अमेरिकी के वरिष्ठ सांसद ने किया भारत का समर्थन, कहा- चीन ने भारतीय क्षेत्र को कब्जाने के इरादे से झड़प शुरू की है
By अनुराग आनंद | Published: June 19, 2020 02:23 PM2020-06-19T14:23:41+5:302020-06-19T14:26:10+5:30
गलवान घाटी क्षेत्र में सोमवार रात दोनों सेनाओं के बीच हिंसक झड़प में एक कर्नल और 19 अन्य भारतीय सैन्यकर्मी शहीद हो गए थे। इस मामले में अमेरिका के वरिष्ठ सांसद मिच मैकोनेल ने भारत के समर्थन में अपना बयान दिया है।
नई दिल्ली: भारत व चीन के बीच सीमा पर चल रहे तनाव के बीच एक शीर्ष अमेरिकी सांसद मिच मैकोनेल ने भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में हुई झड़प के संदर्भ में कहा है कि ऐसा प्रतीत होता है कि चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने भारतीय क्षेत्र पर कब्जा करने के इरादे से झड़प शुरू की।
एनडीटीवी के मुताबिक, सीनेट में बहुमत के नेता मिच मैकोनेल ने बृहस्पतिवार को विदेश नीति पर सदन में कहा, ‘‘ऐसा प्रतीत होता है कि पीएलए ने जमीनी क्षेत्र हड़पने के मकसद से चीन और भारत के बीच 1962 में हुए युद्ध के बाद की सबसे हिंसक झड़प के लिए उकसाया।’’
चीन अपने सीमा के भीतर लोगों से क्रूरता कर रहा है व सीमा के बाहर दुनिया के नक्शे को बदलने की कोशिश
गलवान घाटी क्षेत्र में सोमवार रात दोनों सेनाओं के बीच हिंसक झड़प में एक कर्नल और 19 अन्य भारतीय सैन्यकर्मी शहीद हो गए। चीन के सरकारी मीडिया ने चीनी पक्ष में भी जवानों के हताहत होने की बात स्वीकार की है लेकिन संख्या नहीं बताई। मैकोनेल ने कहा, ‘‘दुनिया को इससे अधिक स्पष्ट उदाहरण नहीं मिल सकता है कि चीन अपनी सीमा के भीतर लोगों से क्रूरता कर रहा है और दुनिया के नक्शे को पुन: तैयार करके अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को चुनौती दे रहा है और अपने हिसाब से उसे बदलने की कोशिश कर रहा है।’’
शीर्ष रिपब्लिकन सीनेटर ने कहा कि ‘कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना’ ने कोरोना वायरस महामारी का इस्तेमाल हांगकांग में अपने दमनकारी कदमों को छुपाने और क्षेत्र में अपना नियंत्रण एवं प्रभाव बढ़ाने के लिए किया है।
उन्होंने कहा, ‘‘समुद्र में उसने जापान में सेनकाकु द्वीप के निकट कदम आगे बढ़ाए हैं। आसमान में, चीनी विमान विभिन्न समय पर ताइवानी वायुक्षेत्र में घुसे हैं।’’ इस बीच, सांसद जिम बैंक्स ने भारतीय दूरसंचार नेटवर्क से हुआवेई और जेडटीई को प्रतिबंधित करने के भारत के फैसले का स्वागत करते हुए कहा, ‘‘... भारत डरेगा नहीं। समझदारी से लिया गया मजबूत फैसला।’’
चीन से झड़प में 20 जवान शहीद और 10 जवान को बाद में चीन ने किया रिहा
चीन सीमा पर गलवान वैली में सोमवार की रात को दोनों सेनाओं के बीच हुई झड़पों में भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे। इसके अलावा, चीनी सेना द्वारा बंधक बनाए गए दो अफसरों व 8 जवानों की कल देर रात को रिहाई हुई है। इस मामले पर भारतीय सेना ने खामोशी अख्तियार कर ली है। वह इन खबरों का न ही खंडन कर रही है न ही पुष्टि। हालांकि, कल दोपहर को उसने एक बयान जारी कर दावा किया था कि कोई भारतीय सैनिक चीनी कब्जे में नहीं है।
मिलने वाली खबरें कहती हैं कि 1962 के युद्ध के बाद पहली बार चीनी सेना ने सोमवार रात की लड़ाई के दौरान ‘बंधक’ बनाए गए भारतीय सैनिकों में से 10 को कल तभी रिहा किया जब दोनों मुल्कों के बीच मेजर जनरल लेवल की बातचीत हुई।
बताया जाता है कि रिहा किए जाने वालों में भारतीय सेना के दो मेजर रैंक के अधिकारी भी शामिल हैं और 8 अन्य रैंक के हैं। याद रहे इस समाचार पत्र ने इसके प्रति खबर मंगलवार को ही दे दी थी कि चीनी सेना के कब्जे में भारतीय सेना के कुछ अफसर और जवान हैं।