कश्मीर मुद्दाः इमरान सरकार ने सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा का सेवा विस्तार दिया
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 19, 2019 05:35 PM2019-08-19T17:35:41+5:302019-08-19T17:35:41+5:30
पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा को कश्मीर मुद्दों का जानकार माना जाता है। उनके पास भारत के साथ लगी नियंत्रण रेखा का भी लंबा अनुभव है। वैसे वह पूर्व में कह चुके हैं कि पाकिस्तान को भारत से ज्यादा घरेलू आतंकवादियों से खतरा है।
कश्मीर मुद्दे को देखते हुए इमरान सरकार ने पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा का सेवा विस्तार दिया गया है। पाकिस्तान के आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा के कार्यकाल को 3 साल के लिए और बढ़ा दिया गया है। प्रधानमंत्री इमरान खान ने इसे मंजूरी दे दी है।
पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा को और तीन साल के लिए सेवा विस्तार दे दिया गया है। मीडिया रिपोर्टो में सोमवार को यह जानकारी दी गयी। प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा जारी एक संक्षिप्त अधिसूचना के अनुसार, ‘‘ जनरल कमर जावेद बाजवा को मौजूदा कार्यकाल की समाप्ति की तारीख से और तीन साल का सेवा विस्तार दिया जाता है।’’
‘डान’ समाचारपत्र ने बताया है कि क्षेत्र के सुरक्षा माहौल के मद्देनजर यह फैसला किया गया है। साथ ही रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि फैसला प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा किया गया। इस समय जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ द्वारा जनरल बाजवा को नवंबर 2016 में सेना प्रमुख बनाया गया था। 58 वर्षीय बाजवा के इस साल सेवानिवृत होने की संभावना थी।
Pakistan Media: Pakistan Army Chief General Qamar Javed Bajwa's tenure extended for another 3 years. (file pic) pic.twitter.com/c8XOXxDhoM
— ANI (@ANI) August 19, 2019
पाकिस्तान के सरकारी टीवी पीटीवी रिपोर्ट के मुताबिक प्रधानमंत्री इमरान खान ने आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा के कार्यकाल को तीन साल के लिए बढ़ाने पर मंजूरी दे दी है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय से जारी बयान में कहा गया है, " जनरल कमर जावेद बाजवा को अगले तीन सालों के लिए फिर से आर्मी चीफ नियुक्त किया जाता है। ये आदेश उनके मौजूदा कार्यकाल समाप्त होने की तारीख से प्रभावी होगा।"
पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा को कश्मीर मुद्दों का जानकार माना जाता है। उनके पास भारत के साथ लगी नियंत्रण रेखा का भी लंबा अनुभव है। वैसे वह पूर्व में कह चुके हैं कि पाकिस्तान को भारत से ज्यादा घरेलू आतंकवादियों से खतरा है। लेकिन भारत इस बात से आश्वस्त नहीं हो सकता। क्योंकि एक हकीकत यह भी है कि नियंत्रण रेखा पर पाक सेना की हर रणनीति भी उन्हीं की देख-रेख में बनती रही है।
ऐसे में नियंत्रण रेखा पार कर भारत में आतंकी भेजने की पाकिस्तानी सेना की साजिशों से वह न सिर्फ वाकिफ होंगे, बल्कि उसे अमली जामा पहनाने में भी उनकी भूमिका होगी।