पाकिस्तानः इमरान सरकार के मंत्री फवाद चौधरी बोले-पुलवामा एक बड़ी उपलब्धि, इसका श्रेय प्रधानमंत्री को दिया, देखें वीडियो
By सतीश कुमार सिंह | Published: October 29, 2020 05:51 PM2020-10-29T17:51:22+5:302020-10-29T19:41:08+5:30
फवाद चौधरी ने नेशनल असेंबली में कहा कि कहा कि पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हमला करने में पाकिस्तान और सेना का हाथ था।
इस्लामाबादः पाकिस्तान के संघीय मंत्री फवाद चौधरी ने नेशनल असेंबली में कहा कि इमरान खान के नेतृत्व में पुलवामा एक बड़ी उपलब्धि थी। चौधरी ने कहा कि पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हमला करने में पाकिस्तान और सेना का हाथ था।
फवाद चौधरी ने इसका पूरा श्रेय प्रधानमंत्री इमरान खान और पार्टी पीटीआई को दिया। बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी 2019 को सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकी हमला किया गया था, एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटक से भरी कार सीआरपीएफ के काफिले से टकरा दी थी, इस धमाके में 40 जवान शहीद हो गए थे।
पाकिस्तान के एक वरिष्ठ मंत्री ने बृहस्पतिवार को सनसनीखेज खुलासा करते हुए स्वीकार किया कि 2019 में जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकवादी हमले के लिये उनका देश जिम्मेदार है। उस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवानों के शहीद होने के बाद दोनों देश जंग के मुहाने पर आकर खड़े हो गए थे। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री फवाद चौधरी ने नेशनल असेंबली में बहस के दौरान कहा, ''हमने हिंदुस्तान को घुस कर मारा। पुलवामा में हमारी कामयाबी, इमरान खान के नेतृत्व में इस देश की कामयाबी है। आप और हम सभी इस कामयाबी का हिस्सा हैं।''
पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) नेता अयाज सादिक के उस बयान के बाद आया
प्रधानमंत्री इमरान खान के करीबी चौधरी का यह बयान विपक्षी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) नेता अयाज सादिक के उस बयान के बाद आया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि एक महत्वपूर्ण बैठक के दौरान विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान को रिहा करने की गुहार लगाई थी, जिन्हें 27 फरवरी, 2019 को पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों के साथ हवाई टकराव में उनका मिग-21 बाइसन लड़ाकू विमान गिर जाने के बाद पाकिस्तानी सेना ने हिरासत में ले लिया था।
भारतीय वायु सेना के विमानों ने 26 फरवरी 2019 को तड़के पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा क्षेत्र के बालाकोट में स्थित जैश ए मोहम्मद के आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया था। सादिक ने जिस उच्चस्तरीय बैठक का जिक्र करते हुए यह दावा किया था उसमें सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा भी शामिल थे।
सादिक ने बैठक को याद करते हुए कहा , ''विदेश मंत्री (कुरैशी) ने हमसे कहा कि खुदा के वास्ते, उसे (अभिनंदन) को वापस जाने दीजिए, वरना भारत रात नौ बजे पाकिस्तान पर हमला कर देगा। ’’ पुलवामा हमले के दौरान सूचना एवं प्रसारण मंत्री रहे चौधरी ने सादिक के बयान की आलोचना करते हुए उसे ''अनुचित'' बताया है। अमेरिका के नेतृत्व में अंतरराष्ट्रीय समुदाय पाकिस्तान पर दबाव बनाता रहा है कि वह अपनी सरजमी को आतंकवादी समूहों की सुरक्षित पनाहगाह बनने से रोके और पुलवामा हमले के दोषियों को न्याय के कटघरे में लाये ।
पाकिस्तानी मंत्री के पुलवामा को लेकर दिए बयान पर केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि राहुल गांधी जी को देश से माफी मांगनी चाहिए और कांग्रेस पार्टी को शर्मिंदगी होनी चाहिए देश के सामने। उन्होंने देश के सैनिकों के ऊपर और देश की व्यवस्था के ऊपर अनास्था प्रकट की थी।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि राहुल गांधी सहित तमाम विपक्षियों ने जो सर्जिकल स्ट्राइक पर प्रश्न चिन्ह खड़ा किया और उसके सबूत मांगे थे। आज पाकिस्तानी नेता असेंबली में उसके सबूत दे रहे हैं। इन लोगों को अब देश से माफी मांगनी चाहिए। देश की सेना का अपमान करने वाले ये लोग गद्दार हैं।
‘‘पैर कांप रहे थे और माथे पर पसीने की बूंदे झलक रही थी’’
पाकिस्तान में सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा सहित देश के शीर्ष नेताओं की मौजूदगी में एक बैठक के दौरान उस समय ‘‘पैर कांप रहे थे और माथे पर पसीने की बूंदे झलक रही थी’’ जब विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने भारतीय वायु सेना के विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान को छोड़ने की गुहार लगाते हुए कहा था कि यदि उसे रिहा नहीं किया गया तो भारत पाकिस्तान पर हमला कर देगा। यह बात पाकिस्तान के एक वरिष्ठ विपक्षी नेता ने कही है।
भारत द्वारा पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकवादी ठिकानों पर 26 फरवरी को बम गिराने के बाद इस्लामाबाद में पैदा हुए तनाव को याद करते हुए पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (पीएमएल-एन) के नेता सरदार अयाज सादिक ने इमरान खान सरकार द्वारा दी गई प्रतिक्रिया के लिए उनकी आलोचना की। ‘दुनिया न्यूज’ पर बुधवार को आई खबर के अनुसार सादिक ने कहा कि विपक्ष ने सरकार का कश्मीर और वर्धमान समेत हर मुद्दे पर समर्थन किया है, लेकिन अब वह सरकार का समर्थन नहीं करेगा।
#WATCH: Pakistan's Federal Minister Fawad Choudhry, in the National Assembly, says Pulwama was a great achievement under Imran Khan's leadership. pic.twitter.com/qnJNnWvmqP
— ANI (@ANI) October 29, 2020
सादिक, पीएमएल-एन सरकार के समय नेशनल असेंबली के अध्यक्ष थे। उन्होंने संसद में बुधवार को ऐसा ही बयान दिया था कि विदेश मंत्री कुरैशी ने एक महत्वपूर्ण बैठक में गुहार लगाई थी कि वर्धमान को वापस जाने दें क्योंकि भारत पाकिस्तान पर हमला कर रहा है। भारतीय वायु सेना के 37 वर्षीय अधिकारी को 27 फरवरी को पाकिस्तानी सेना ने उस दौरान बंदी बना लिया था जब पाकिस्तानी विमानों के साथ हुई हवाई जंग में वर्धमान के मिग-21 बाइसन विमान को गिरा दिया गया था।
भारतीय वायु सेना के विमानों ने 26 फरवरी 2019 को पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा क्षेत्र के बालाकोट में स्थित जैश ए मोहम्मद के आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया था। वर्धमान का विमान गिरने से पहले उन्होंने पाकिस्तान के एक एफ-16 विमान को मार गिराया था।
पाकिस्तान ने उन्हें एक मार्च को भारत को सौंपा था। नेशनल एसेंबली में अपने भाषण में सादिक ने कहा कि प्रधानमंत्री इमरान खान उस उच्च स्तरीय बैठक में नहीं आये थे जिसमें सेना प्रमुख जनरल बाजवा और विदेश मंत्री कुरैशी समेत शीर्ष नेतृत्व ने भाग लिया था।
सादिक ने कहा, ‘‘पैर कांप रहे थे और माथे पर पसीने छूट रहे थे और विदेश मंत्री (कुरैशी) ने हमसे कहा, ‘‘अल्लाह के वास्ते हमें उसे (वर्धमान) छोड़ देना चाहिए क्योंकि भारत रात नौ बजे पाकिस्तान पर हमला कर रहा है।’’ बैठक में पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) और पीएमएल-एन के नेताओं समेत कई संसदीय नेता मौजूद थे। बैठक को याद करते हुए सादिक ने कहा, ‘‘भारत हमला करने की योजना नहीं बना रहा था ... वे सिर्फ भारत के आगे घुटने टेकना चाहते थे और अभिनंदन को वापस भेजना चाहते थे।’’
पाकिस्तानी संसद पर 2014 में हुए हमले के मामले में इमरान खान दोषमुक्त करार
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को बृहस्पतिवार को एक आतंकरोधी अदालत ने वर्ष 2014 में संसद पर हमले के मामले में दोषमुक्त करार दिया। हालांकि अदालत ने इस मामले में विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी समेत कई वरिष्ठ मंत्रियों को 12 नवंबर को तलब किया है। मीडिया में प्रकाशित खबर में यह जानकारी सामने आई।
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की खबर में कहा गया कि आंतकरोधी अदालत के न्यायाधीश राजा जावेद अब्बास हसन ने राष्ट्रपति आरिफ अल्वी के विरुद्ध कानूनी कार्यवाही पर रोक लगा दी है। गौरतलब है कि पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ (पीटीआई) और पाकिस्तान आवामी तहरीक (पीएटी) के कार्यकर्ताओं ने 31 अगस्त 2014 को संसद में घुसने और प्रधानमंत्री आवास की ओर जाने का प्रयास किया था। इस दौरान प्रदर्शनकारियों की पुलिस के साथ हुई झड़प में तीन व्यक्तियों की मौत हो गई थी और 26 अन्य घायल हो गए थे। पीटीआई अब देश की सत्ता पर काबिज है।
पुलिस ने इमरान खान तथा पीटीआई के अन्य नेताओं के विरुद्ध आतंकवाद निरोधी धाराओं में मामला दर्ज किया था। डॉन अखबार में प्रकाशित एक खबर के अनुसार प्रधानमंत्री इमरान खान की दोषमुक्ति उनके द्वारा इस हफ्ते अदालत से किए गए आग्रह के बाद सामने आई है। इमरान ने अभियोजन पक्ष द्वारा मामले को आगे नहीं बढ़ाए जाने में रुचि नहीं दिखाने का हवाला देते हुए उन्हें दोषमुक्त करने का अदालत से आग्रह किया था।
संसदीय मामलों पर प्रधानमंत्री के सलाहकार बाबर अवान के बेटे और सरकारी वकील अब्दुल्ला बाबर अवान ने अदालत को बताया कि अभियोजन पक्ष खान को दोषमुक्त करने के पक्ष में है। अभियोजन पक्ष के वकील की ओर से दायर आवेदन में कहा गया, “आवेदक को गलत इरादे से फंसाया गया और गलत मामले में घसीटा गया। आगे की कार्रवाई से उनका राजनीतिक उत्पीड़न होगा।” डॉन अखबार की खबर के अनुसार, वकील के अनुसार अभियोजन पक्ष के किसी भी चश्मदीद ने प्रधानमंत्री के खिलाफ गवाही नहीं दी थी और इस मामले में उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला है।