पाकिस्तान में श्रीलंकाई मैनेजर को भीड़ ने पीट-पीट कर मारा, शव में आग लगा दी, जानें क्या है मामला, देखें वीडियो
By सतीश कुमार सिंह | Published: December 3, 2021 06:37 PM2021-12-03T18:37:39+5:302021-12-03T19:08:25+5:30
ईशनिंदा के तहत पाकिस्तान में मौत की सजा दी जाती है, जहां अक्सर अपराध के आरोप ही भीड़ की हिंसा को भड़काने के लिए काफी होते हैं।
सियालकोटः पाकिस्तान के सियालकोट में खौफनाक और बर्बर वाकया सामने आया है। शुक्रवार को एक श्रीलंकाई नागरिक को प्रताड़ित कर मार डाला गया और फिर उसके शव को जला दिया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए पुलिस को इलाके में भेजा गया है।
पंजाब पुलिस के आईजी राव सरदार अली खान ने घटना का संज्ञान लिया और गुजरांवाला के क्षेत्रीय पुलिस अधिकारी को तुरंत घटनास्थल पर पहुंचने का निर्देश दिया। डॉन डॉट कॉम की रिपोर्ट के मुताबिक, यह घटना सियालकोट के वजीराबाद रोड पर हुई।
A mob lynched a Sri Lankan manager of a sports factory in Sialkot accusing him of #blasphemy after he allegedly ripped off #TLP stickers from the factory wall. Hundreds of people gathered, beat him to death and then burnt his body #Pakistanpic.twitter.com/pN3GATyh97
— Mubashir Zaidi (@Xadeejournalist) December 3, 2021
निजी कारखानों के श्रमिकों ने कथित तौर पर एक कारखाने के निर्यात प्रबंधक पर हमला किया और उसकी हत्या करने के बाद उसके शरीर को जला दिया। सियालकोट जिले के पुलिस अधिकारी उमर सईद मलिक ने कहा कि प्रियंता कुमारा के रूप में पहचाने जाने वाला व्यक्ति श्रीलंकाई नागरिक था।
डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक अभी तक कोई एपआईआर नहीं दर्ज की गई है। घटनाक्रम का वीडियो वायरल हो रहा है। जलते हुए शव के चारों तरफ भीड़ मौजूद है। भीड़ धार्मिक नारे लगा रही है। समाचार एजेंसी पीटीआई के एक अधिकारी ने बताया कि कथित तौर पर कट्टरपंथी तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) के एक पोस्टर को फाड़ दिया।
जिसमें कुरान की आयतें लिखी हुई थीं और उसे कूड़ेदान में फेंक दिया। इस्लामिक पार्टी का पोस्टर कुमारा के कार्यालय से सटी दीवार पर चिपकाया गया था। ए फैक्ट्री के कुछ कर्मचारियों ने उन्हें पोस्टर हटाते हुए देखा और फैक्ट्री में बात फैला दी।
पंजाब के मुख्यमंत्री उस्मान बुजदार ने इसे काफी दुखद घटना करार दिया और पुलिस महानिदेशक को आदेश दिया कि मामले की जांच कर 24 घंटे के अंदर उन्हें रिपोर्ट दें। मुख्यमंत्री ने एक बयान में कहा, ‘‘घटना के हर पहलू की जांच होनी चाहिए और रिपोर्ट दाखिल की जानी चाहिए। जिन लोगों ने कानून अपने हाथ में लिया है उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।’’
इलाके में स्थिति तनावपूर्ण है और सभी फैक्टरियां बंद हैं। पुलिस ने बताया कि अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। इस्लाम को बदनाम करने को लेकर पाकिस्तान में काफी कड़ा कानून है और इसमें मौत की सजा का भी प्रावधान है।
मानवाधिकार कार्यकर्ताओं का कहना है कि इन कानूनों का अकसर निजी दुश्मनी साधने में इस्तेमाल किया जाता है। अमेरिकी सरकार के सलाहकार पैनल की रिपोर्ट कहती है कि दुनिया के किसी भी देश की तुलना में पाकिस्तान में सबसे अधिक ईशनिंदा कानून का इस्तेमाल होता है।