पाकिस्तान में बर्फबारी ने 50 साल के रिकॉर्ड तोड़ा, अब तक 111 लोगों की मौत

By भाषा | Published: January 15, 2020 01:26 PM2020-01-15T13:26:23+5:302020-01-15T19:45:52+5:30

'डॉन’ की खबर के मुताबिक, नीलम घाटी हिमस्खलन से सबसे ज्यादा प्रभावित हुई है। यहां कई घरों को नुकसान पहुंचा है और 66 लोगों की मौत हो गई है। नीलम घाटी के उपायुक्त रज़ा महमूद शाहिद को यह कहते हुए खबर में उद्धृत किया गया है कि कम से कम 84 मकान और 17 दुकानें पूरी तरह नष्ट हो गईं।

Snowfall in Pakistan breaks record for 50 years, 93 deaths so far | पाकिस्तान में बर्फबारी ने 50 साल के रिकॉर्ड तोड़ा, अब तक 111 लोगों की मौत

बारिश संबंधित घटनाओं की वजह से खैबर पख्तूनख्वा, पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर और बलूचिस्तान में मुख्य राजमार्ग बंद हैं।

Highlights94 घर और एक मस्जिद को आंशिक रूप से क्षति पहुंची है। बलूचिस्तान में 20 लोगों की मौत हो गई है। इसके अलावा सियालकोट और पंजाब के अन्य जिलों में पिछले कुछ दिनों में कम से कम सात लोगों की मौत हुई है।

पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर व अन्य हिस्सों में बर्फीले तूफान, बर्फबारी से संबंधित घटनाओं की वजह से मरने वालों की संख्या बुधवार को बढ़कर 111 पहुंच गई।

इस बीच, सेना ने राहत कार्य तेज करने के साथ ही देश में खराब मौसम से प्रभावित लोगों की मानवीय आधार पर मदद भी तेज की है। जियो न्यूज की खबर के मुताबिक, पाक के कब्जे वाले कश्मीर की नीलम घाटी हिमस्खलन से सबसे ज्यादा प्रभावित हुई है। यहां सैंकड़ों इमारतों को नुकसान पहुंचा है और 73 लोगों की मौत हो गई है।

नीलम घाटी के उपायुक्त रज़ा महमूद शाहिद के मुताबिक शुरुआती आकलन के मुताबिक 52 घर पूरी तरह से बर्बाद हो गए हैं जबकि 82 अन्य मकानों को नुकसान पहुंचा है। जियो न्यूज की खबर के मुताबिक बलूचिस्तान में 31 लोगों की मौत हो गई है। इसके अलावा सियालकोट और पंजाब के अन्य जिलों में पिछले कुछ दिनों में कम से कम सात लोगों की मौत हुई है। एक्सप्रेस ट्रिब्यून की खबर के मुताबिक बलूचिस्तान प्रांतीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने कहा कि मौसम संबंधी घटनाओं में कम से कम 31 लोगों की जान गई है।

अखबार के मुताबिक शुक्रवार को फिर से बर्फबारी शुरू होने की उम्मीद है ऐसे में पाकिस्तान की सेना ने प्रभावित इलाके में नागरिक प्रशासन की मदद के लिये जवानों और हेलीकॉप्टरों को लगाया है। इसके अलावा रास्तों को खोलने और घाटी के दूर-दराज के इलाके में हेलीकॉप्टरों के जरिये राहत सामग्री भी गिराई जा रही है। बारिश संबंधी घटनाओं के कारण पाक अधिकृत कश्मीर, खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान में प्रमुख सड़कें और राजमार्ग बंद हैं।

सरकारी पाकिस्तान टेलीविजन(पीटीवी) की खबर के मुताबिक, स्थिति पर चिंता जाहिर करते हुए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वह तत्काल प्रभावित लोगों को मानवीय सहायता पहुंचाएं। उन्होंने बुधवार को मुजफ्फराबाद में संयुक्त सैन्य अस्पताल का दौरा किया और हिमस्खलन में घायल हुए लोगों से मुलाकात की।

डान की खबर के मुताबिक दौरे के दौरान पीओके के मुख्य सचिव मतहर नियाज राणा ने उन्हें बर्फबारी और हिमस्खलन के कारण क्षेत्र में हुए नुकसान की जानकारी दी और चलाए जा रहे राहत अभियान के बारे में भी बताया। रेडियो पाकिस्तान की खबर के मुताबिक पाकिस्तानी सेना, नागरिक प्रशासन के साथ मिलकर नीलम घाटी में राहत और बचाव अभियान चला रही हैं।

मौसम कार्यालय ने स्वात, कोहिस्तान, संगला, बुनेर, मनशेरा, एबटाबाद, मुरी, गलवत, नीलम, बाग, हवेली, रावलाकोट, एस्टोर, हुंजा और स्कार्दू जिलों में भारी बर्फबारी के कारण अंतरशहरी सड़कों के बंद होने के खतरे को भी रेखांकित किया है। भारी बर्फबारी के कारण पाकिस्तान और अफगानिस्तान को जोड़ने वाले प्रमुख राजमार्ग भी बंद हैं। पाकिस्तान के सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा ने लोगों की मौत पर शोक व्यक्त किया।

Web Title: Snowfall in Pakistan breaks record for 50 years, 93 deaths so far

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