इमरान खान सरकार के खिलाफ 'आजादी मार्च' रोकने के लिए पुलिस की अनोखी तैयारी, सड़कों पर लगाएगी जहाजों के कंटेनर
By अभिषेक पाण्डेय | Published: October 19, 2019 01:28 PM2019-10-19T13:28:57+5:302019-10-19T13:28:57+5:30
Azadi March: पाकिस्तान में 27 अक्टूबर से होने वाले आजादी मार्च को राजधानी इस्लामाबाद में घुसने से रोकने के लिए पुलिस सड़कों पर लगाएगी शिपिंग कंटेनर
पाकिस्तान की इमरान खान सरकार को सत्ता से हटाने के लिए देश की दक्षिणपंक्षी पार्टी जमायत उलेमा-ए-इस्लाम-फजल (JUI-F) की 27 अक्टूबर से प्रस्तावित आजादी मार्च से निपटने के लिए स्थानीय पुलिस ने अनोखा इंतजाम किया है।
पुलिस इस मार्च के 31 अक्टूबर को राजधानी इस्लामाबाद में दाखिल होने से रोकने के लिए रावलपिंडी और इस्लामाबाद शहरों को जोड़ने वाले प्रमुख मार्गों पर जहाजों (शिपिंग) के बड़े-बड़े कंटेनरों को लगाने की तैयारी में है।
पुलिस प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए लेगी लिए शिपिंग कंटेनरों की मदद
द डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, इस्लामाबाद पुलिस ने शहर में मार्च को दाखिल होने से रोकने के लिए 550 और शिपिंग कंटेनरों की मांग की है।
इनमें से सिटी जोन ने 250 कंटेनरों की मांग की है जबकि तीन अन्य जोनों ने 100-100 कंटेनरों की मांग की है। रदस विभाग ने एक वेंडर को 450 कंटोनरों का इंतजाम करने को कहा गया है। इनमें से प्रत्येक कंटेनर का किराया 5000 रुपये प्रतिदिन है।
वहीं प्रदर्शन के दौरान 'वाटरलू' बन जाने वाले एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ फैजाबाद से कोरल फ्लाइओवर की तरफ से आने वाली कई कनेक्टिंग सड़कों को भी ब्लॉक करने का निर्णय लिया है।
पुलिस रावलपिंडी को आईजी प्रिंसिपल रोड से जोड़ने वाली सभी सड़कों को भी सील करने की तैयारी में है, जिससे प्रदर्शनकारियों को राजधानी इस्लामाबाद में घुसने या इकट्ठा होने से रोका जा सके।
पुलिस के मुताबिक, जरूरत पड़ने पर उसकेके पास 1000 से ज्यादा गैस मास्क, 200 आंसू गैस लॉन्चर्स और लॉजिस्टिक्स डिवीजन कवच में 13000 गोले उपलब्ध हैं। इसके अलावा उनके पास पर्याप्त मात्रा में डंडे, प्लास्टिक हेलमेट, दंगा जैकेट, दंगा ढाल, पिंडली गार्ड और दस्ताने उपलब्ध हैं।
पुलिस ने स्थानीय व्यापारियों को आजादी मार्च के आयोजकों या उसमें शामिल प्रदर्शनकारियों के साथ व्यापार करने पर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की धमकी भी दी है।
इमरान के इस्तीफे की मांग को लेकर हो रहा आजादी मार्च
आजादी मार्च का आयोजन मौलाना फजलुर रहमान के नेतृत्व वाली देश की दक्षिणपंथी पार्टी जमायत उलेमा-ए-इस्लाम-फजल (JUI-F) कर रही है। जेयूआई-एफ ने हाल ही में इमरान खान सरकार से किसी भी तरह की बातचीत का प्रस्ताव खारिज कर दिया था।
पार्टी प्रमुख रहमान ने कहा कि अब बातचीत सिर्फ 'अक्षम' इमरान सरकार के इस्तीफे के बाद ही होगी। पाकिस्तान की दो बड़ी पार्टियों नवाज शरीफ की पाकिस्तान मुस्लिम लीग (N) और बिलावल भुट्टो की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी ने आजादी मार्च का समर्थन किया है।