कोरोना वायरस से अमेरिका में 6 सप्ताह की बच्ची की मौत, अब तक हुई मौतों में दुनिया की है सबसे छोटी मरीज
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: April 2, 2020 09:20 AM2020-04-02T09:20:11+5:302020-04-02T09:21:45+5:30
कोरोना वायरस से अमेरिका में कम से कम 4,476 लोगों की मौत हो चुकी है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चेतावनी दी है कि आने वाले दो हफ्ते देश के लिए बहुत कठिन होने वाले हैं।
न्यूयॉर्क: अमेरिका में कोरोना वायरस की चपेट में आने से 6 सप्ताह के एक बच्चे की मौत हो गई। यह सबसे कम उम्र में हुई मौतों में एक है। माना जा रहा है कि कोविड-19 की वजह से दुनिया में अब तक जितनी भी मौतें हुई हैं, उसमें यह सबसे कम उम्र के बच्चे की मौत हुई है। कनेक्टिकट राज्य के गवर्नर ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी। गवर्नर नेड लैमंट ने बुधवार को ट्वीट किया कि नवजात को पिछले सप्ताहा जब अस्पताल लाया गया था तो उसमें कोई गतिविधि नहीं हो रही थी और उसे फिर बचाया नहीं जा सका। एक अप्रैल को जांच से पुष्टि हो गई कि वह कोविड-19 से संक्रमित था।
कनेक्टिकट राज्य के गवर्नर ने कहा- यह काफी दुखदायी
कनेक्टिकट राज्य के गवर्नर नेड लैमंट ने ट्वीट कर कहा, '' यह घटना काफी दुखदायी है। हमारा मानना है कि यह कोविड-19 के कारण सबसे कम उम्र के बच्चे की मौत का मामला है।'' उन्होंने यह कहा कि अस्पताल में जब बच्चे को लाया गया तो वह कोई हरकत नहीं कर रहा है। जब हमने उसकी जांच की तो वह कोरोना पॉजिटिव निकला।
उन्होंने कहा, यह वायरस बिना दया दिखाए हमला और हमारे परिवार पर हमला कर रहे हैं। हमारी प्रार्थना इस कठिन समय में परिवार के साथ है।
कोरोना वायरस से अमेरिका में कम से कम 4,476 लोगों की मौत हो चुकी है
पिछले सप्ताह इलिनोइस के अधिकारियों ने बताया था कि वे एक साल से कम उम्र के बच्चे की मौत की जांच कर रहे हैं जो कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया था। स्थानीय मीडिया के अनुसार यह बच्चा नौ महीने का था। तेजी से फैल रहे इस विषाणु से अमेरिका में कम से कम 4,476 लोगों की मौत हो चुकी है। इसे उम्रदराज लोगों के लिए अधिक खतरनाक माना जा रहा है हालांकि अस्पतालों में युवा मरीज भी देखे जा रहे हैं।
कनेक्टिकट की सीमा से लगते न्यूयॉर्क राज्य में कोविड-19 से करीब 2,000 लोग जान गंवा चुके हैं। न्यूयॉर्क, कनेक्टिकट और न्यू जर्सी के निवासियों को घरों में रहने का आदेश दिया गया है। तीनों राज्य से संक्रमण के 1,00,000 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं।