राजपक्षे-मोदी शिखर वार्ताः पीएम ने दी बधाई, बहुमुखी संबंध हज़ारों साल पुराना, नेबरहुड फर्स्ट नीति सबसे पहले

By भाषा | Published: September 26, 2020 11:55 AM2020-09-26T11:55:01+5:302020-09-26T14:34:25+5:30

श्रीलंका के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में यहां कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने इस साल छह अगस्त को राजपक्षे के साथ फोन पर बातचीत की थी।

Rajapaksa-Modi summit talks fishermen issue "Fishing by Indians in Sri Lankan waters" problem | राजपक्षे-मोदी शिखर वार्ताः पीएम ने दी बधाई, बहुमुखी संबंध हज़ारों साल पुराना, नेबरहुड फर्स्ट नीति सबसे पहले

भारत श्रीलंका में अल्पसंख्यक तमिल समुदाय की आकांक्षाओं को पूरा किए जाने का समर्थन करता रहा है। (file photo)

Highlightsप्रधानमंत्री ने शुक्रवार को स्थानीय मछुआरा संगठनों के बड़े वर्ग से बातचीत की और दोनों देशों के बीच इस मामले पर मुख्य रूप से बात की जाएगी।राजपक्षे ने मछुआरों को भरोसा दिलाया कि भारतीय नेता के साथ वार्ता में इस मामले को उठाया जाएगा। श्रीलंकाई नौसेना को देश के जलक्षेत्र में मछली पकड़ने वाले अन्य देशों के लोगों को गिरफ्तार करना चाहिए।

कोलंबोः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के बीच शनिवार को होने वाली डिजिटल शिखर वार्ता में मछुआरों के मुद्दे पर मुख्य रूप से चर्चा हुई।

भारत-श्रीलंका वर्चुअल द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी ने कहा कि मैं आपको PM (श्रीलंका PM महिंदा राजपक्षे) पद ग्रहण करने के लिए बधाई देता हूं,भारत-श्रीलंका का बहुमुखी संबंध हज़ारों साल पुराना है मेरी सरकार की नेबरहुड फर्स्ट नीति के तहत श्रीलंका से संबंधों को हम विशेष और उच्च प्राथमिकता देते हैं।

श्रीलंका के पीएम ने कहा कि हमारे बीच में बहुत पुराने जमाने से कनिष्ठ संबंध और प्रेम है और ये हमेशा ऐसे ही बना रहेगा। पूरी दुनिया कोरोना महामारी की वजह से संकट में है और आपने दोनों देशों के लिए तथा अन्य देशों की सुरक्षा के लिए जिस प्रकार काम किया मैं उसके लिए कृतज्ञता प्रकट करता हूं।

मोदी ने शनिवार को श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के साथ अनेक विषयों पर बातचीत की

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के साथ अनेक विषयों पर बातचीत की जिनमें द्विपक्षीय संबंध तथा महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने जैसे विषय शामिल रहे। डिजिटल द्विपक्षीय शिखर-वार्ता में अपने प्रारंभिक वक्तव्य में मोदी ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि श्रीलंका में राजपक्षे सरकार की नीतियों के आधार पर चुनाव में सत्तारूढ़ पार्टी की बड़ी जीत दोनों देशों के बीच सहयोग को और गहन बनाएगी।

उन्होंने कहा, ‘‘चुनाव में आपकी पार्टी की विजय के बाद भारत-श्रीलंका के संबंधों में एक नये अध्याय की शुरुआत का अवसर आया है। दोनों देशों के लोग नयी उम्मीद और अपेक्षाओं के साथ हमें देख रहे हैं।’’ राजपक्षे ने नौ अगस्त को नये कार्यकाल के लिए श्रीलंकाई प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली थी। उनकी पार्टी ‘श्रीलंका पीपुल्स फ्रंट’ ने संसदीय चुनावों में दो तिहाई बहुमत हासिल किया। मोदी ने कहा कि भारत श्रीलंका के साथ अपने संबंधों को प्राथमिकता देता है।

राजपक्षे के मीडिया कार्यालय ने शनिवार को बताया कि प्रधानमंत्री ने शुक्रवार को स्थानीय मछुआरा संगठनों के बड़े वर्ग से बातचीत की और दोनों देशों के बीच इस मामले पर मुख्य रूप से बात की जाएगी। श्रीलंका के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में यहां कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने इस साल छह अगस्त को राजपक्षे के साथ फोन पर बातचीत की थी।

प्रधानमंत्री मोदी की पहल पर यह शिखर वार्ता की जा रही है

प्रधानमंत्री मोदी की पहल पर यह शिखर वार्ता की जा रही है। राजपक्षे के कार्यालय ने बताया कि मछुआरों के समुदाय ने प्रधानमंत्री से कहा कि कोविड-19 संक्रमण फैलने के बाद से भारतीय प्राधिकारी अपने मछुआरों को मछली पकड़ने के लिए श्रीलंकाई जलक्षेत्र में जाने से नहीं रोक रहे हैं और इसके कारण स्थानीय मछुआरा समुदाय को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। उसने कहा कि ‘‘श्रीलंकाई जलक्षेत्र में भारतीयों द्वारा मछली पकड़ना’’ समस्या बना हुआ है और पहले भी दोनों पड़ोसी देशों के बीच उच्च स्तरीय बैठकों में इस मामले पर बातचीत की गई है।

कार्यालय ने बताया कि राजपक्षे ने मछुआरों को भरोसा दिलाया कि भारतीय नेता के साथ वार्ता में इस मामले को उठाया जाएगा। उन्होंने कहा कि श्रीलंकाई नौसेना को देश के जलक्षेत्र में मछली पकड़ने वाले अन्य देशों के लोगों को गिरफ्तार करना चाहिए। इससे पहले श्रीलंका के विदेश मंत्रालय ने बुधवार को कहा था, ‘‘इस वार्ता के दौरान राजनीतिक, आर्थिक, वित्त, विकास, रक्षा, शिक्षा, पर्यटन एवं सांस्कृतिक संबंधों सहित द्विपक्षीय संबंधों के सभी आयामों और आपसी हित के क्षेत्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय विषयों पर चर्चा की जाएगी।’’

शिखर वार्ता में दोनों देशों के संबंधित मामलों के मंत्री और के वरिष्ठ अधिकारी शीर्ष नेताओं के साथ मौजूद रहेंगे। पिछले महीने प्रधानमंत्री पद का कार्यभार संभालने के बाद राजपक्षे की यह किसी अन्य देश के नेता के साथ पहली डिजिटल शिखर वार्ता होगी।

ऐसी संभावना है कि दोनों नेता आतंकवाद के खिलाफ सहयोग बढ़ाने, रक्षा एवं व्यापार संबंधों को मजबूत करने तथा श्रीलंका में भारत की विकास परियोजनाओं के क्रियान्वयन जैसे कई अन्य विषयों पर भी विमर्श कर सकते हैं। वार्ता के दौरान श्रीलंका के तमिल समुदाय से संबंधित मामले पर भी बात हो सकती है। भारत श्रीलंका में अल्पसंख्यक तमिल समुदाय की आकांक्षाओं को पूरा किए जाने का समर्थन करता रहा है।

Web Title: Rajapaksa-Modi summit talks fishermen issue "Fishing by Indians in Sri Lankan waters" problem

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