काबुल में हुए एक बम विस्फोट में मारे गए अफगानिस्तान के धार्मिक नेता शेख रहीमुल्ला हक्कानी
By शिवेंद्र राय | Published: August 11, 2022 06:38 PM2022-08-11T18:38:27+5:302022-08-11T18:59:26+5:30
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में तालिबानी नेता शेख रहीमुल्ला हक्कानी की एक बम धमाके में मौत हो गई है। आत्मघाती हमला उस समय किया गया जब हक्कानी काबुल में मदरसे में हदीस पढ़ा रहे थे।
काबुल: अफगानिस्तान की राजधानी काबुल से एक बड़ी खबर सामने आई है। स्थानीय समाचार चैनल टोलो न्यूज के अनुसार धार्मिक मौलवी शेख रहीमुल्ला हक्कानी की हत्या कर दी गई है। इस घटना की जानकारी इस्लामिक अमीरात के प्रवक्ता बिलाल करीमी ने दी। बताया जा रहा है कि हक्कानी की आज काबुल में उनके मदरसा में विस्फोट के दौरान मौत हो गई।
Religious cleric Sheikh Rahimullah Haqqani was killed, said Bilal Karimi, dep. spokesperson for the Islamic Emirate, on Twitter. Reportedly Haqqani died today in a blast at his seminary in Kabul.pic.twitter.com/rBBV4iGJ6R
— TOLOnews (@TOLOnews) August 11, 2022
इस संबंध में बिलाल करीमी के ट्विटर हैंडल से जानकारी देते हुए कहा गया, "अत्यंत दु:ख के साथ यह समाचार प्राप्त हुआ है कि देश के महान व्यक्तित्व एवं शिक्षाविद शेख साहिब रहीमुल्ला हक्कानी निर्दयी शत्रु के नृशंस हमले में शहीद हो गए हैं।" अब तक मिली जानकारी के मुताबिक आत्मघाती हमला उस समय किया गया जब हक्कानी काबुल में मदरसे में हदीस पढ़ा रहे थे।
रहीमुल्ला हक्कानी पर यह तीसरा हमला था। इससे पहले दो बार उनपर जानलेवा हमले हो चुके थे। साल 2013 में पेशावर में हक्कानी पर हमला हुआ था। इसके बाद 2020 में भी हीमुल्ला हक्कानी पर जानलेवा हमला हुआ था जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गए थे। शेख रहीमुल्लाह हक्कानी पाकिस्तान सीमा के पास नंगरहार प्रांत के पचिर अव अगम जिले का रहने वाला थे। रहीमुल्लाह हक्कानी पाकिस्तान और अफगानिस्तान में कई मदरसे चलाते थे। कुछ साल पहले ही हक्कानी ने काबुल में मदरसा जुबेरी की स्थापना की थी जिसमें वह मुस्लिम बच्चों को हदीस की शिक्षा देते थे।
समाचार एजेंसी रॉयटर्स से मिली जानकारी के अनुसार हक्कानी को निशाना बना कर आत्मघाती हमला किया गया था। हमला करने वाले का एक पैर कटा हुआ था। हमलावर ने प्लास्टिक के कृत्रिम पैर में ही विस्फोटक छुपा रखा था जिसकी मदद से हमले को अंजाम दिया गया। अभी तक किसी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। रहीमुल्लाह हक्कानी को मारने के पीछे क्या उद्देश्य था इसका भी अभी तक पता नहीं लगाया जा सका है। तालिबान इस मामले को लेकर गंभीर है और घटना की जांच की जा रही है।