पीएम मोदी ने नेपाल-भारत मैत्री पशुपति धर्मशाला का उद्घाटन किया, स्वदेश के लिए हो चुके हैं रवाना
By भाषा | Published: August 31, 2018 07:47 PM2018-08-31T19:47:48+5:302018-08-31T19:47:48+5:30
पीएम नरेंद्र मोदी ने तालियों की गड़गड़ाहट के बीच कहा,‘‘यह बस एक भवन नहीं है..... नेपाल-भारत मैत्री पशुपति धर्मशाला आंगुतकों को दोनों पड़ोसियों के बीच की मित्रता की याद दिलाएगा। ’’
काठमांडो, 31 अगस्त (भाषा) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके नेपाली समकक्ष केपी शर्मा ओली ने यहां भारत की मदद से तीर्थयात्रियों के लिए बने 400 बिस्तरों के नेपाल-भारत मैत्री पशुपति धर्मशाला का संयुक्त रुप से उद्घाटन किया।
नेपाल के दो दिवसीय दौर पर गये भारतीय प्रधानमंत्री शुक्रवार देर शाम स्वदेश के लिए रवाना हो गये।
मोदी ने पशुपति क्षेत्र विकास न्यास को यह धर्मशाला सौंपते हुए कहा,‘‘काठमांडो में नेपाल भारत-मैत्री पशुपति धर्मशाला का उद्घाटन करते हुए मुझे खुशी हो रही है।’’
इस धर्मशाला में पशुपति मंदिर के तीर्थाटन पर आने वाले यात्रियों एवं परिवारों के लिए पारिवारिक कमरे, रसोईघर, भोजन हॉल, पुस्तकालय तथा उनकी जरुरतों की पूर्ति के लिए अन्य बहुद्देश्यीय सभागार हैं। यह मंदिर बागमती नदी के तट पर है।
मोदी ने तालियों की गड़गड़ाहट के बीच कहा,‘‘यह बस एक भवन नहीं है..... नेपाल-भारत मैत्री पशुपति धर्मशाला आंगुतकों को दोनों पड़ोसियों के बीच की मित्रता की याद दिलाएगा। ’’
उन्होंने दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की कविताएं नेपाली भाषा में प्रकाशित करने के नेपाल सरकार के फैसले की सराहना भी की।
उन्होंने कहा, ‘‘दिल को छू लेने वाले इस सद्भाव के लिए मैं प्रधानमंत्री ओली और नेपाल सरकार को धन्यवाद देता हूं।’’
मोदी ने कहा कि बौद्ध धर्म इस बात का पाठ पढ़ाता है कि कैसे चरमपंथ और आतंकवाद की चुनौतियों का सफलतापूर्वक मुकाबला किया जाए। उन्होंने नेपाल में राजनीतिक स्थिरता की भी प्रशंसा की।