सभी मुद्दों पर बातचीत करना चाहता था लेकिन नई दिल्ली ने ‘‘शांति पर राजनीति को’’ तरजीह देते हुए वार्ता रद्द कर दी थी।