पाकिस्तान: उत्तरी वजीरिस्तान में आतंकियों ने किया सेना पर हमला, 4 जवान मारे गये
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: August 9, 2022 09:03 PM2022-08-09T21:03:35+5:302022-08-09T21:09:29+5:30
पाकिस्तान के कबायली प्रांत खैबर पख्तूनख्वा के उत्तरी वजीरिस्तान के मीर अली इलाके में आतंकियों ने एक सैन्य काफिले पर आत्मघाती हमला किया, जिसमें पाक सेना के चार जवान मारे गए हैं।
खैबर पख्तूनख्वा: पाकिस्तान के सबसे अशांत क्षेत्र खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के उत्तरी वजीरिस्तान के मीर अली इलाके में आतंकियों ने एक सैन्य काफिले पर आत्मघाती हमला किया, जिसमें पाक सेना के चार जवान मारे गए हैं। इस हमले के संबंध में सेना के प्रवक्ता ने मंगलवार को बताया कि हमले में मारे गये चारों जवानों की पहचान लांस नायक शाहजैब, लांस नायक सज्जाद, सिपाही उमैर और सिपाही खुर्रम के रूप में हुई है।
सेना के मुताबिक हमले के बाद पाकिस्तान की मुख़्तलिफ़ सरकारी एजेंसियों ने जांच शुरू कर दिया है और आत्मघाती हमले को अंजाम देने वाले हमलावर की पहचान का प्रयास चल रहा है। इसके साथ ही एजेंसियां उनके आकाओं के बारे में जानकारी जुटा रही हैं।
हमले के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि सैन्य काफिले पर आत्मघाती हमला बेहद कायराना कदम है। उन्हें इस पर बेहद दुख है लेकिन उन्हें उम्मीद है कि सेना के साथ मिलकर मुल्क इस आतंकवाद को खत्म करके रहेगा।
मालूम हो कि बीते कुछ महीनों में उत्तरी वजीरिस्तान कबायली इलाकों में पाकिस्तान तालिबान के संदिग्ध आतंकियों और सेना के जवानों के बीच झड़प की खबरें तेजी से आ रही हैं।
इससे पहले बीते 4 जुलाई को भी खैबर पख्तूनख्वा इलाके में ही आतंकियों ने सुरक्षा बलों के काफिले पर आत्मघाती हमला करके कम से कम 10 सुरक्षाकर्मी को घायल कर दिया है। उस हमले के बारे में सैन्य अधिकारियों ने बताया कि काफिला पर हमला तब हुआ, जब सेना के जवान मिराली से जिला मुख्यालय मिरामशाह की ओर जा रहे थे।
एक मोटरसाइकिल सवार आत्मघाती हमलावर ने सेना की वाहन को टक्कर मारी और खुद को विस्फोट से उड़ा लिया।
जुलाई की घटना से पहले 30 मई को मोटरसाइकिल सवार आत्मघाती हमलावर ने रज्मक इलाके में सुरक्षा बलों के एक अन्य काफिले पर हमला किया, जिसमें दो जवान और दो बच्चे घायल हो गए। वहीं अप्रैल में पाक-अफगान सीमा क्षेत्र के पास सेना पर हुए हमले में सात जवान मारे गये थे।
पाकिस्तान के सीमावर्ती इलाकों में आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान और इस्लामिक स्टेट आफ इराक एंड सीरिया जैसे आतंकवादी संगठन काफी सक्रिय हैं। वो अक्सर पाक सेना के जवानों पर हमले के लिए योजना को अंजाम दे रहे हैं।
अफगानिस्तान और पाकिस्तान का सीमा क्षेत्र दशकों से पाकिस्तानी तालिबान का गढ़ बना हुआ है। पाकिस्तान मीडिया के मुताबिक साल 2022 के पहले तीन महीनों में हुए आतंकवादी हमले में सेना के 105 जवान मारे जा चुके हैं।