कराची विमान हादसा: पाक पीएम इमरान खान ने दिए जांच के आदेश, कहा- विमान क्रैश से हैरान और दुखी हूं
By सुमित राय | Published: May 22, 2020 05:24 PM2020-05-22T17:24:15+5:302020-05-22T17:24:15+5:30
कराची में हुए विमान हादसे के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने जांच के आदेश दिए हैं और कहा है कि विमान के क्रैश से हैरान और दुखी हूं।
पाकिस्तान के कराची में बड़ा विमान हादसा हुआ है और लाहौर से कराची जा रही पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (PIA) की फ्लाइट एयरबस A-320 PK8303 शुक्रवार को कराची एयरपोर्ट के पास मॉडल कॉलोनी में दुर्घटनाग्रस्त हो गई। विमान में 97 लोग सवार थे, जिसमें 85 यात्री और 12 क्रू मेंबर शामिल थे।
विमान हादसे के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने हादसे के जांच के आदेश दिए हैं और कहा है कि पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (PIA) के विमान के क्रैश से हैरान और दुखी हूं।
इमरान खान ने ट्वीट किया, "पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (PIA) के क्रैश से हैरान और दुखी हूं। मैं पीआईए के सीईओ अर्शद मलिक के संपर्क में हूं, वो कराची के लिए निकल गए हैं। रेस्क्यू और रिलीफ टीम जमीन पर है। इस वक्त यही हमारी प्राथमिकता है। तत्काल जांच के आदेश दे दिए गए हैं। मृतकों के परिवार वालों के लिए दुआएं और संवेदनाएं व्यक्त करता हूं।"
Shocked & saddened by the PIA crash. Am in touch with PIA CEO Arshad Malik, who has left for Karachi & with the rescue & relief teams on ground as this is the priority right now. Immediate inquiry will be instituted. Prayers & condolences go to families of the deceased.
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) May 22, 2020
बता दें कि क्रैश हुआ पीआईए का विमान एयरबस A-320 PK8303 लैंडिंग से कुछ मिनट पहले दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान कराची हवाई अड्डे के पास एक आवासीय कॉलोनी मॉडल टाउन में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान में 97 लोग सवार थे, जिसमें 85 यात्री और 12 क्रू मेंबर शामिल थे।
पाकिस्तान में तीसरा सबसे बड़ा विमान हादसा
हवाई दुर्घटनाओं के आंकड़े जुटाने वाली संस्था एयरक्राफ्ट क्रैश रिकॉर्ड ऑफिस के मुताबिक पाकिस्तान में यह तीसरा सबसे बड़ा हादसा है। पाकिस्तान में सबसे बड़ा हादसा राजधानी इस्लामाबाद के पास 28 जुलाई 2010 को हुआ था, जिसमें 152 लोग मारे गए थे। दूसरा बड़ा हादसा भी इस्लामाबाद में ही 20 अप्रैल 2012 को हुआ था, जिसमें 127 लोगों की मौत हो गई थी।