कोरोना वायरस ने बरपाया पाकिस्तान में कहर, PM इमरान खान ने कर्ज लेकर 1.2 ट्रिलियन रुपये के पैकेज का किया ऐलान
By रामदीप मिश्रा | Published: March 25, 2020 10:33 AM2020-03-25T10:33:56+5:302020-03-25T10:49:59+5:30
Coronavirus: पाकिस्तान के खजाने में पैसा नहीं होने और आर्थिक संकट जूझ रही सरकार को देखते हुए प्रधानमंत्री इमरान खान ने वर्ल्ड बैंक और अन्य देशों से कर्ज देने के लिए अनुरोध किया, जिसके बाद उन्हें कर्ज मिल गया।
कारोना वारयस से पूरे पाकिस्तान में हंगामा बरपा हुआ है और प्रधानमंत्री इमरान खान ने कोरोना वायरस निपटने के लिए व आमजन को राहत देने के लिए भारी पैकेज का ऐलान किया है। उन्होंने 1.2 ट्रिलियन रुपये के वित्तीय पैकेज की घोषणा की है। साथ ही साथ पेट्रोल और डीजल के दामों में भारी कटौती की है। पाकिस्तान सरकार ने 15 रुपये पेट्रोल-डीजल सस्ता कर दिया है।
पाकिस्तान के खजाने में पैसा नहीं होने और आर्थिक संकट जूझ रही सरकार को देखते हुए प्रधानमंत्री इमरान खान ने वर्ल्ड बैंक और अन्य देशों से कर्ज देने के लिए अनुरोध किया, जिसके बाद उन्हें कर्ज मिल गया। कर्ज मिलने के बाद इमरान खान ने पैकेज की घोषणा की। इस पैकेज में मजदूरों के लिए 200 अरब डॉलर और 150 अरब डॉलर संकट से जूझ रहे परिवारों के लिए रखे गए हैं। इसके अलावा गरीब परिवारों का भत्ता 2000 से बढ़ाकर 3000 रुपये कर दिया है।
बताते चलें कि पाकिस्तान में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या बढ़कर 990 के पार चली गई है और सात लोगों की मौत हो गई है। वहीं रेलवे ने 31 मार्च तक मुसाफिर ट्रेनों का परिचालन बंद कर दिया है। संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए देशभर में बंद (लॉकडाउन) लागू करने में नागरिक प्रशासन की मदद के लिए फौज को तैनात किया।
पाकिस्तान में मंगलवार तक दर्ज किए गए कुल 903 मामलों में, सबसे खराब स्थिति सिंध प्रांत की है, जहां 394 मामले सामने आए हैं। इसके बाद बलूचिस्तान में 110, खैबर-पख्तूनख्वा में 38, इस्लामाबाद में 15 और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में 81 मामले सामने आए हैं।
इस बीच, कौमी असेम्बली (राष्ट्रीय विधानसभा) में विपक्ष के नेता और पीएमएल-एन के अध्यक्ष शहबाज़ शरीफ ने प्रधानमंत्री इमरान खान से संक्रमण को फैलने से रोकने और तथा इसके अर्थव्यवस्था और गरीबों पर पड़ने वाले असर से निपटने के लिए कड़े कदम उठाने की गुजारिश की। उन्होंने सरकार से ब्याज दर में तीन-चार फीसदी की कटौती करने, गरीबों को मासिक वजीफा देने, डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की तनख्वाह दोगुनी करने और तेल की कीमतों को कम करने भी गुजारिश की।
देश भर में बंद लागू करने और अन्य ड्यूटियों में असैन्य प्रशासन की मदद करने के लिए पाकिस्तानी सेना ने सोमवार को अपने "सभी उपलब्ध सैनिकों और चिकित्सा संसाधनों" को तैनात कर दिया।
सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल बाबर इफ्तेखार ने कहा कि फौज संघीय और प्रांतीय सरकारों की मदद करेगी। पंजाब, सिंध, बलूचिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में पूर्ण बंद है। वहीं खैबर पख्तूनख्वा में आंशिक बंद है।
इससे पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने रविवार को यह कहते हुए देश में पूर्ण बंदी से इनकार किया था कि इससे अराजक स्थिति पैदा हो जाएगी और लोगों से कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए खुद को पृथक कर लेने की अपील की थी। देशभर में कोरोना वायरस के मामले बढ़ने पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए खान ने दोहराया था कि बंदी से अराजक स्थिति उत्पन्न हो जाएगी क्योंकि 25 फीसद से अधिक लोग गरीबी रेखा के नीचे हैं और उनकी जिंदगियां बर्बाद हो जाएंगी। पाकिस्तान की स्थिति में अभी बंदी की जरूरत नहीं है।