तालिबानी कमांडर की मनमानी! सेना के हेलीकॉप्टर में विदा कर अपनी दुल्हन को ले गया घर, वीडियो वायरल
By विनीत कुमार | Published: July 5, 2022 08:38 AM2022-07-05T08:38:02+5:302022-07-05T08:41:16+5:30
तालिबान के लड़ाके और कमांडर अपनी मनमानी के लिए बदनाम हैं। एक ऐसा ही मामला सामने आया है जहां एक तालिबानी कमांडर अपनी दुल्हन को सैन्य हेलीकॉप्टर से विदा करा कर ले गया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
काबुल: अफगानिस्तान में एक तालिबानी कमांडर ने कथित तौर पर अपनी नवविवाहित दुल्हन को घर ले जाने के लिए एक सैन्य हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल किया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ये अपनी दुल्हन को पूर्वी अफगानिस्तान के लोगार से खोस्त प्रांत हेलिकॉप्टर से लेकर गया।
अफगानिस्तान की स्थानीय मीडिया 'खामा प्रेस' के अनुसार इस तालिबानी शख्स को सोशल मीडिया पर तालिबान की हक्कानी ब्रांच के कमांडर के रूप में बताया गया है।
सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में कमांडर दुल्हन के घर के पास उतरता हुआ दिखाई दे रहा है। मीडिया पोर्टल के अनुसार कमांडर ने कथित तौर पर शादी के बदले लड़की के पिता को 1,200,000 अफगानी मुद्रा दी।
न्यूज एजेंसी एएनआई के करीबी सूत्रों के अनुसार वह खोस्त में रहता है और उसकी पत्नी का घर लोगार के बारकी बराक जिले में था। सूत्रों ने बताया कि ये पूरा वाकया शनिवार को लोगर प्रांत के बरकी बराक जिले के शाह मजार इलाके में हुआ।
The Taliban are the definition of hypocrisy and corruption.
— Ahmad F Samin (@ahmadfsamin) July 3, 2022
One of them is taking his bride home in a helicopter.
pic.twitter.com/tbMJOmViH4
हालांकि, कमांडर का बचाव करते हुए तालिबान के उप प्रवक्ता कारी यूसुफ अहमदी ने तर्क दिया कि आरोप झूठे हैं। उन्होंने कमांडर को लेकर ऐसी बातों को 'दुश्मनों का प्रचार' करार दिया। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान तालिबानी कमांडर द्वारा सैन्य हेलीकॉप्टर के इस्तेमाल के आरोपों को खारिज करता है।
बता दें कि तिलाबान के पिछले साल अफगानिस्तान में सत्ता में आने के बाद से ही मनमानी करने, महिलाओं के अधिकारों को सीमित करने सहित आम लोगों पर अत्याचार और उन्हें यातनाएं देने जैसे आरोप लग रहे हैं।
इसी साल मई महीने में अफगानिस्तान के तालिबान शासकों ने रविवार को उस आदेश को लागू करना शुरू कर दिया जिसके तहत देश की सभी महिला टीवी समाचार प्रस्तोताओं को प्रसारण के दौरान अपना चेहरा ढकना आवश्यक कर दिया गया है।
गौरतलब है कि 1996-2001 तक अफगानिस्तान में तालिबान की सत्ता के दौरान महिलाओं पर बुर्का पहनने समेत कई प्रतिबंध लगाये गये थे। उस वक्त, लड़कियों और महिलाओं को शिक्षा से वंचित कर दिया गया था और सार्वजनिक जीवन से बाहर रखा गया था।