तालिबानी सामान्य नागरिक हैं, न कि कोई सैन्य संगठन: पाकिस्तानी पीएम इमरान खान
By दीप्ती कुमारी | Published: July 29, 2021 08:20 AM2021-07-29T08:20:47+5:302021-07-29T08:41:10+5:30
पाकिस्तान के पीएम इमरान खान एक बार फिर अपने विवादित बयान को लेकर चर्चा में है । उन्होंने कहा कि तालिबान एक सामान्य नागरिक है न कि कोई सैन्य संगठन है ।
इस्लामाबाद : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने तालिबान को एक सामान्य नागरिक बताया है और कहा कि तालिबान कोई सैन्य संगठन नहीं है । दरअसल पीएम से पूछा गया कि जब सीमा पर तीन मिलियन अफगान शरणार्थी है तो देश उन्हे हटाने के बारे में क्या सोच रहा है ।
तालिबान सामान्य नागरिक है : इमरान
मंगलवार रात प्रसारित पीबीएस न्यूज़ओवर के साथ एक साक्षात्कार में इमरान खान ने जोर देकर कहा कि पाकिस्तान में 30 लाख अफगान शरणार्थी हैं जिनमें से अधिकांश पश्तून है और वह तालिबान लड़ाकों के समान जातीय समूह है।
उन्होंने कहा कि अब 5 लाख लोगों के शिविर हैं । 10 लाख लोगों की शिविर है और तालिबान कोई सैनी संगठन नहीं है यह सामान्य नागरिक है और इन शिविरों में कुछ नागरिक भी है तो पाकिस्तान कैसे इन लोगों को हटा सकता है आप इसे अभयारण्य कैसे कह सकते हैं।
पाकिस्तान में तालिबान की कथित सुरक्षित पनाहगाहों के बारे में पूछने पर प्रधानमंत्री ने कहा कि यह सुरक्षित ठिकाने कहां है पाकिस्तान में 30 लाख शरणार्थी है जो तालिबान के समान जातीय समूह है।
पाकिस्तान पर लंबे समय से तालिबान की सैन्य, आर्थिक और खुफिया जानकारी के साथ अफगान सरकार के खिलाफ उनकी लड़ाई में मदद करने का आरोप लगाया जाता रहा है लेकिन इमरान खान ने इन आरोपों को गलत करार दिया । उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में अमेरिकी युद्ध के बाद हजारों पाकिस्तानियों ने अपनी जान गवाई 11 सितंबर 2001 को न्यूयॉर्क में पाकिस्तान का इससे कोई लेना-देना नहीं था।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के लिए तैयार एक रिपोर्ट के मुताबिक तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के करीब 6000 आतंकवादी सीमा के अफगान हिस्से में सक्रिय हैं । यूएन एनालिटिक सपोर्ट एंड सेक्शन मॉनिटरिंग टीम रिपोर्ट में कहा गया कि पीपीटी के अलग पाकिस्तान विरोधी उद्देश्य है लेकिन यह अफगानिस्तान के अंदर अफगान बलों के खिलाफ तालिबान आतंकियों का समर्थन भी करते हैं ।