ताइवान ने चीन के आक्रामक सैन्य अभ्यास को देखते हुए अंतरराष्ट्रीय समुदाय से की समर्थन की अपील
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: August 7, 2022 02:24 PM2022-08-07T14:24:42+5:302022-08-07T14:29:18+5:30
ताइवन ने अपनी सीमा पर चीन की आक्रामक युद्ध अभ्यास को देखते हुए विश्व समुदाय से इस मामले में दखल देने के अपील की है।
ताइपे: ताइवान ने चीन की तेजी बढ़ती सैन्य घेराबंदी के खिलाफ विश्व समुदाय से अपील की है कि वो चीन द्वारा पैदा की जा रही क्षेत्रीय अशांति को कम करने और उसे सैन्य अभ्यास से रोकने के लिए गंभीर प्रयास करें। दरअसल चीन अमेरिकी हाउस स्पीकर नैन्सी पेलोसी की हाल की ताइवान यात्रा के बाद उसे अपनी संप्रभुता पर हमला बताते ताइवान सीमा के पास अपनी सैन्य ताकत बढ़ाते हुए लगातार वॉरड्रील कर रहा है।
ताइवन चीन की इस हरकत को देखते हुए इसे संभावित युद्ध की स्थिति बता रहा है, वहीं चीन का कहना है कि वह सामान्य सैन्य अभ्यास कर रहा है। अमेरिकी कांग्रेस की स्पीकर पेलोसी ने बीते मंगलवार को जैसे ही ताइवान की राजधानी ताइपे की धरती पर कदम रखा, चीन ने ताइवान के तट के पास सैन्य अभ्यास शुरू कर दिया था।
इस संबंध में ताइवान की राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन ने इसे अपने नागरिकों की स्वतंत्रता पर हमला बताते हुए कहा कि चीन को इस हरकत से रोकना बहुत ही आवश्यक है और इसके लिए वो अंतरराष्ट्रीय समुदाय से समर्थन की अपील कर रही हैं।
ताइवान के राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन ने शनिवार को कहा कि ताइवान की सरकार और सेना चीन के आक्रामक रवैया पर लगातार नजर बनाये हुए है। ताइवान के राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन ने कहा, "हमारी सरकार और सेना चीन के सैन्य अभ्यासों की बेहद बारीकी से निगरानी कर रही है और आवश्यक होने पर हम जवाब देने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं लेकिन साथ ही मैं अंतरराष्ट्रीय समुदाय से ताइवान की लोकतांत्रिक सरकार के समर्थन करने और क्षेत्रीय अस्थिरता को रोकने के लिए आगे आने की अपील करती हूं।"
चीन की ओर से बढ़ते खतरे के प्रति स्पष्ट इशारा करते हुए ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि ताइवान जलडमरूमध्य के आसपास कई चीनी विमानों और जहाजों का पता चला है, जिनमें से कुछ ने मध्य रेखा को पार कर लिया है।
रक्षा मंत्रालय के बयान में कहा गया है, "ताइवान को जलडमरूमध्य के आसपास चीन के कई युद्धपोत के होने की जानकारी मिली है। इसमें से कुछ जहाजों ने सीमा का अतिक्रमण करते हुए मध्य रेखा को भी पार कर लिया है। हम ऐसी विकट स्थिति का जवाब देने के लगातार गश्ती विमानों और नौसैनिक जहाजों से समुद्र के अपने क्षेत्र में चक्रमण कर रहे हैं और किसी भी तरह के हमले को नाकाम करने के लिए भूमि-आधारित मिसाइल सिस्टम को तैयार किये हुए हैं।"
मालूम हो कि अमेरिकी राजनयिक नैन्सी पेलोसी की ताइवान यात्रा के बाद से चीन लगातार ताइवान के आसपास अपनी सामरिक क्षमता को मजबूत बनाने के लिए सैन्य गतिविधियों को बढ़ा रहा है।
इस बीच शनिवार की सुबह ताइवान रक्षा मंत्रालय की अनुसंधान और विकास इकाई के उप प्रमुख ओउ-यांग ली-हिंग की हुई रहस्यमयी मौत के कारण स्थिति और भी तनावपूर्ण बन गई है। 'द जेरूसलम पोस्ट' ने ताइवान की सेंट्रल न्यूज एजेंसी के हवाले से बताया कि ओउ-यांग ली-हिंग का शव संदेहास्पद स्थिति में एक होटल के कमरे में पाया गया।
बताया जा रहा है कि ताइवान रक्षा मंत्रालय के अधीन नेशनल चुंग-शान इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के 57 साल के उप प्रमुख ओउ-यांग ली-हिंग की संदिग्ध मौत तब हुई, जब वो दक्षिणी ताइवान में पिंगटुंग की व्यावसायिक यात्रा पर थे। इस मामले में ताइवान सरकार आशंका जता रही है कि चीनी सिक्रेट मिशन के जरिये हिंग की मौत हो सकती है, जिसकी जांच की जा रही है।