राष्टपति ट्रंप ने न्यू हैम्पशायर में की रैली, ‘ठग’ और ‘अराजकतावादियों’ से खतरों को किया रेखांकित
By भाषा | Published: August 29, 2020 05:17 PM2020-08-29T17:17:27+5:302020-08-29T17:17:27+5:30
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने न्यू हैम्पशायर में रैली की उन्होंने उन प्रदर्शनकारियों पर जम कर निशाना साधा जिन्होंने एक रात पहले व्हाइट हाउस से निकलते वक्त ट्रंप के समर्थकों से दुर्व्यवहार किया था।
लंडनडेरे: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी स्वीकार करने के बाद शुक्रवार को कहा कि वह एकमात्र ऐसे व्यक्ति हैं जो ‘‘लोकतंत्र और भीड़’’ के बीच खड़ें हैं। इस दौरान उन्होंने उन प्रदर्शनकारियों पर जम कर निशाना साधा जिन्होंने एक रात पहले व्हाइट हाउस से निकलते वक्त ट्रंप के समर्थकों से दुर्व्यवहार किया था। ट्रंप ने न्यू हैम्पशायर में शुक्रवार रात को एक रैली की।
राष्ट्रपति ने अपने संबोधन की शुरुआत उन प्रदर्शनकारियों की आलोचना से की जिन्होंने साउथ लॉन पर उनके भाषण के बाद जाने वालों के साथ दुर्व्यवहार किया था। इसमें केंटुकी के सीनेटर रैंड पॉल भी शामिल हैं, जिन्हें व्हाइट हाउस से बाहर आने के बाद पुलिस अधिकारियों ने सुरक्षा दे कर बाहर निकाला। ट्रंप ने अपने समर्थकों की सुरक्षा के लिए ज्यादा कुछ नहीं करने पर कोलंबिया के मेयर मुरिएल बोजर की आलोचना की और कहा,‘‘ वे ठगों का एक समूह थे। असंतुष्ट, उन्मत्त क्रोध।
आपको वाशिंगटन में पिछली रात को देखना चाहिए, यह एक अपमान था।’’ अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में बेहद कम वक्त बचा है और प्रचार के लिए ट्रंप का धुआंधार यात्रा का कार्यक्रम है। ट्रंप ने कहा कि प्रदर्शनकारी ‘‘अराजकतावादी’’ थे। उन्होंने कहा, ‘‘वे केवल परेशानी खड़ी करना चाहते हैं। उन्हें जॉर्ज फ्लॉयड से कोई सरोकार नहीं है। उनका किसी भी चीज़ से कोई लेना-देना नहीं है। वे जानते तक नहीं है कि जॉर्ज फ्लॉयड हैं कौन....।
’’ इसबीच राष्ट्रपति ने शुक्रवार को एक महिला को क्षमा कर दिया जो रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन की रात में एक विशेष वक्ता थीं और जिन्होंने ट्रंप की प्रशंसा करते हुए उन्हें एक दयालु नेता बताया था। ट्रंप ने ऐलिस मैरी जॉनसन को क्षमादान दिया, जिन्होंने गैर हिंसक मादक पदार्थ अपराध के लिए बिना पैरोल जेल में दो दशक बिताए हैं। महिला को 1996 में दोषी ठहराया गया था। ट्रंप ने किम कर्दाशियां की अपील पर महिला की सजा कम की है।